उत्तराखंड भाजपा विधायक दल नेता को राजनाथ और मीनाक्षी लेखी पर्यवेक्षक, बंशीधर प्रोटेम स्पीकर

भाजपा ने चार राज्‍यों में नियुक्‍त किए पर्यवेक्षक, अमित शाह को यूपी, राजनाथ सिंह को उत्तराखंड और नरेंद्र सिंह तोमर को गोवा की कमान

विधानसभा चुनावों में चार राज्‍यों में सफलता पानी वाली भाजपा ने सरकारों के गठन की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में भाजपा के संसदीय बोर्ड ने सोमवार को चारों राज्‍यों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए।

भाजपा ने चार राज्‍यों में पर्यवेक्षक नियुक्‍त कर दिए हैं।

देहरादून/ नई दिल्ली 14मार्च । चार राज्यों में भाजपा की ऐतिहासिक जीत कितनी अहमियत रखती है इसका अंदाजा यहां होने वाली विधायक दल की बैठकों के लिए भेजे जा रहे पर्यवेक्षकों के कद से समझी जा सकती है। 2024 में भाजपा की राह आसान करने वाले उत्तर प्रदेश में भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पर्यवेक्षक बनाया है। इसी तरह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को उत्तराखंड, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को मणिपुर और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को गोवा का पर्यवेक्षक नामित किया गया है। इन राज्यों में होली के बाद 19 मार्च को विधायक दल की बैठकें होने की संभावना है।

उत्तर प्रदेश में नेतृत्व का संकट नहीं

ध्यान देने की बात है कि भाजपा की जीत के बाद पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में 2022 की जीत ने 2024 का परिणाम तय कर दिया है। अमित शाह को पर्यवेक्षक बनाने को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। उत्तर प्रदेश में नेतृत्व का कोई संकट नहीं है।

सभी वर्गों को स्‍थान देने पर जोर

स्पष्ट रूप से योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया है और उनके नाम पर विधायक दल की मुहर लगनी तय है। लेकिन देश के इस सबसे बड़े राज्य में सभी वर्गों, क्षेत्रों और जातियों का मंत्रिमंडल में समुचित स्थान सुनिश्चित करना भविष्य की रणनीति के लिए जरूरी होगा।

केशव प्रसाद मौर्य के भविष्‍य को लेकर अटकलें

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव हार जाने पर उनके भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। पिछड़े वर्ग के बड़े चेहरे के रूप में उनका सरकार या पार्टी में सम्मानजनक स्थान भी सुनिश्चित करना होगा। इसी तरह विधानसभा चुनावों में पहली बार उम्मीदों के साथ दलित वर्ग ने भाजपा का दामन थामा है। अमित शाह को इस वर्ग की राजनीतिक आकांक्षाओं का भी ख्याल रखना होगा। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास इसमें उनका सहयोग करेंगे।

मणिपुर में बीरेन सिंह के नाम पर लगेगी मुहर

मणिपुर में निर्मला सीतारमण को पर्यवेक्षक बनाकर भाजपा ने पूर्वोत्तर को अहमियत देने की मोदी सरकार की नीति को आगे बढ़ाया है।     यहां किरिन रिजीजू उनका सहयोग करेंगे।     असम के बाद मणिपुर पूर्वोत्तर का दूसरा ऐसा राज्य है जहां भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में आई है। यहां खास बात यह है कि मणिपुर में पहली बार भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करने में सफल रही है। बीरेन सिंह का वहां विधायक दल का नेता चुना जाना तय है।

गोवा में प्रमोद सावंत का नेता बनना तय

गोवा में पहली बार स्पष्ट बहुमत के साथ और लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही भाजपा ने नरेंद्र सिंह तोमर को पर्यवेक्षक बनाया है जहां प्रमोद सावंत का फिर से विधायक दल का नेता चुना जाना तय है।

उत्तराखंड में दरकिनार नहीं किया जा रहा धामी का दावा

उत्तराखंड में भारी बहुमत से जीतने के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हार ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। धामी की हार के बाद राज्य के कई दिग्गज नेताओं ने अपना दावा पेश करना शुरू कर दिया है। राज्य में नेतृत्व की उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने की जिम्मेदारी राजनाथ सिंह को सौंपी गई है। विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी उनके साथ होंगी। जटिल राजनीतिक परिस्थितियों में बेहतर सामंजस्य बिठाने और सर्वसम्मति बनाने में माहिर राजनाथ सिंह विधायक दल को एक सर्वमान्य नेता चुनने में मदद करेंगे। फिलहाल वहां जीते हुए विधायकों में से किसी एक को चुने जाने की संभावना के बीच पुष्कर सिंह धामी के दावे को भी दरकिनार नहीं किया जा रहा है।

भाजपा के सबसे वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत को बनाया गया प्रोटेम स्पीकर, राज्यपाल ने किया नियुक्त

नई सरकार में कौन मंत्री बनेगा और किसको सौंपी जाएगी विधानसभा अध्यक्ष की कमान, राजनीतिक हलकों समेत आमजन के बीच इसकी खासी चर्चा है। नई कैबिनेट में पुराने चेहरों से इतर नए नामों की सूची लंबी होती जा रही है, लेकिन इसी बीच राज्य में प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति कर दी गई है।

उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के गठन के लिए वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने कालाढूंगी से विधायक चुने गए बंशीधर को नया विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने तक प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। इस संबंध में राज्यपाल ने अधिसूचना जारी कर दी है।

संविधान के अनुच्छेद 180(1) में राज्यपाल ने सातवीं बार विधायक चुने गए भाजपा के बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। जल्द ही राज्यपाल की ओर से प्रोटेम स्पीकर को पद की शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे।

बंशीधर भगत राज्य के छठे प्रोटेम स्पीकर होंगे। इससे पूर्व 2017 में हरबंस कपूर ने पांचवें प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली थी। होली के बाद नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। इसके लिए विधानसभा सचिवालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।

यह होता है प्रोटेम स्पीकर

चुनाव के बाद जब तक विधानसभा की ओर से नए अध्यक्ष का निर्वाचन नहीं कर लिया जाता है। तब तक विधानसभा अध्यक्ष पद के कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए संविधान के अनुच्छेद-180(1) के अनुसार राज्यपाल की ओर से कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) की नियुक्ति की जाती है।

इसके साथ ही संविधान के अनुच्छेद-188 के प्रावधान के अनुसार नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन में स्थान ग्रहण करने से पूर्व राज्यपाल या उनके  नियुक्त किसी व्यक्ति के समक्ष शपथ लेनी आवश्यक होता है। ऐसे में राज्यपाल की ओर से वरिष्ठ विधायक को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाता है। प्रोटेम स्पीकर ही अन्य सदस्यों को शपथ दिलाते हैं। शपथ लेने के बाद ही सदस्य विधानसभा अध्यक्ष को चुनते हैं। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष प्रोटेम स्पीकर को भी सदस्य की शपथ दिलाते हैं।

सातवीं बार विधायक चुने गए बंशीधर

बंशीधर भगत अब तक सात बार विधायक बन चुके हैं। वर्ष 1991 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में नैनीताल से विधायक चुने गए। फिर 1993 दूसरी व 1996 में तीसरी बार नैनीताल के विधायक बने। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार में खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री, पर्वतीय विकास मंत्री, वन राज्य मंत्री का कार्यभार संभाला।

वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद वह उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रहे। वर्ष 2007 में हल्द्वानी विधानसभा से वह चौथी बार विधायक बने। उन्हें वन और परिवहन मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2012 में परिसीमन कालाढूंगी विधानसभा से उन्होंने फिर विजय प्राप्त की। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में छठी जीत दर्ज की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री बनने के बाद उन्होंने सातवीं बार कालाढूंगी से इस बार भी जीत दर्ज की है।

 षड्यंत्र करने वालों को जनता ने मुंहतोड़ जवाब दिया, हरीश रावत को संन्यास लेने की दी सलाह

वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि प्रदेश कार्यालय में आने पर देहरादून के कार्यकर्ताओं ने जैसा उत्साह दिखाया, उससे मैं बहुत प्रभावित हूं कि उन्होंने मुझे इतना सम्मान दिया। कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा को जो जनादेश मिला है, वह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति जनता की आस्था है।

कालाढूंगी से चुनाव जीते भाजपा के सबसे वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि चुनाव में मेरे खिलाफ षड्यंत्र करने वालों को जनता ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। भगत सोमवार को प्रदेश पार्टी कार्यालय पहुंचे थे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका आतिशबाजी के साथ जोरदार स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश कार्यालय में आने पर देहरादून के कार्यकर्ताओं ने जैसा उत्साह दिखाया, उससे मैं बहुत प्रभावित हूं कि उन्होंने मुझे इतना सम्मान दिया। पूरे प्रदेश में भाजपा को जो जनादेश मिला है, वह मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति जनता की आस्था है। विशेष रूप से महिलाओं ने भाजपा के प्रति विश्वास व्यक्त किया। भाजपा की जीत से नए युग का आरंभ हुआ है। यह सरकार लगातार उत्तराखंड में बनी रहेगी, ऐसी कामना है।

चुनाव के दौरान एक विवादित ऑडियो वायरल होने के सवाल पर भगत ने इसे विरोधियों की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने साजिश की, उन्हें जनता ने मुंहतोड़ जवाब दे दिया। उन्हें अनुमान से चार हजार ज्यादा वोट पड़े।

नेताओं की दिल्ली दौड़ पर उन्होंने कहा कि दिल्ली जाना कोई गुनाह नहीं है। इस तरह की चर्चाएं आम हैं। जो भी निर्णय होगा,  स्वीकार होगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को उन्होंने संन्यास लेने की सलाह दी। इससे पूर्व उनके प्रदेश पार्टी कार्यालय पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की। मिठाई बांटी और पक्ष में नारे लगाए।

नगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट ने बताया कि देहरादून जिले के प्रभारी मंत्री के तौर पर भगत ने 10 में से 9 सीटों पर पुन: भाजपा की ऐतिहासिक जीत को दोहराया है, इसी उपलक्ष्य में आज उनका भव्य स्वागत किया गया है।

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