आतंकी हंजाला पाक में भूना गया गोलियों से,तो साजिद को जेल में ज़हर

Most Wanted Let Terrorist Abu Hanzala Killed In Karachi
CRPF और BSF पर हमला कराने वाले लश्कर आतंकी अबू हंजाला का खात्मा,कराची में हमलावरों ने गोलियों से भून डाला
पाकिस्तान के कराची में एक और लश्कर आतंकी की हत्या हुई है। यह भारत में CRPF, BSF के काफिले पर हमले की साजिश रचने वाला खतरनाक आतंकी अदनान अहमद उर्फ ​​अबू हंजाला है। कुछ लोगों ने उसे गोलियों से भून दिया।
मुख्य बिंदु
लश्कर कमांडर अबू हंजाला की कराची में हत्या
भारत के खिलाफ कई आतंकी षड्यंत्रों में था शामिल
ISI ने दी थी सुरक्षा, हमलावरों ने गोलियों से भून डाला
abu hanzala
नई दिल्ली/इस्लामाबाद: पाकिस्तान में भारत के एक और दुश्मन की हत्या हो गई है। कराची में कुछ हमलावरों ने लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर अदनान अहमद उर्फ अबू हंजला को गोलियों से भून डाला। अबू हंजला ने भारत में कई आतंकी हमलों का षड्यंत्र रचा था। हंजला ही सीआरपीएफ,बीएसएफ के काफिले पर हमले का षड्यंत्र रचने वाला लश्कर आतंकी था। हंजला को हमलावरों ने सिर,सीने और पेट में कई गोलियां मारी। हमलावरों ने ISI की हंजला को दी गई दो-स्तरीय सुरक्षा भेदकर उसकी हत्या कर दी।

पाकिस्तान ने बताया आतंकी हमला

एक समर्थक-लश्कर टेलीग्राम अकाउंट में सीसीटीवी फुटेज और तस्वीरों में हंजला का बुलेट से छलनी शरीर एक वैन में दिखाया गया है। रात में उसके घर के बाहर उसे हमलावरों ने निशाना बनाया था। उसे अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पाकिस्तानी एजेंसियों की नजर में यह आतंकी हमला है।

हंजला के पास थी ISI की सिक्योरिटी

पाकिस्तान और पीओके में इस साल कई और आतंकियों की रहस्यमय तरीके से हत्याएं हुई हैं। इन आतंकियों में सबसे बड़ा नाम हंजला का ही है। हंजला ने 25 जून 2016 को जम्मू-कश्मीर के पंपोर में CRPF के काफिले पर आतंकी हमले का षड्यंत्र रचा था। इस आतंकी हमले में आठ जवान बलिदान हुए थे जबकि 22 जवान घायल हुए थे। भारत की वॉन्टेड लिस्ट में शामिल एक और आतंकी की पाकिस्तान में हुई हत्या दो कारणों से अलग थी। पहला हंजला के पास 24×7 मल्टी लेयर सिक्योरिटी थी,इसके बाद भी हमलावरों ने उसे निशाना बनाया। दूसरा कारण पाकिस्तान ने इस हमले को आतंकी हमला करार दिया।

पहले भी दो लश्कर आतंकियों की हो चुकी है हत्या

हंजला की हत्या दो अन्य प्रमुख लश्कर आतंकियों की रहस्यमय तरीके से हत्या के एक महीने बाद हुई है। इससे पहले अज्ञात हमलावरों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में लश्कर के कमांडर अकरम गाजी को मार गिराया था। इसके बाद आतंकी हाफिज सईद के दामाद ख्वाजा शाहिद की हत्या हुई थी, जो 2018 के जम्मू-कश्मीर के सुंजवां आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड में से एक था। कुछ अज्ञात लोगों ने उसे किडनैप कर लिया और बाद पीओके में LOC के पास उसका सिर कलम पाया गया था।

बीएसएफ के काफिले पर हमले का रचा था षड्यंत्र

हंजला ने 2015 में उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमले की भी साजिश रची थी, जिसमें दो बीएसएफ के दो जवान मारे गए थे और 13 घायल हो गए थे। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘पंपोर आतंकी हमले की जांच एनआईए द्वारा की गई थी और अदनान और अन्य के खिलाफ 6 अगस्त 2015 को चार्जशीट दायर की गई था।’ एक और गौर करने वाली बात यह है कि पंपोर हमले की साजिश लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद के दामाद खालिद वलीद ने बनाई थी। इस साजिश में उसके साथ हंजला और साजिद जाट भी थे।

लश्कर के आतंकियों को देता था ट्रेनिंग

हंजला घाटी में एक्टिव लश्कर कैडरों के संपर्क में रहता था और उन पर नजर बनाए रखता था। एक सीनियर पुलिसकर्मी ने बताया, ‘वह लश्कर कैडरों की ट्रेनिंग की भी निगरानी करता था और हर जरूरी बात के लिए ब्रीफिंग करता था। हंजला भारत में घुसपैठ से पहले कैडरों को मोटिवेट करने के लिए नियमित रूप से पीओके से चलने वाले लश्कर के ट्रेनिंग कैंप का दौरा करता था।’ सूत्रों के मुताबिक हंजला ने उरी और पुंछ सेक्टरों के रास्तों का इस्तेमाल करके LOC पार कर घाटी में एक्टिव आतंकियों और ओवर-ग्राउंड वर्कर को फंडिंग भी दी।

पाकिस्तान में चुनाव भी जीता

एक अधिकारी ने बताया कि साल 2020 में हंजला ने अपना ठिकाना रावलपिंडी से कराची में शिफ्ट कर दिया। यहीं वह मिल्ली मुस्लिम लीग के प्रोग्राम करता था, जो कि लश्कर और जेयूडी द्वारा बनाया गया एक राजनीतिक मोर्चा है। वह लश्कर-ए-तैयबा के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में था और स्थानीय आतंकवादियों की भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल था। हंजला ने पहले भी स्थानीय चुनाव लड़ा था और पार्षद भी चुना गया था।
हंजला को भारत के खिलाफ बड़े जिहादी हमलों के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देने और युवाओं की भर्ती करने के लिए जाना जाता था। सितंबर में लश्कर के शीर्ष कमांडर रियाज अहमद को पीओके के रावलकोट में अल कुद्दुस मस्जिद के बाहर मार दिया गया था। वह लश्कर के संचालन और भर्ती की जिम्मेदारी भी संभाल रहा था।
Sajid Mir Mumbai Attacks Conspirator In Hospital Reported To Be Poisoned Inside Pakistan Jail
पाकिस्तान में भारत का एक और दुश्‍मन मौत के करीब, मुंबई हमलों का है मास्टरमाइंड आतंकी है साजिद मीर
मुंबई में हमलों का साजिशकर्ता साजिद मीर इस समय वेंटिलेटर पर है। बेहद गंभीर हालत में उसे जेल से अस्पताल लाया गया है। साजिद मीर को जेल में खाने में जहर मिलाकर दिए जाने का दावा किया गया है। पाकिस्तान में हाल के समय में कुछ और कमांडरों की भी मौत की बात सामने आई थी। एक दिन पहले ही खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे की भी पाकिस्तान में मौत हुई है।
हाइलाइट्स
एक साल से ज्यादा समय से जेल बंद है साजिद मीर
जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद कराया गया है एडमिट
जेल के भीतर जहर देकर साजिद मीर को मारने की कोशिश

Sajid Mir
साजिद मीर लश्कर का एक बड़ा चेहरा है।

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की हाल के समय में हुई हत्याओं के बारे में कई तरह के दावों के बीच पाकिस्तान में एक और आतंकी मौत के करीब है। ग्लोबल आतंकवादी और 26/11 के मुंबई हमलों का प्रमुख साजिशकर्ता साजिद मीर इस समय अस्पताल में भर्ती है। लश्कर कमांडर साजिद मीर को जेल में जहर दिए जाने की चर्चा है, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साजिद मीर को जहर दिए जाने की चर्चा ने पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के बीच एक अनिश्चितता का माहौल बना दिया है कि आखिर कैसे लगातार उनके कमांडरों को मारा जा रहा है।

साजिद मीर को पाकिस्तान के डेरा गाजी खान की सेंट्रल जेल में रखा गया था, जहां कथित तौर पर उसे जहर दे दिया गया। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि पाकिस्तान के अफसरों ने नहीं की है। तबीयत बिगड़ने पर मीर को जेल से एयरलिफ्ट करते हुए सीएमएच इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, बहावलपुर लाया गया है। जहां उसका इलाज हो रहा है। साजिद मीर को साजिशन जहर दिए जाने की इसलिए भी चर्चा है क्योंकि उसे कुछ महीने पहले ही लाहौर सेंट्रल जेल से डेरा गाजी खान की सेंट्रल जेल में स्थानांतरित किया गया था। पाकिस्तान की आतंकवाद-निरोधी अदालत ने पिछले साल उसे आतंक-वित्तपोषण मामले में 8 साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था।

मुंबई हमलों के बाद बदला था चेहरा

साजिद मीर के बारे में एफबीआई ने दावा किया था कि मुंबई हमलों के बाद उसने अपना चेहरा बदल लिया था। अमेरिका की एजेंसी एफबीआई के मुताबिक आतंकी साजिद मीर कई बार अपने नाम बदल चुका है और मुंबई हमलों के बाद उसने चेहरा भी बदला था। प्लास्टिक सर्जरी कर उसने खुद को बदल लिया था, जिससे उसे पहचाना ना जा सके।

पाकिस्तान में खालिस्तानी आतंकी संगठन लखबीर सिंह रोडे की भी मौत हो गई है। रोडे प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का चीफ था। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उसकी मौत होने की बात सामने आई है। भारत सरकार ने लखबीर सिंह रोडे को उसकी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए यूएपीए के तहत आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया था। रोडे जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था और कई सालों से पाकिस्तान में रह रहा था। रोडे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर पंजाब में टिफिन बम मॉड्यूल के जरिए धमाकों की साजिश रची थी। रोडे 2021 के लुधियाना कोर्ट विस्फोट का मुख्य षड्यंत्रकर्ता था।

PakistanLakhbir Singh Rode Khalistan Liberation Force Cheif Is Dead In Pakistan
आईएसआई के पिट्ठू लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत, खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का था चीफ
पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला रोडे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का काफी करीबी था। वह आईएसआई की मदद से पंजाब और भारत के दूसरे सूबों में हिंसा फैलाने की साजिश रचता रहता था। पंजाब पुलिस ने पिछले कुछ सालों में राज्य में टिफिन बम मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। इस टिफिम बम मॉड्यूल के पीछे भी रोडे का ही दिमाग होने की बात सामने आई थी।
हाइलाइट्स
गिरफ्तारी से बचने के लिए पाक भाग गया था
कई सालों से पाकिस्तान को बना रखा था ठिकाना
भारत में कई बार शांति भंग करने की कोशिश की थी
नीली पगड़ी में खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोड।
प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ लखबीर सिंह रोडे की पाकिस्तान में मौत हो गई है। भारत विरोधी अभियानों के लिए कई सालों तक पाकिस्तान के लिए अहम शख्स रहा खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे 72 साल का था। दिल का दौरा पड़ने की वजह से उसकी मौत होने की बात सामने आई है। भारत सरकार ने लखबीर सिंह रोडे को उसकी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए यूएपीए के तहत आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया था। रोडे जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था और कई सालों से पाकिस्तान में रह रहा था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखबीर सिंह के भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने पाकिस्तान में उसकी मौत की पुष्टि की है। जसबीर सिंह ने बताया है सोमवार को पाकिस्तान में उनके भाई का अंतिम संस्कार किया गया है। रोडे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर पंजाब में शांति भंग करने की कोशिश करता रहता था। पंजाब में टिफिन बम मॉड्यूल के जरिए उसने धमाकों की साजिश रची थी। रोडे 2021 के लुधियाना कोर्ट विस्फोट का मुख्य साजिशकर्ता था। रोडे के भतीजे और पूर्व अकाल तख्त जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे के बेटे को भी आरडीएक्स और टिफिन बम की बरामदगी के मामले में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था

हाल ही में जब्त की गई थी जमीन
मोहाली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत ने पंजाब के मोगा जिले में रोडे की जमीन को जब्त करने का आदेश दिया था। यह जमीन मोगा जिले की बाघापुराना तहसील के स्मालसर के पास कोठे गुरुपुरा गांव में है। अदालत ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 33(5) के तहत भूमि को जब्त करने का आदेश दिया, जिसके तहत एक न्यायाधीश गंभीर अपराधों में शामिल घोषित अपराधी की संपत्ति को जब्त कर सकता है। टिफिन बम विस्फोट से जुड़े मामले में जलालाबाद पुलिस स्टेशन में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम में 16 सितंबर, 2021 को एफआईआर दर्ज की थी।

लखबीर सिंह रोडे मूल रूप से पंजाब के मोगा जिले के गांव रोडे का रहने वाला था। उसके नाम के साथ भी रोडे गांव की वजह से ही जुड़ा था। रोडे जरनैल सिंह भिंडरावाला का भतीजा था। भिंडरावाला 70 और 80 के दशक में खालिस्तान की मांग को लेकर हिंसा करने वाले बड़े चेहरों में से एक रहा है। रोडे का भी कई आतंकी गतिविधियों में नाम आया था। जिसके बाद रोडे भारत से दुबई भाग गया था और वहां पाकिस्तान में अपना ठिकाना बनाया था

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *