नया रिकॉर्ड:शेयर बाजार पूंजी पहली बार 400 लाख करोड़ रु. पार

Good News For Economy From All Sides On Hindu New Year Today
सोना ऑल-टाइम हाई, शेयर बाजार रेकॉर्ड पर.. नए साल के मौके पर टॉप गियर में इकॉनमी
हिंदू नववर्ष यानी विक्रम संवत 2081 आज शुरू हो गया है। इसके साथ ही देश को आर्थिक मोर्चे पर कई गुड न्यूज मिली हैं। शेयर मार्केट नए शिखर पर पहुंच गया, सोना भी ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया, देश की विदेशी मुद्रा भंडार रेकॉर्ड पर और भारत का मार्केट कैप पहली बार 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया।

हिंदू पंचांग के अनुसार, हिंदू नववर्ष का प्रारंभ चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है। नए साल के पहले ही दिन देश को आर्थिक मोर्चे पर कई गुड न्यूज मिली है। शेयर मार्केट नए शिखर पर पहुंच गया, सोना भी ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया, देश की विदेशी मुद्रा भंडार रेकॉर्ड पर और भारत का मार्केट कैप पहली बार 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की इकॉनमी सबसे तेजी से बढ़ रही है और जल्दी ही वह जापान और जर्मनी को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन सकता है।

​शेयर मार्केट टॉप पर
हिंदू नववर्ष के पहले ही दिन शेयर मार्केट नए शिखर पर पहुंच गया। आईटी और ऑटो शेयरों में भारी खरीदारी के दम पर बीएसई सेंसेक्स पहली बार 75,000 अंक के पार पहुंच गया जबकि निफ्टी भी 22,765 अंक के नए स्तर को छू गया। निफ्टी के 50 शेयरों में से 35 तेजी के साथ ट्रेड कर रहे थे। हीरो मोटोकॉर्प, इन्फोसिस, टाटा मोटर्स, बजाज फाइनेंस और पावरग्रिड में सबसे ज्यादा तेजी आई जबकि दिवीज लैब, ओएनजीसी, आयशर मोटर्स, टाटा कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
​सोना नए हाई पर
इसी तरह सोना भी आज नए हाई पर पहुंच गया। एमसीएक्स पर 10 ग्राम सोने की कीमत 71,150 रुपये पहुंच गई। सोमवार को इसमें करीब 1400 रुपये की तेजी आई थी और आज यह करीब 240 रुपये की तेजी के साथ ट्रेड कर रहा है। पिछले कुछ महीनों से सोने की कीमत में भारी तेजी देखी जा रही है। जानकारों का कहना है कि अगले कुछ महीनों में यह 75,000 रुपये तक जा सकता है।
​मार्केट कैप 400 लाख करोड़ के पार
इससे पहले सोमवार को भारत का मार्केट कैप पहली बार 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। पिछले नौ महीने में इसमें 100 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। पिछले साल पांच जुलाई को भारत का मार्केट कैप 300 लाख करोड़ रुपये पहुंचा था। उसके बाद से निफ्टी में 16% तेजी आई है। भारत का मार्केट कैप 2007 में 50 लाख करोड़ पहुंचा था जबकि 2014 में यह पहली बार 100 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा था। इसमें 200 लाख करोड़ रुपये का स्तर फरवरी 2021 में छुआ था।

​विदेशी मुद्रा भंडार टॉप पर
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। 29 मार्च 2024 को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.951 अरब डॉलर की शानदार बढ़ोतरी हुई और यह 645.583 अरब डॉलर के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है। पिछले कई महीनों से भारत अपना गोल्ड रिजर्व भी बढ़ा रहा है और ताजा आंकड़ों के मुताबिक यह 817 टन पहुंच गया है।

​इकॉनमी की रफ्तार
भारत बड़ी इकॉनमीज में सबसे तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है। आईएमएफ के मुताबिक अगले दो साल तक भारत सबसे तेज इकॉनमी बना रहेगा। यूरोपियन पार्लियामेंट के थिंक टैंक एक्सपर्ट Angelos Delivorias का कहना है कि भारत की इकॉनमी चीन से ज्यादा तेज गति से बढ़ रही है और आगे भी यही स्थिति रहेगी। 2023 में भारत की एवरेज ग्रोथ 7.5 प्रतिशत  से ऊपर रहने की संभावना है जबकि चीन के मामले में 5.2 प्रतिशत  रहने का अनुमान है। माना जा रहा है कि भारत जल्दी ही जापान और जर्मनी को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगा।

भारतीय अर्थव्यवस्था बाजार ने बनाया नया कीर्तिमान, पहली बार सोमवार को 400 लाख करोड़ के पार हुई मार्केट कैप

पिछले एक साल में,पीएसयू स्टॉक सबसे बड़े आउटपरफॉर्मर्स में से एक रहे हैं और निवेशक सरकार के कैपेक्स पुश और टर्नअराउंड स्टोरी पर भरोसा कर रहे हैं।

सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार 8 अप्रैल को बाजार में शानदार तेजी दिख रही है। इसी के साथ भारत का मार्केट-कैप पहली बार आज 400 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले नौ महीने में इसमें 100 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।

पुराने आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले साल पांच जुलाई को भारत का मार्केट कैप 300 लाख करोड़ रुपये पहुंचा था। वहीं साल 2007 में भारत का मार्केट कैप 50 लाख करोड़ पहुंचा था जबकि 2014 में यह पहली बार 100 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा था। इसमें 200 लाख करोड़ रुपये का स्तर फरवरी 2021 में छुआ था।

पीएसयू शेयरों में काफी तेजी

पिछले एक साल में खासकर पीएसयू शेयरों में काफी तेजी देखने को मिली है। पिछले 12 महीने में निफ्टी पीएसई और निफ्टी सीपीएसई में 100 प्रतिशत से ज्यादा तेजी आई है जबकि निफ्टी पीएसयू बैंक करीब 95 प्रतिशत चढ़ा है।

पिछले 9 महीनों में 100 लाख करोड़ रुपये का जो ये लाभ मिला है इस वृद्धि में आईपीओ, एफपीओ या इक्विटी फंडिंग, नई लिस्टिंग आदि का प्रभाव भी शामिल है, लेकिन अधिकांश लाभ शेयर की कीमतों में भारी वृद्धि के कारण हुआ है।

पिछले एक साल में, पीएसयू स्टॉक सबसे बड़े आउटपरफॉर्मर्स में से एक रहे हैं और निवेशक सरकार के कैपेक्स पुश और टर्नअराउंड स्टोरी पर भरोसा कर रहे हैं। निफ्टी पीएसई इंडेक्स और निफ्टी सीपीएसई दोनों 12 महीनों में दोगुने से अधिक हो गए हैं।

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