बाबा तरसेम सिंह हत्या के 4 षड्यंत्रकारी बंदी,शूटरों पर पुरस्कार 50 हजार

बाबा तरसेम हत्याकांड: हत्या का षड्यंत्र रचने के आरोप में चार बंदी,10 लाख में दिया था ठेका, शूटरों पर पुरस्कार अब- Baba Tarsem Singh Murder Case

उधमसिंह नगर के नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने चार साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि तरसेम सिंह को मारने की लिए शूटर्स को दस लाख रुपए की सुपारी दी गई थी. दोनों शूटर्स अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं.
रुद्रपुर (उत्तराखंड) 04 मार्च 2024: उधमसिंह नगर जिले में कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड से जुड़े चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो शूटर्स सहित अन्य आरोपित भागे हुए हैं. गिरफ्तार आरोपितों ने बाबा की हत्या के बदले शूटरों से 10 लाख रुपए का सौदा किया था, जिसमें से शूटर साढ़े 6 लाख रुपए ले गए थे. गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है.

पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम की जांच में पता चला है कि पकड़े चार आरोपितों ने मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं की सहायता की थी. हत्याकांड का षड्यंत्र उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रचा गया था. यहां तक कि हत्याकांड के बाद दोनों शूटर षड्यंत्रकारियों के पास शहाजहांपुर भी गए थे. शूटरों की पहचान सर्वजीत सिंह (निवासी तरनतारण, पंजाब) और अमरजीत उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा (निवासी नगली फतेहगढ़, चूड़ियां रोड, थाना कम्मो, जिला अमृतसर पंजाब) हो चुकी है.

पुलिस ने इस मामले में दिलबाग सिंह समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है. आरोपित दिलबाग सिंह, बलकार सिंह, सतनाम सिंह, परगट सिंह और हरविंद्र सिंह उर्फ पिंदी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर निवासी हैं.षडयंत्रकर्ताओं में बाबा तरसेम सिंह का करीबी अमनदीप सिंह उर्फ काला भी है.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंह नगर डॉक्टर मंजुनाथ टीसी ने बताया कि चारों अभियुक्तों ने तरसेम सिंह की हत्या को शूटरों को हथियार,तकनीकी सहायता और संसाधन उपलब्ध कराए थे. पुलिस ने आरोपितों के पास से दो वाहन भी ढूंढे. पुलिस ने बताया कि आरोपितों पर कई राज्यों में दर्जनों आपराधिक मुकदमें हैं.पुलिस ने इसके साथ ही दोनों भागे शूटरों पर पुरस्कार राशि भी 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दी है.

गिरफ्तार आरोपित-

दिलबाग सिंह (निवासी ग्राम कबीरपुर थाना निगोही जिला शाहजहांपुर).
हरमिंदर ऊर्फ पिंदी (निवासी रणधीर पुर थाना तिलहर जिला शाहजहांपुर).
बलकार सिंह (निवासी ग्राम बाधे कंजा थाना करेली जिला पीलीभीत)
अमनदीप सिंह उर्फ काला (निवासी बरा जगत थाना अमरिया जिला पीलीभीत), गुरुद्वारा कर्मचारी.
28 मार्च को हुई थी तरसेम की हत्या: बता दें कि, 28 मार्च को उधमसिंह नगर जिले के नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 28 मार्च सुबह बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारे के बाहर कुर्सी पर बैठे हुए थे,तभी बाइक सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और तरसेम सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. 10 सेकंड में हत्या कर बदमाश भाग गए थे.

पुलिस टीम को मिले प्रमाण: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने बताया कि, जांच में टीम को पता चला कि शूटर्स 19 मार्च को गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब आकर गुरुद्वारा सराय में कमरा नंबर 23 में रुके थे.सराय का कमरा लेते आरोपित सर्वजीत सिंह ने अपनी आईडी,आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर रजिस्टर में अंकित करवाया था.इन जानकारियों के आधार पर पुलिस को पता चला कि सर्वजीत सिंह पहले भी कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है.

कॉल डिटेल से महत्वपूर्ण जानकारी मिली: सर्वजीत सिंह के फोन की कॉल डिटेल के अनुसार 19 मार्च से लेकर 27 मार्च तक वो रामपुर,बाजपुर,किच्छा,बरेली और शाहजहांपुर आदि में घूमता रहा.जांच के दौरान पुलिस टीम को ये भी पता चला कि दोनों शूटर्स आरोपित दिलबाग सिंह,बलकार सिंह, सतनाम सिंह,परगट सिंह,हरविंद्र सिंह उर्फ पिंदी (सभी निवासी शाहजहांपुर,तहसील पुवायां के ग्राम कबीरपुर) आदि के संपर्क में फरवरी 2024 से थे.

कुछ अन्य महत्वपूर्ण लोगों के कहने पर इन लोगों ने गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब स्थित डेरा कार सेवा एवं तराई क्षेत्र के अन्य महत्वपूर्ण डेरों के प्रबंधन अपने वर्चस्व में लेने को बाबा तरसेम सिंह की हत्या की योजना बनाई थी. योजना पूरा करने को दिलबाग और उनके अन्य साथियों ने दो शूटर्स (सर्वजीत सिंह और अमरजीत उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा) हायर किये. बाबा की हत्या कराने को दोनों शूटर्स को 10 लाख रुपए देना तय हुआ, जिसमें से शूटर्स को एक लाख साठ हजार रुपए एडवांस दिए गए.

गुरुद्वारे के कर्मचारी ने की मदद: प्लॉन बनने के बाद दोनों शूटर्स ने गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब की सराय में रहकर पहले रेकी की। तभी गुरुद्वारा साहिब के कर्मचारी अमनदीप सिंह उर्फ काला (निवासी बरा जगत थाना अमरिया, जिला पीलीभीत उत्तर प्रदेश) को लालच देकर अपने साथ मिला लिया. अमनदीप सिंह की मदद से दोनों शूटर्स ने 28 मार्च 2024 को बाबा तरसेम सिंह की सही लोकेशन पता कर सराय से निकलकर डेरा कार सेवा में बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या दी. हत्या  के बाद दोनों शूटर्स षड्यंत्रकारी दिलबाग सिंह (निवासी ग्राम कबीरपुर, तहसील पुआयां जिला शाहजहांपुर) के घर पर पहुंचे. वहां उनको दिलबाग सिंह और उसके साथियों ने पूर्वनिर्धारित धनराशि में से 5 लाख रुपये दिए गए. फिर शूटर्स आरोपित दिलबाग की सहायता से भाग गए.

 

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