मास्को आतंकी हमले में मृतक संख्या 143,ISIS की करतूत, 11बंदी

मॉस्को आतंकी हमले में अब तक 143 मौत, 11 गिरफ्तार:पुतिन ने कल राष्ट्रीय शोक घोषित किया; रूस बोला- खून का बदला खून से लेंगें

रूस की राजधानी मॉस्को में क्रोकस सिटी हॉल पर हुए आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या 143 हो गई है। हमले के लगभग 24 घंटे के बाद शनिवार को राष्ट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कल यानी 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। पुतिन ने कहा कि हमलावरों ने यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश की। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।

पुतिन ने कहा कि हमारे दुश्मन हमें बांट नहीं सकते। रूस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 हमलावर हैं और 7 लोग उनकी मदद करने वाले बताए गए हैं। RT इंडिया की रिपोर्ट मुताबिक, रूस के सिक्योरिटी सर्विस के चीफ ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बताया है कि चार संदिग्ध सफेद रंग की कार में भागने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें रूस-यूक्रेन बॉर्डर से पकड़ा गया। सभी को मॉस्को ले जाया जा रहा है।

हमलावरों के लिए हॉल में छिपाकर रखे थे हथियार
रूसी मीडिया हाउस RT की रिपोर्ट के मुताबिक जांच एजेंसियों ने बताया है कि आतंकी हमला पूरी प्लानिंग के साथ हुआ। हमलावरों के लिए पहले से ही क्रोकस सिटी हॉल में हथियार छिपाकर रखे हुए थे। जांच अभी जारी है।

हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक कथित हमलावर अपना गुनाह कबूल कर रहा है। वो पूरी प्लानिंग के बारे में बता रहा है। हमलावर इस योजना के साथ आए थे कि वो हमला कर यूक्रेन की तरफ भागेंगे। 3 हमलावरों को तस्वीर भी जारी की गई है।

ISIS-K ने ली है हमले की जिम्मेदारी
हमला शुक्रवार रात (22 मार्च) को हुआ। इसकी जिम्मेदारी ISIS-K ने ली है। सेना जैसी वर्दी पहने 4 आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, बम फेंके और भाग गए। पहले आतंकियों की संख्या 5 बताई गई थी। सुबह हमले में 140 से ज्यादा लोगों के घायल होने की जानकारी दी गई थी।

इधर, रूस के पूर्व राष्ट्रपति और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन​​​​​​ दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस खून का बदला खून से लेगा। आतंकवादी सिर्फ आतंक की भाषा ही समझते हैं। जब तक बल का मुकाबला बल से नहीं किया जाता और आतंकवादियों की मौत के साथ-साथ उनके परिवारों पर कार्रवाई नहीं की जाती,तब तक किसी भी जांच का कोई मतलब नहीं।

PM मोदी ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- हम मॉस्को में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में भारत, रूस की सरकार और लोगों के साथ एकजुट है।

इधर, रूस का कहना है कि आतंकियों ने पूरा हॉल  जलाने की कोशिश की थी। जांच में हॉल में कैमिकल्स मिले हैं।

गोलियों की आवाज सुनते ही हॉल में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने लगे।
धमाके के बाद हॉल का ऊपरी हिस्सा आग की चपेट में आ गया।
ISIS बोला- ईसाइयों की बड़ी सभा पर हमला किया
आतंकी संगठन IS ने आमाक न्यूज एजेंसी के जरिए बयान जारी किया, ”इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क शहर में ईसाइयों की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों मारे और घायल हो गए । उनके सुरक्षित अपने ठिकानों पर लौटने से पहले उस जगह पर भारी तबाही हुई। हमले के बाद हमारे लड़ाके मौके से भाग निकले।”

ISIS ने रूस में हमला क्यों किया…
BBC ने अपनी रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा- हमला ISIS की खुरासान विंग यानी ISIS-K ने किया। ISIS-K का नाम उत्तरपूर्वी ईरान, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान और उत्तरी अफगानिस्तान में आने वाले क्षेत्र के नाम पर रखा गया है।

यह संगठन सबसे पहले 2014 में पूर्वी अफगानिस्तान में एक्टिव हुआ। तब रूस के उग्रवादी समूहों के कई लड़ाके इसमें शामिल होने सीरिया पहुंच गए।

ये पुतिन और उनके प्रोपागेंडा का विरोध करते हैं। इनका कहना है कि पुतिन की सरकार चेचन्या और सीरिया में हमले कर मुसलमानों पर अत्याचार करती है। अफगानिस्तान ने मुसलमानों पर इसी तरह के अत्याचार रूस ने सोवियत काल के दौरान किए थे।पुतिन 18 मार्च को 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बने। 5 दिन बाद यह बड़ा आतंकी हमला हुआ।

रूस ने यूक्रेन पर शक जताया
रूस के हमले में यूक्रेन का हाथ होने का शक जताया था। इस पर यूक्रेन ने बयान जारी करते हुए कहा था, ”हम इस तरह के आरोपों को यूक्रेन विरोधी उन्माद को बढ़ावा देना मानते हैं।अंतरराष्ट्रीय समुदाय में यूक्रेन को बदनाम किया जा रहा। हमारे खिलाफ रूसी नागरिक लामबंद किये जा रहे हैं।”

अमेरिकी दूतावास ने हमले की चेतावनी दी थी
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 मार्च को रूस में  अमेरिकी दूतावास ने बड़े हमले को चेताया था। दूतावास ने कहा था कि चरमपंथी मॉस्को में म्यूजिक कॉन्सर्ट में हमले की साजिश रच रहे हैं। दूतावास ने एडवाइजरी में रूस में अमेरिकी नागरिकों से अगले 48 घंटे तक किसी भी बड़ी सभा में नहीं जाने को कहा ।

पुतिन ने अमेरिकी दूतावास के हमले की चेतावनी की निंदा की थी। फिलहाल व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा कि फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। हमले की तस्वीरें बहुत भयानक हैं।

मॉस्को के बिलबोर्ड्स पर ‘शोक’ लिखा हुआ है। पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी जा रही है।
हमले के दौरान रॉक बैंड का कॉन्सर्ट चल रहा था
मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने कहा- हमला हॉल में प्रसिद्ध रूसी रॉक बैंड पिकनिक का कॉन्सर्ट चलते हुआ । घायलों की मदद को घटनास्थल पर 70 एंबुलेंस भेजी गईं साथ ही टास्क फोर्स बनाई गई है।

आतंकवादियों ने ऑटोमैटिक हथियारों के साथ बिल्डिंग के एंट्री गेट पर पहुंच गोलीबारी की। चश्मदीदों के मुताबिक, दाढ़ीवाले हमलावरों के पास AK सीरीज हथियार थे। उन्होंने मेन गैट बंद कर लोगों को नजदीक से गोली मारीं।

हॉल की बालकनी में मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी विटैली ने कहा- मैंने गोलीबारी की आवाज सुनी। पहले तो समझ ही नहीं आया कि क्या हो रहा है। फिर देखा कि कुछ हमलावर गोलियां मार रहे हैं। उन्होंने पेट्रोल बम भी फेंके और आग फैल गई। हम बाहर निकलने को भागे।

100 लोगों का रेस्क्यू
मौके पर पहुंची स्पेशल फोर्स, पुलिस, दंगा रोधी टीमों ने बेसमेंट में फंसे 100 लोगों का रेस्क्यू किया। पुलिस, दंगा नियंत्रण यूनिट समेत फोर्स की अलग-अलग यूनिट मौके पर तैनात हैं। हेलिकॉप्टर से हॉल के ऊपर लगी आग बुझाने की कोशिश की गई। घायलों को इलाज को अस्पताल ले जाया गया।

रूसी अधिकारियों ने कहा कि मॉस्को के हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा कड़ी की गई है। अन्य मॉल और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अलर्ट है। लोगों की जांच हो रही है।

2009 में बना था क्रोकस सिटी हॉल
क्रोकस सिटी हॉल को साल 2009 में क्रास्नोगोर्स्की में बनाया गया था। इसमें तीन अलग-अलग ऑडिटोरियम हैं। जिसमें से एक की क्षमता 7 हजार, दूसरे की 4 हजार से अधिक लोगों की है। इसमें 3 हजार लोगों की क्षमता का थिएटर भी है । क्रोकस सिटी हॉल में साल 2013 में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता हो चुकी। क्रोकस सिटी हॉल मॉस्को क्षेत्र में सबसे बड़े और सबसे लोकप्रिय संगीत स्थलों में एक है।

इस बीच रूसी मीडिया ने आतंकवादियों की तस्वीरें प्रकाशित की. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में आतंकी हमले के चश्मदीदों ने बताया कि हमलावर ‘एशियाई और कॉकेशियाई’ लोगों जैसे दिखते थे और रूसी नहीं, बल्कि विदेशी भाषा में बातचीत कर रहे थे. रूसी मीडिया का दावा है कि आतंकी इन्गुशेतिया के मूल निवासी हैं.

संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ सीरिया एंड इराक (ISIS) ने शुक्रवार को मॉस्को के क्रोकस कॉन्सर्ट हॉल में गोलीबारी और बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली है। ISIS ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक बयान जारी किया, ‘हमारे लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके में क्रोकस कॉन्सर्ट हॉल में हमला किया’.आईएस के बयान में यह भी कहा गया है कि हमलावर ‘सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौट आए हैं’.

सैन्य वर्दी पहने हुए आतंकियों ने इमारत में प्रवेश किया और गोलीबारी शुरू कर दी.सामने जो भी दिखा उसे गोलियों से भून दिया. इसके बाद विस्फोट किया,जिससे कॉन्सर्ट हॉल में आग लग गई.
आतंकी हमले के वक्त क्रोकस कॉन्सर्ट हॉल में मौजूद थे 6200 लोग

जब हमला हुआ उस वक्त क्रोकस सिटी हॉल में सोवियत काल के प्रसिद्ध म्यूजिक बैंड ‘पिकनिक’ का परफॉर्मेंस चल रहा था.इस म्यूजिक कॉन्सर्ट में 6200 लोग मौजूद थे. रूसी अधिकारियों ने कहा कि इस आतंकवादी हमले की जांच कर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लगातार अपडेट किया जा रहा है.रूसी विदेश मंत्रालय ने इसे आतंकवादी हमला बताया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस घृणित अपराध की निंदा करने की अपील की है.आतंकी हमला ऐसे समय हुआ है जब व्लादिमीर पुतिन ने हाल में संपन्न राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की और रूस के राष्ट्रपति के रूप में लगातार 5वां कार्यकाल संभालने जा रहे हैं. दूसरी ओर रूस बीते दो साल से यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ रहा है.

मॉस्को के पास कॉन्सर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले पर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा, ‘इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकता…हम अधिक जानकारी प्राप्त करने की कोशिश में हैं. तस्वीरें बहुत भयानक हैं जिन्हें देखना कठिन है.हमारी संवेदनाएं इस भयानक गोलीबारी हमले के पीड़ितों के साथ हैं.मॉस्को में हमारे दूतावास ने अमेरिकियों को एडवाइजरी जारी करके किसी भी बड़े समारोह,म्यूजिक कॉन्सर्ट और शॉपिंग मॉल में जाने से बचने की सलाह दी है.इस समय इसका कोई संकेत नहीं है कि गोलीबारी में यूक्रेन या यूक्रेनियन शामिल थे’.

मॉस्को हमले के पीछे हम नहीं, युद्ध के मैदान में लड़ाई लड़ेंगे: यूक्रेन

मॉस्को आतंकी हमले पर यूक्रेन की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के वरिष्ठ सलाहकार, मिखाइल पोडोल्याक ने कहा,’हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि यूक्रेन का इन हमले से कोई लेना-देना नहीं है.रूस की सेना और एक देश के रूप में रूसी संघ के साथ हमारा पूर्ण पैमाने पर,चौतरफा युद्ध चल रहा है.और किसी चीज की परवाह किए बिना,यूक्रेन युद्ध के मैदान में अपनी लड़ाई लड़ेगा’.

अमेरिका किसी को क्लीन चिट देने की बजाय हमें जानकारी दे: रूस

रूस ने हमले के बाद तुरंत बाद अमेरिका द्वारा यूक्रेन को क्लीन चिट देने पर सवाल उठाए.रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, ‘इस त्रासदी के बीच वाशिंगटन में बैठे अधिकारी किस आधार पर किसी की बेगुनाही के बारे में निष्कर्ष निकाल रहे हैं? यदि संयुक्त राज्य अमेरिका के पास इस संबंध में कोई विश्वसनीय जानकारी थी या है,तो इसे तुरंत रूसी पक्ष को हस्तांतरित किया जाना चाहिए.और अगर ऐसी कोई जानकारी नहीं है,तो व्हाइट हाउस को किसी को क्लीन चिट देने का कोई अधिकार नहीं है.रूस यह पता लगाएगा कि इस हमले के पीछे कौन हैं’.

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