जातिगणना के साइड-इफेक्ट:CM को अब ईबीसी का दावा,BJP की मांग को राजद से समर्थन

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जाति के ‘चक्रव्यूह’ में फंसा लालू परिवार, तेजस्वी यादव अब नहीं बन पाएंगे बिहार के मुख्यमंत्री?
आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि आबादी के अनुसार, एक नंबर की कुर्सी मिलना चाहिए। आरजेडी अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने कहा कि सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में ईबीसी सबसे बड़ा वर्ग है। जिसकी संख्या अधिक है, उसे ही नंबर वन की कुर्सी मिलना चाहिए

पटना 9 अक्टूबर: कास्ट सर्वे रिपोर्ट से आरजेडी और जेडीयू के नेता उत्साहित हैं। इस मुद्दे को लेकर महागठबंधन के नेता भाजपा को पहले दिन से घेर रहे हैं। हालांकि अब इस मुद्दे पर खुद लालू परिवार ही घिरने लगा है। जाति गणना रिपोर्ट का इस्तेमाल आरजेडी नेता अब तेजस्वी यादव के खिलाफ करने लगे हैं। आरजेडी अति पिछड़ा प्रकोष्ठ अध्यक्ष और एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि एक नंबर की कुर्सी ईबीसी समाज को मिलना चाहिए। रामबली सिंह आबादी को आधार बनाकार दावा किया नंबर वन की कुर्सी उसे मिलना चाहिए, जिसकी संख्या सबसे अधिक है।
दरअसल, CM इन वेटिंग माने जा रहे तेजस्वी यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं। जातिगत गणना में ओबीसी की आबादी बिहार में 27.12 प्रतिशत है। वहीं ईबीसी (अति पिछड़ा वर्ग)वर्ग की आबादी 36.01 प्रतिशत है। आंकड़े सामने आने के बाद सबसे पहले आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने ही कहा था कि जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी। अब आरजेडी एमएलसी इसी बयान के आधार पर नंबर वन की कुर्सी की मांग कर दी है।
तो अब मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे तेजस्वी?
आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी का अति पिछड़ा मुख्यमंत्री की बात करना राजनीतिक तौर आरजेडी के युवराज के लिए खतरे की घंटी है। तेजस्वी यादव की ताजपोशी के लिए खतरनाक संकेत है। भाजपा रिपोर्ट आने के बाद से ही अति पिछड़ा को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रही है, क्योंकि बिहार में सबसे अधिक आबादी उनकी ही है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या तेजस्वी यादव अब मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे?

रामबली सिंह चंद्रवंशी ने क्या कहा

आरजेडी के विधान परिषद सदस्य रामबाली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि अगर कास्ट सर्वे रिपोर्ट की माने तो ईबीसी सबसे बड़ा वर्ग है। ऐसे में अब अति पिछड़ा को सत्ता की बात होनी चाहिए। एक नंबर की कुर्सी अति पिछड़ा वर्ग को ही मिलना चाहिए। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी का नाम नहीं लिया। लेकिन समझा जा सकता है कि उनका इशारा किस कुर्सी पर है।

रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि अब अति पिछड़ा वर्ग जग गया है। हर जिले, हर कस्बे, हर पंचायत में अति पिछड़ा वर्ग के लोग समझदार हो गए हैं। अपना हक लेना जानते हैं। नाइंसाफी और हकमारी को भी समझने लगे हैं। आरजेडी एमएलसी ने कहा कि अगर जातीय गणना सही है तो राज्य सरकार को वार्ड वाइज सूची जारी करना चाहिए।

Rjd Chief Lalu Yadav Belong To Which Caste Samrat Chaudhary Revealed Biggest Secret Of Bihar
यादव नहीं गड़रिया जाति के हैं लालू? सम्राट चौधरी ने खोल दिया बिहार का सबसे बड़ा राज

बिहार की नीतीश सरकार की ओर से जारी की गई जातीय जनगणना रिपोर्ट पर राजनीति तेज है। बिहार भाजपा के नेता पहले दिन से ही इस रिपोर्ट को आधा-अधूरा बता रहे हैं। इस सब के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि आरजेडी प्रमुख लालू यादव ‘यादव’ जाति से नहीं आते हैं।
बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना ने देश की राजनीति में भूचाल ला रखा है। इस पर पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीति हो रही है। दरअसल, दो अक्टूबर को नीतीश कुमार की सरकार ने जाति जनगणना की रिपोर्ट जारी की। इसके साथ ही अलग-अलग जातियों के आंकड़े और वर्गों का प्रतिशत भी सामने आ चुका है। आकंड़े सामने आने के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष में बयानबाजी तेज हो गई है।

इन सब के बीच बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि आरजेडी प्रमुख लालू यादव ‘यादव’ जाति से नहीं आते हैं। उन्होंने कहा कि लालू यादव की कठपुतली नीतीश कुमार बन गए हैं। बिहार सरकार ने जो जातिगत सर्वे रिपोर्ट जारी किया है, वह आधा-अधूरा है। नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि बिहार की सामाजिक और आर्थिक संरचना क्या है?

सम्राट चौधरी ने क्या कहा

सम्राट चौधरी ने कहा कि यह 1931 वाला जातिगत जनगणना नहीं है। यह सर्वे है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ये बातें बताना चाहिए। नीतीश कुमार को ये भी बताना चाहिए आर्थिक, सामाजिक संरचना में कौन गरीब रह गया? कौन सा वर्ग किस जाति से आता है? कौन व्यक्ति किस जाति से आता है? इन सवालों का जवान बिहार के मुख्यमंत्री के देना चाहिए।

किस को किस कैटेगरी में रखा?

सम्राट चौधरी ने कहा कि इस देश में किसी की जाति नहीं बदल सकती है। धर्म बदल सकता है। तेजस्वी यादव गड़रिया जाति से आते हैं। और उनकी पत्नी क्रिश्चियन हैं। ऐसे में बिहार की जनता जाननी चाहती है कि किस को किस वर्ग में रखा गया है। किस जिले में कौन-कौन जाति के लोग हैं? उनकी संख्या क्या है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जानने भर से नहीं होता है। बिहार की जनता जानना चाहती है कि किस पंचायत में किस जाति के लोग रहते हैं, उनकी संख्या क्या है। सामाजिक आर्थिक संरचना क्या है?

आरजेडी प्रमुख लालू ‘यादव’ नहीं हैं

सम्राट चौधरी ने कहा कि ये सभी जानते हैं कि लालू यादव ‘यादव’ जाति से नहीं आते हैं। गड़रिया समाज से आते हैं। ये सभी लोग जानते हैं। कोई जाति नहीं बदल सकता है। धर्म बदल सकता है। बिहार भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर मैं कुशवाहा में जन्म लिया है, तो कुशवाहा ही रहूंगा। यह स्पष्ट है।

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