नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स मीट 2024 में जिला संघों की लापरवाही से खिलाड़ी परेशान

सबसे बड़े टैलेंट-सर्च में एथलीट्स को किराया तक नहीं मिला:कोई कर्ज लेकर आया, तो किसी ने चंदा जुटाया; नीरज चोपड़ा इसी टूर्नामेंट की खोज

गुजरात के अहमदाबाद में 16 से 18 फरवरी तक अंडर-14 और अंडर-16 की 19 वीं नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स मीट (NIDJM)का आयोजन हो रहा है।

राजकमल गोयल

अहमदाबाद 18 फरवरी 2024। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सबसे बड़े टैलंट सर्च में आए खिलाड़ियों को जिला एथलेटिक्स फेडरेशन के अधिकारियों की लापरवाहियों का खामियाजा उठाना पड़ रहा है। यहां अहमदाबाद में चल रही चैंपियनशिप में हिस्सा लेने आए आधे से अधिक खिलाड़ियों को किराया तक नहीं मिला है। ऐसे में खिलाड़ियों को अपने खर्चे पर चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए आना पड़ रहा है। कोई कर्ज लेकर आ रहा है, तो कोई अपने सपने पूरे करने के लिए चंदा जुटाकर आया है।

एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 19वीं नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स मीट (NIDJM) का आयोजन विश्व के सबसे बड़े ग्रासरूट टेलेंट सर्च प्रोग्राम के रूप में किया है। दिग्गज जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इसी टूर्नामेंट की खोज हैं।

21 साल पुराने इस टूर्नामेंट में इस बार 616 जिलों से 5000 से ज्यादा एथलीट भाग ले रहे हैं।

खिलाड़ियों को क्यों नहीं मिल रहा टीए

अंडर-14 और अंडर-16 की इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के खर्चे फेडरेशन वहन करती है। फेडरेशन सीधे जिला संघ के बैंक खातों में यह राशि भेजती है, लेकिन पिछले कुछ साल से आधे से अधिक खिलाड़ियों को यह राशि नहीं मिल पा रही है। क्योंकि आधे से अधिक जिला संघों ने फेडरेशन की वेबसाइट में अपनी पंजियन नहीं कराया है और फेडरेशन के पास इन खिलाड़ियों की जानकारी नहीं है। ​​​​​​​

आधे से ज्यादा संघों ने नहीं दिया अकाउंट नंबर

अहमदाबाद 616 जिले के एथलीट भाग ले रहे हैं। सभी ने ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था, लेकिन 616 में से सिर्फ 320 जिलों ने ही बैंक अकाउंट नंबर दिया है। इनमें बिहार के 39 में से सिर्फ 10 जिलों ने ही अकाउंट नंबर दिए हैं।

क्या कहते हैं खिलाड़ी…?

कोच पटना में छोड़कर चले गए, पैसा आज तक नहीं मिला
बिहार के अररिया के आए मोहम्मद जावेद अली ने बताया कि पिछले साल का भी किराया भत्ता और डेली अलाउंस अब तक नहीं मिला है। पिछले साल NIDJM पटना में हुआ था। तब हमारे कोच ने बताया कि पटना में जाने के बाद पता चलेगा कि किराया मिलेगा या नहीं। पटना जाने के बाद वह हमें छोड़ कर चले गए। हमें किराया का पैसे आज तक नहीं मिला।

इस साल भी हम लोग अपना पैसा लगाकर आए हैं। इस पर टीम के कोच विवेक कुमार कहते हैं कि मैं पहली बार टीम लेकर आया हूं। हमें जिला एसोसिएशन से हमें कुछ भी नहीं दिया गया है। बच्चे खुद ही किराया लगाकर आए हैं।

इवेंट में ट्रायथलॉन, पेन्थाथलन, जैवलिन थ्रो, लॉन्ग जंप, हाई जंप, शॉट पुट और रेस-हर्डल्स इवेंट हुए।

2 साल से खुद का पैसा लगाकर आ रहा हूं

दरभंगा से आए सईदी हसन मेहदी ने बताया कि पिछले साल पटना में हुए चैंपियनशिप में खुद ही पैसा लगाकर गए थे। वहीं इस साल भी हम लोग अपने पैसे लगाकर आए हैं। हालांकि यहां आने के बाद यहां पर रहने और खाने-पीने की अच्छी सुविधा दी गई है। दरंभगा में खुद ही प्रैक्टिस करते हैं। वहां पर ग्राउंड में बुनियादी सुविधा तक नहीं है।

रास्ते में लोगों से पैसे मांगकर अहमदाबाद पहुंचे

बेगुसराय जिले से आए नीतीश कुमार ने बताया कि अहमदाबाद आने के लिए किराए में 1600 रुपया लगे हैं। 800 रुपए हमें लोगों ने दिए हैं। बाकी के 800 रुपए कोच सर ने इधर-उधर से इंतजाम किया। पिछले साल हमारे जिले से गए कई लड़कों को अब तक पिछले साल का ही किराया नहीं मिला है।

इस चैंपियनशिप में बिहार के बक्सर जिले से आए चंदन कुमार बताते हैं कि उन्होंने अपने पैसे लगाकर यहां तक आना पड़ा है। उनकी टीम के कई खिलाड़ी तो ऐसे हैं। जिनके लिए किराए के पैसे का इंतजाम उनके पैरंट्स ने उधार लेकर किया है। हमारी टीम में पिछले साल पटना में भाग लेने वाले कई एथलीटों को भी किराया अब तक नहीं मिला है।

जिले का पंजीकरण नहीं हुआ

वहीं छत्तीसगढ़ के उतर बस्तर क्षेत्र से 13 एथलीटों को लेकर आई कोच प्रभा जैन ने बताया कि उनके जिला का पंजीकरण नहीं हुआ है। इसलिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से जो यहां आने का किराया है, वह नहीं मिल पाता है। हम लोगों का प्रयास है कि जल्द से जल्द हमारी जिला एथलेटिक्स एसोसिएशन पंजीकृत हो जाए।

अभी स्पोर्ट्स अधिकारी और जिला एथलेटिक्स संघ के अधिकारियों ने बच्चों के किराए का इंतजाम किया है।

...और जिम्मेदारों का जवाब

जिनका पंजियन हुआ, उन्हें पैसे भेज रहे
नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट एथलेटिक्स चैंपियनशिप के कोर्डिनेटर सीएस राठी ने कहा- ‘सभी जिला एसोसिएशन जो पंजीकृत हैं और अपना अकाउंट नंबर देते हैं, उनके खाते में बच्चों का किराया भेज दिया जाता है।’

आज समापन

गुजरात धीरे-धीरे भारत की अगली खेल राजधानी बनता जा रहा है। राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स मीट (निडजैम) 2024 अहमदाबाद में आज समापन है। यह स्पोर्ट्स मीट 16 फरवरी से शुरू हुई थी ।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को अहमदाबाद में 19वीं राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स मीट (निडजैम) का उद्घाटन किया था। खेल और युवा सेवा राज्य मंत्री हर्षभाई संघवी भी इस अवसर पर मौजूद रहे। यह खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा मौका है। खेल की दुनिया का यह भव्य आयोजन गुजरात के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात खेल में विकास की राह पर

देश के अमृत काल में युवा शक्ति को सुसज्जित और सशक्त बनाकर राष्ट्र विकास का प्रधानमंत्री का ध्येय खेल क्षेत्र में भी साकार हो रहा है।गुजरात धीरे-धीरे भारत की अगली खेल राजधानी बन रहा है। पिछले साल दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम (नरेंद्र मोदी स्टेडियम) में वनडे विश्व कप फाइनल के बाद सरकार ने गिफ्ट सिटी में एक मोटरस्पोर्ट रेस ट्रैक का प्रस्ताव रखा।  राज्य ने 2036 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी को भारत के दावेदारी पेश करने से पहले अहमदाबाद और गांधीनगर में ओलंपिक मानक बुनियादी ढांचा स्थापित करने का मास्टर प्लान भी तैयार किया। खेल के केंद्रीय बजट में निरंतर वृद्धि हुई है। गुजरात में वर्ष 2002 में खेल क्षेत्र का बजट केवल 2.5 करोड़ रुपए था, जो इस वर्ष के बजट में बढ़कर 376 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खिलाड़ियों को ‘जो खेले, वो खिले’ का सूत्र दिया है।

कार्यक्रमों को एएफआई यूट्यूब चैनल पर लाइव-स्ट्रीम किया 

गुजरात खेल प्राधिकरण सहयोग से एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने 16 से 18 फरवरी तक चली  19वीं राष्ट्रीय अंतर जिला जूनियर एथलेटिक्स मीट में देश के 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 5500 से अधिक एथलीट ने हिस्सा लिया।

अंडर-14 और अंडर-16 श्रेणी की इस इवेंट में 3365 लड़के और 2193 लड़कियां रहीं। इसके अलावा, सभी टीमों के 1105 कोच भी खिलाड़ियों के साथ रहे।

विभिन्न राज्यों से पांच हजार एथलीटों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “यह गर्व की बात है दुनिया का सबसे बड़ा ग्रास रूट टैलेंट सर्च कार्यक्रम गुजरात में हो रहा।

गुजरात पुलिस के बैंड के साथ सभी राज्यों से आए एथलीटों के शानदार मार्च पास्ट के साथ इवेंट की शुरुआत हुई। इस अवसर पर इवेंट के एंथम के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई।

कार्यक्रम में राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, शहर पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक, मनपा आयुक्त एम. थेन्नारसन, एएफआई के अध्यक्ष आदिले सुमरीवाला, सचिव रवीन्द्र चौधरी, गुजरात खेल प्राधिकरण के निदेशक आर.एस. निनामा, गुजरात यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉक्टर नीरजा गुप्ता, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के डॉक्टर अर्जुनसिंह राणा सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी मौजूद रहे।

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