व्यंग्य: ‘टोंटी चोर’ के बाद क्रांति कुमार कन्हैया का कांग्रेसी अवतार

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‘टोटी चोर’ के बाद मार्केट में AC ‘चोर’, कन्हैया ‘क्रांति’ कुमार का कॉन्ग्रेसी अवतार
अजीत झा | 27 September, 2021


AC ले जाते कन्हैया कुमार (फोटो हालाँकि एडिट करके किसी ने गूगल पर डाल दी है)

उत्तर प्रदेश इस समय चुनावी मौसम में रंगा है। 2022 में विधानसभा चुनाव होना है। इससे पहले राज्य में 2017 में विधायकी का चुनाव हुआ था। बबुआ कहे जाने वाले साहब मुख्यमंत्री होते थे। चुनाव हार गए। कहते हैं कि मुख्यमंत्री का आधिकारिक हाउस खाली करने से पहले वे टोटी भी उखाड़ ले गए।

Quora पर तो लोग बकायदा सवाल-जवाब भी खेल लेते हैं: श्रीमान अखिलेश यादव को टोटी चोर क्यों कहा जाता है?

 

साभार: hi.quora.com
अब इसी तरह की एक फिल्म बिहार में रिलीज हुई है, जहाँ अभी पंचायत चुनाव चल रहे हैं। खबर है कि कॉमरेड क्रांति कुमार एयर कंडीशनर (AC) ‘उखाड़कर’ ले गए हैं। वो भी कॉमरेडों के उस दफ्तर से जहाँ वे रहते थे। अब आप इसे किसी ‘भक्त’ की खबर मान खारिज कर दें या रवीश कुमार इसे ‘व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी’ से निकला ज्ञान बता दें, उससे पहले ही बता देता हूँ कि ये खुलासा एक कॉमरेड ने ही किया है।

इस कॉमरेड का नाम है रामनरेश पांडेय। ये वाले पांडेय जी का उस वाले पांडेय जी से कोई रिलेशन नहीं है, जिन्हें भक्त रवीश कुमार का भाई बता बलात्कार वाली बात करने लगते हैं। वे पांडेय जी कॉन्ग्रेसी हैं और ये वाले पांडेय जी सीपीआई के बिहार प्रदेश सचिव। इसी सीपीआई के नेता अपने क्रांति कुमार भी हैं, जिनके पिछले कुछ दिनों से हाथ थामने के चर्चें जोरों पर हैं।

रामनेरश पांडेय ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि कन्हैया कुमार ने प्रदेश कार्यालय के अपने कमरे में लगा AC ले जाने की इजाजत माँगी थी। पार्टी ने यह कहते हुए कि ‘यह आपकी संपत्ति है, आप इसे ले जा सकते हैं’ इजाजत भी दे दी। पांडेय जी के इस बयान ने अच्छे दिन आने की मुहर भी लगा दी है। इससे अच्छे दिन क्या हो सकते हैं कि एक ‘आंगनबाड़ी सेविका’ का बेटा वातानुकूलित सुख ले!

एक अजीब संयोग यह भी है कि मुख्यमंत्री पद से विदाई के बाद नेताजी ने जब टोटी उखाड़ी थी, उससे पहले उन्होंने कॉन्ग्रेस कुमार के साथ ही हाथ मिलाया था। खूब नारे भी लगे थे- यूपी को ये साथ पसंद है। अब क्रांति कुमार जब दफ्तर से एसी उखाड़कर ले जा रहे हैं तो उनके भी कॉन्ग्रेस कुमार के साथ ही हाथ मिलाने के चर्चे हैं। वैसे भी जब हाथ साथ वाली बात हो तो हाथ की सफाई बनती भी है!

वैसे हमे कॉमरेडों के दावों पर रत्ती भर भी यकीन नहीं। इन्हीं कॉमरेडों के कैंप से शेहला रशीद के बैग में कंडोम मिलने की बात भी निकली थी। यह भी संयोग है कि तब शेहला भी बिहार में थी और अपने क्रांति कुमार ही चुनाव लड़ रहे थे।

एक फिल्म आई थी कटी पतंग। उसका एक गाना था- जिस गली में तेरा घर न हो बालमा, उस गली से हमे तो गुज़रना नहीं… अब जिस गली में राष्ट्रवाद की लौ न जले उस गली से अपने को क्या। टोटी उखड़े या एसी

कन्हैया कुमार वामपंथी ऑफिस से AC निकाल कर ले गए, खुद CPI के नेता ने बताया: कॉन्ग्रेस से हाथ मिलाने के पहले की ‘हरकत’

कन्हैया कुमार वामपंथी ऑफिस से AC निकाल कर ले गए, खुद CPI के नेता ने बताया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

कन्हैया कुमार के कॉन्ग्रेस में जाने की अटकलों के बीच उनसे जुड़ी एक और खबर सामने आई है। यह कोई सियासी खबर नहीं है और ना ही उनका कोई बड़ा क्रांतिकारी कदम है। दरअसल, कन्हैया पटना स्थित सीपीआई (CPI) कार्यालय के जिस कमरे में बैठते थे, उससे AC निकालकर ले जाने के कारण सुर्ख़ियों में हैं। सीपीआई के प्रदेश सचिव रामनरेश पांडेय ने लाइव हिंदुस्तान से बातचीत में कन्हैया के CPI कार्यालय से एसी ले जाने की बात कही है। पार्टी के प्रदेश सचिव ने बताया कि कन्हैया ने कहा है कि उन्होंने कहीं और कमरा ले लिया है, इसलिए वह कार्यालय से AC ले जा रहे हैं।

पांडेय ने बताया, ”जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष ने अपने और अपने लोगों के लिए प्रदेश कार्यालय के कमरे में एक एयर कंडीशनर (AC) लगवाया था। उन्होंने एसी ले जाने के लिए ​हमसे अनुमति भी माँगी थी। हमने उनसे कहा कि यह आपकी ही संपत्ति है। आप इसे ले जा सकते हैं।” बताया जा रहा है कि कन्हैया कुमार ने अपने पार्टी प्रमुख से भी यह बात कही है कि उन्होंने कहीं और कमरा ले लिया है। वह एसी लेकर जा रहे हैं, जिसे वहाँ लगाएँगे।

गौरतलब है कि जब से राहुल गाँधी की ‘युवा टीम’ का हिस्सा बन कर कन्हैया कुमार के कॉन्ग्रेस में जाने की अटकलें शुरू हुई हैं, तब से उनकी वामपंथी पार्टी CPI की नींद उड़ी हुई है। सभी मीडिया रिपोर्ट्स इसकी पुष्टि कर रहे हैं कि मंगलवार (28 सितंबर, 2021) को कन्हैया कुमार के अलावा जिग्नेश मेवानी भी कॉन्ग्रेस में शामिल होने वाले हैं।

वहीं, CPI के नेताओं और कार्यकर्ताओं के दिल की धड़कन बढ़ाते हुए कन्हैया कुमार ने चुप्पी साधी हुई है। ‘हिंदुस्तान’ की खबर के अनुसार, पिछले सप्ताह दिल्ली स्थित CPI दफ्तर में नेता/कार्यकर्ता कन्हैया कुमार का इंतजार करते रह गए, लेकिन वो नहीं पहुँचे। JNU छात्र संघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार को उस दिन पार्टी ने बयान देने को कहा था। कॉन्ग्रेस में जाने को लेकर उन्हें चुप्पी तोड़ने को कहा गया था।

‘मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाओ, प्रत्याशी चयन की कमान दो’- कन्हैया कुमार की माँग से CPI परेशान, जा सकते हैं कॉन्ग्रेस में: रिपोर्ट

कॉन्ग्रेस में जाने की अटकलों के बीच CPI की नींद उड़ा रहे कन्हैया कुमार (फाइल फोटो)

जब से राहुल गाँधी की ‘युवा टीम’ का हिस्सा बन कर कन्हैया कुमार के कॉन्ग्रेस में जाने की अटकलें शुरू हुई हैं, तब से उनकी वामपंथी पार्टी CPI की नींद उड़ी हुई है। सभी मीडिया रिपोर्ट्स इसकी पुष्टि कर रहे हैं कि मंगलवार (28 सितंबर, 2021) को कन्हैया कुमार के अलावा जिग्नेश मेवानी भी कॉन्ग्रेस में शामिल होने वाले हैं। CPI के नेता इस मामले में मीडिया में सफाई देते-देते थक चुके हैं।

CPI के नेताओं और कार्यकर्ताओं के दिल की धड़कन बढ़ाते हुए कन्हैया कुमार ने चुप्पी साधी हुई है। ‘हिंदुस्तान’ की खबर के अनुसार, पिछले सप्ताह दिल्ली स्थित CPI दफ्तर में नेता/कार्यकर्ता कन्हैया कुमार का इंतजार करते रह गए, लेकिन वो नहीं पहुँचे। JNU छात्र संघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार को उस दिन पार्टी ने बयान देने को कहा था। कॉन्ग्रेस में जाने को लेकर उन्हें चुप्पी तोड़ने को कहा गया था।

इस खबर में ये भी लिखा है कि CPI नेताओं ने एक गुट ने कन्हैया कुमार को मनाने की भी कोशिश की थी। इस बातचीत के दौरान उन्होंने शर्त रख दी कि उन्हें बिहार में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। साथ ही उन्हें प्रत्याशियों का चयन करने वाली शीर्ष चुनावी समिति का अध्यक्ष बनाया जाए, उन्होंने ऐसी शर्त भी रख दी। 2 अक्टूबर को CPI की नैशनल काउंसिल की बैठक पर सभी की नजरें टिकी हैं। देखना है कि इसमें कन्हैया कुमार हिस्सा लेते हैं या नहीं।

लेकिन, वो वहाँ गए ही नहीं। कन्हैया कुमार और CPI के बीच के रिश्ते वैसे भी अच्छे नहीं चल रहे हैं, क्योंकि कॉन्ग्रेस नेताओं के साथ उनकी कई बैठकें हुई हैं। पार्टी के जनरल सेक्रेटरी डी राजा ने उन्हें इन ‘अफवाहों’ को खारिज करने के लिए कहा था। डी राजा ने मीडिया में भी बयान देते हुए इन रिपोर्ट्स को आधारहीन और तथ्यों से परे बताया था। पार्टी मुख्यालय में कई नेता उनका इंतजार करते रह गए, लेकिन वो नहीं पहुँचे।

कहा जा रहा है कि इसके बाद नेताओं ने उन्हें मैसेज व फोन कॉल्स भी किए, लेकिन कन्हैया कुमार का कोई जवाब नहीं आया। उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करना था, जिसकी तैयारियाँ धरी की धरी रह गईं। डी राजा ने कहा कि कुछ दिन पहले पार्टी मुख्यालय में हुई मुलाकात में खुद कन्हैया कुमार ने इसे अफवाह बताया है। कॉन्ग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने इसकी पुष्टि की है कि राहुल गाँधी से कन्हैया कुमार की मुलाकात हुई है।

 

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