यही तो डर था: ….और अब ‘द केरल स्टोरी

‘द कश्मीर फाइल्स’ के बाद अब ‘द केरल स्टोरी’, धर्म परिवर्तन की कहानी बयां करेगी फिल्म

‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) लगातार कमाई के रिकॉर्ड्स तोड़ रही है और अब इसी तरह की एक और फिल्म का टीजर हाल ही में रिलीज हुआ, जिसका नाम है ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story). इस फिल्म को विपुल शाह प्रोड्यूस कर रहे हैं.

‘द कश्मीर फाइल्स’ के बाद अब ‘द केरल स्टोरी’, धर्म परिवर्तन की कहानी बयां करेगी फिल्म
‘द कश्मीर फाइल्स’ के बाद अब ‘द केरल स्टोरी’
‘द केरल स्टोरी’ का टीजर रिलीज
विपुल शाह लेकर आ रहे फिल्म

नई दिल्ली: कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) लोगों को खूब भा रही है. इस फिल्म में साल 1990 में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार की कहानी को उजागर किया गया है और अब इसी आइडिए के ईर्द-गिर्द घूमती एक और फिल्म अनाउंस कर दी गई है, जिसका टीजर रिलीज कर दिया गया है. प्रोड्यूसर विपुल शाह (Vipul Shah) दिल दहला देने वाली और एक और सच्ची कहानी पर ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) पर फिल्म बना रहे हैं.

‘द केरल स्टोरी’ का टीजर रिलीज

विपुल शाह (Vipul Shah) सच्ची कहानी पर आधारित ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) पर फिल्म बना रहे हैं. विपुल शाह की यह फिल्म उन 32 हजार लड़कियों के गायब होने की कहानी है, जो वापस कभी अपने घर नहीं लौट पाईं. मेकर्स ने यूट्यूब और बाकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस फिल्म का 1 मिनट 10 सेकेंड का एक छोटा सा टीजर रिलीज कर दिया है.

 

 

क्या है टीजर में

टीजर के इस वीडियो में हम देख सकते हैं कि शुरुआत में डिजिटल घड़ी पर वक्त दिखाया जा रहा है. रात के 11:56 से शुरू होकर यह घड़ी 12:01 बजे पर रुक जाती है. घड़ी रुकने के बाद वीडियो में यह लिखा आ रहा है कि अगर आपकी बेटी देर रात तक घर वापस ना लौट आए तो आप को कैसा महसूस होता है? केरल में हजारों लड़कियां गायब हो चुकी हैं और पिछले 12 सालों में वह अपने घर कभी नहीं आईं. इस वीडियो में बैकग्राउंड में कई लोगों के रोने की आवाज सुनाई दे रही है.

पूर्व मुख्यमंत्री का बयान

वीडियो में आगे वह 24 जुलाई को केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अचुतानंदन (2006-11) का भाषण दिखाया जा रहा है. वह मलयाली भाषा में बात कर रहे हैं लेकिन उसका अंग्रेजी अनुवाद वीडियो में लिखा गया है. वीडियो में वह यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि, पॉपुलर फ्रंट भी बैन लगाई जा चुका संगठन एनडीएफ के एजेंडे की तरह एजेंडा बना रहा है और वह केरल को एक मुस्लिम राज्य बनाने की कोशिश कर रहा है. उन्हें आने वाले 20 सालों में केरल को मुस्लिम राज्य बनाना हैं.

सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म

वीडियो में आगे यह लिखा है कि हजारों लड़कियों की पिछले 10 सालों से आईएसआईएस और दूसरे इस्लामिक युद्ध क्षेत्रों (Islamic War Zone) में तस्करी की गई है. फिल्म के नाम के बाद वीडियो की आखिर में यह लिखा गया है कि यह कहानी 32 हजार लड़कियों की सच्ची कहानी है. यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. लोग कह रहे हैं कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ के बाद अब कई निर्माता लोगों के सामने अपनी फिल्मों के जरिए सच्चाई लाने की हिम्मत जुटा पा रहे हैं.

10 साल में 32 हजार लड़कियों के गायब होने की कहानी, धर्म परिवर्तन और ISIS पर बनेगी फिल्म

द कश्मीर फाइल्स ने बॉलीवुड फिल्मों के लिए एक नया ट्रेंड सेट कर दिया है। कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार के बाद अब केरल में पिछले 10 साल में 32 हजार लड़कियों के गायब होने और उसके पीछे आतंकवादी संगठन ISIS का हाथ होने की कहानी बड़े पर्दे पर उतारी जाएगी।

फिल्म का नाम ‘द केरल स्टोरी’ रखा गया है, जिसे सुदीप्तो सेन डायरेक्ट करने वाले हैं। मंगलवार को इसका अनाउंसमेंट किया गया है। फिल्म में ह्यूमन ट्रैफिकिंग, ISIS द्वारा लड़कियों को उठाना, उनसे अपने लड़ाकों की शादी कराना, धर्म परिवर्तन जैसे मुद्दे होंगे।

लड़कियों की तस्करी और अवैध व्यापार पर होगी फिल्म की कहानी

मेकर्स की तरफ से एक शॉर्ट टीजर जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने केरल से हो रही हजारों लड़कियों की तस्करी और अवैध व्यापार के बारे में बताया है। टीजर के मुताबिक अभी तक केरल से 32 हजार से अधिक महिलाओं का अपहरण हुआ है। यहीं से केरल को इस्लामिक राज्य में बदलने के लिए एक अभियान भी शुरू किया जाता है। केरल में इस तरह की घटनाएं एक दशक से भी ज्यादा समय से हो रही हैं। इस पर मेकर्स ने लंबे समय तक रिसर्च की है।

यह फिल्म आपको अंदर से झकझोर देगी

फिल्म को लेकर प्रोड्यूसर विपुल अमृतलाल शाह ने कहा, “यह कहानी एक ह्यूमन ट्रेजडी है, जो आपको अंदर तक झकझोर देगी। जब सुदीप्तो ने आकर मुझे 3-4 साल से ज्यादा के अपने रिसर्च के साथ इसे सुनाया, तो मैं पहली बार में रो पड़ा। उसी दिन मैंने इस फिल्म को बनाने का फैसला किया। मुझे खुशी है कि अब हम फिल्म के साथ आगे बढ़ रहे हैं और हम घटनाओं की एक बहुत ही वास्तविक, निष्पक्ष और सच्ची कहानी बनाने की उम्मीद करते हैं।”

यह फिल्म मांओं के रोने की आवाज है

वहीं राइटर डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ने कहा, “एक जांच के अनुसार 2009 से केरल और मैंगलोर की लगभग 32,000 लड़कियों को हिंदू और ईसाई समुदायों से इस्लाम में परिवर्तित किया गया है और उनमें से ज्यादातर सीरिया, अफगानिस्तान और अन्य आईएसआईएस और हक्कानी प्रभावशाली क्षेत्र में पहुंचाई गई हैं।

इस पर अपने रिसर्च और पूरे क्षेत्र की यात्रा के दौरान, हमने भागी हुई लड़कियों की मांओं के आंसू देखे हैं। हमने उनमें से कुछ को अफगानिस्तान और सीरिया की जेलों में पाया। ज्यादातर लड़कियों की शादी ISIS के खूंखार आतंकियों से हुई थी और उनके बच्चे भी हैं। यह महत्वपूर्ण फिल्म उन सभी मांओं के रोने की आवाज सुनने की कोशिश कर रही है, जिन्होंने अपनी बेटियों को खो दिया है।

The Kerala Story विपुल अमृतलाल शाह ने इससे पहले ह्यूमेन वेब सीरीज बनायी थी जो डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई थी। इस सीरीज में मेडिकल की दुनिया में अवैध रूप से दवाओं के परीक्षण के मुद्दे को हाइलाइट किया था।

निर्माता-निर्देशक विपुल अमृतलाल शाह ने वेब सीरीज ह्यूमेन के बाद अपने अगले प्रोजेक्ट का एलान किया है। ह्यूमेन में गैर कानूनी रूप से ड्रग टेस्टिंग की कहानी दिखाने वाले विपुल इस बार केरल में महिलाओं की तस्करी के दहलाने वाली दास्तां पर्दे पर लेकर आ रहे हैं। द केरल स्टोरी शीर्षक से बनायी जा रही फिल्म का एलान एक टीजर के साथ किया गया है।

इस एनाउंसमेंट वीडियो में आंकड़ों के आधार पर तस्करी के बारे में बताया गया है कि केरल से आईएसआईएस और दुनिया के अन्य युद्धग्रस्त क्षेत्रों के लिए व्यवस्थित अपहरण और हजारों महिलाओं की तस्करी की जाती है। आंकड़ों की मानें तो 32000 से अधिक महिलाओं का अवैध व्यापार किया गया है और यह मौजूदा दौर में अति चिंतनीय है। द केरल स्टोरी को सुदीप्तो सेन ने लिखा है और वही निर्देशित भी कर रहे हैं।

निर्माता विपुल अमृतलाल शाह ने कहा- “यह कहानी एक मानवीय त्रासदी की है, जो आपको अंदर तक झकझोर देगी। जब सुदीप्तो ने आकर मुझे 3-4 साल से ज्यादा के अपने रिसर्च के साथ सुनाया तो पहली ही बार में मैं रो पड़ा था। उसी दिन मैंने इस फिल्म को बनाने का फैसला किया। मुझे खुशी है कि अब हम फिल्म के साथ आगे बढ़ रहे हैं और हम घटनाओं की एक बहुत ही वास्तविक, निष्पक्ष और सच्ची कहानी बनाने की उम्मीद करते हैं।’

सुदीप्तो सेन ने बताया, “हाल ही में एक जांच के अनुसार, 2009 से केरल और मैंगलोर की लगभग 32,000 लड़कियों को हिंदू और ईसाई समुदायों से इस्लाम में परिवर्तित किया गया है और उनमें से ज्यादातर सीरिया, अफगानिस्तान और अन्य आईएसआईएस और हक्कानी प्रभावशाली क्षेत्र में पहुंच जाती हैं। इन फैक्ट्स को स्वीकार करने के बावजूद सरकारी स्तर पर कोशिशें नहीं की जा रहीं।”

सुदीप्ता ने बताया कि रिसर्च के लिए उनकी टीम ने इस क्षेत्र की बड़े पैमाने पर यात्रा की और भागी हुई लड़कियों की मांओं के आंसू देखे हैं। हमने उनमें से कुछ को अफगानिस्तान और सीरिया की जेलों में पाया। ज्यादातर लड़कियों की शादी ISIS के खूंखार आतंकियों से हुई थी और उनके बच्चे भी हैं। यह महत्वपूर्ण फिल्म उन सभी मांओं के दर्द को सामने लेकर आएगी, जिन्होंने अपनी बेटियों को खो दिया है।”

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