मल्टीलेवल मार्केटिंग में कैसे होती है ठगी?

जरूरत की खबर:खुद चलाते हैं बाइक और आपको दिखाते हैं ऑडी का सपना, जानिए कैसे बचें Amway और Ebiz जैसी कंपनियों से

सबसे पहले अखबार में छपने वाले इन तीन विज्ञापनों पर नजर डालें…

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आपने भी इस तरह का विज्ञापन कई बार पढ़ा होगा। ऐसे सपने बेचने वाली कंपनियों के मैसेज से सावधान रहें।

क्या आप जानते हैं कि इस तरह के काम को मल्टी लेवल मार्केटिंग यानी MLM कहते हैं।

क्या है मल्टी लेवल मार्केटिंग (MLM)?

MLM एक मार्केटिंग स्ट्रैटेजी है। इसमें एक कंपनी के मार्केटिंग रिप्रेजेंटेटिव अपनी बिक्री पर और अपनी टीम की बिक्री पर कमीशन लेने के लिए दूसरे सेल्सपर्सन की भर्ती करते हैं। Amway, Oriflame, Tupperware जैसी कंपनियां MLM का हिस्सा हैं।

ऐसी कंपनियों के टारगेट कौन होते हैं इसे Ebiz.com से समझते हैं

2001 में पवन मल्लन नाम के व्यक्ति ने नोएडा में Ebiz.com नाम की बिजनेस डेवलेपमेंट कंपनी शुरू की थी। इस कंपनी ने कुछ स्टूडेंट को 17,000 के शुरुआती दाम पर बेसिक कंप्यूटर कोर्स बेचे। फिर उन्हीं स्टूडेंट्स से कहा कि अगर वो ये कोर्स अगले दो लोगों को बेचेंगे, तो उन्हें कमीशन मिलेगा। 2019 तक इस कंपनी के साथ17 लाख स्टूडेंट जुड़ चुके थे।

इसके बाद 2019 में साइबर पुलिस ने पवन मल्लन और उसके बेटे को गिरफ्तार कर 383 करोड़ रुपए जब्त किए। कंपनी के सारे अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया था। Ebiz जैसी कंपनियां अधिकतर बेरोजगार युवा, छात्र, या मिडिल क्लास लोगों को पैसिव इनकम का झांसा देकर अपने साथ जोड़ती हैं।

Ebiz कंपनी शुरुआत से लेकर कंपनी बंद होने तक लोगों से 5 हजार करोड़ रुपए ऐंठ चुकी थी। इस तरह की अलग-अलग कंपनियां अपने ब्रांड इमेज के हिसाब से लोगों को पैकेज बेचकर अपने साथ जोड़ती है। लोग भी यह सोचकर जुड़ जाते हैं कि बाद में उन्हें बहुत फायदा मिलेगा।

कितना मुश्किल होता है चेन बनाना जानिए इसके जाल में फंस चुके एक व्यक्ति से RCM भी इसी तरह की एक कंपनी है, जो शुरू में लोगों को तय सीमा का समान खरीदकर और मेंबरशिप फीस लेकर जोड़ती है।

इसी से जुड़े धर्मेंद्र सेन से हमने बात की, वो बता रहे हैं कि यहां उनका अनुभव कैसा रहा?

सवाल-

आपने ये कब कंपनी जॉइन की थी?

जवाब-

मैं इस कंपनी से 2006 में जुड़ा था।

सवाल-

कितना समय आपने काम किया ?

जवाब-

एक साल काम करने के बाद 2007 में काम करना बंद कर दिया था।

सवाल-

शुरुआत में कितने पैसे आपने इसमें लगाए थे?

जवाब-

उस समय हमने 1,100 के पैकेज से इसकी शुरुआत की थी, हालांकि जब हमने इसमें काम करना शुरू किया था, तो लोग 5000 तक का पैकेज देकर भी कंपनी के साथ जुड़ रहे थे।

सवाल-

आपने कितने लोगों को आपने-अपने नीचे जोड़ा?

जवाब-

एक साल में मैंने करीब 13-14 लोगों को जोड़ा होगा, लेकिन उसके बाद कंपनी ने जिस कमीशन का वादा किया था, वो मिलना बंद हो गया। इसलिए हमने काम करना भी छोड़ दिया।

सवाल-

किसी को अपने नीचे जोड़ना कितना मुश्किल होता था?

जवाब-

रिश्तेदार और दोस्तों को कंपनी के बारे में बताने पर अधिकतर लोग ऐसी स्कीम पर विश्वास नहीं करते थे। साथ ही आपने जितने लोगों को अपने नीचे जोड़ा है, वो अधिकतर आपके जानने वाले ही होते थे। पर एक समय के बाद ऐसा कोई नहीं बचता, जिससे ऐसी कोई बात की जा सके क्योंकि कंपनी की स्कीम के बारे में आप लगभग हर उस व्यक्ति से बात कर चुके होते हो, जिसे आप जानते हो। साथ ही नौकरी करते हुए, यह काम करना काफी मुश्किल और थकान भरा होता था।

समझिए, युवाओं को कैसे टारगेट किया जाता है

MLM को चलाने वाले लोग सिर्फ मजबूर और परेशान युवाओं को ही पकड़ते हैं।
स्कीम को ऐसे प्रजेंट किया जाएगा कि आप उसके नुकसान को देख ही नहीं पाएंगे।
वो लोग प्यार से कॉन्टैक्ट करते हैं और युवाओं के सामने महंगे कपड़े और जूतों में दिखाई देते हैं।
यह मजबूर युवा के मन में एक यूटोपिया की छवि बनाता है और उन्हें लगने लगता है कि उनके पास भी यह सब होना चाहिए।
ये लोग युवाओं से चाय की टपरी पर नहीं मिलते हैं, बल्कि शानदार होटलों में सेमिनार के दौरान युवाओं को बुलाते हैं।
इन सेमिनारों में उत्सुक लोगों की भीड़ मिल जाएगी। सभी लोग थ्री पीस सूट में दिखेंगे।
सेमिनार में यह बताया जाएगा कि कैसे आप भी मर्सिडीज में घूम सकते हैं।
इन सारी प्रोसेस तक ढेर सारे युवा इस जाल में फंस जाते हैं।

MLM के नुकसान

आत्मसम्मान और रिश्ते खोना
संघर्ष के बाद कम सफलता
पिरामिड स्कीम, फ्रॉड कंपनी
महंगे प्रोडक्ट और सर्विस

चलते-चलते समझते हैं कि ऐसा क्या किया था Amway ने

ED की ये कार्रवाई Amway पर डायरेक्ट सेलिंग मल्टी लेवल मार्केटिंग यानी MLM नेटवर्क की आड़ में पिरामिड स्कीम फ्रॉड करने की वजह से हुई है। Amway पर की गई ये कार्रवाई प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम (बैनिंग) एक्ट के तहत कंपनी के खिलाफ हैदराबाद पुलिस द्वारा दर्ज एक FIR के आधार पर की गई है।

ED ने जांच में पाया कि Amway द्वारा पेश किए जाने वाले ज्यादातर प्रोडक्ट की कीमत खुले बाजार में मौजूद प्रतिष्ठित मैन्युफैक्चरर के पॉपुलर प्रोडक्ट्स की तुलना में बहुत ज्यादा है। ED का मानना है कि Amway भोली-भाली जनता को सही जानकारी दिए बिना उन्हें कंपनी से जुड़ने और उसके महंगे प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए प्रेरित करती है, जिससे आम लोग अपनी गाढ़ी कमाई गवां देते हैं।

 

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