हमेशा विवादों में रहा है पुलकित आर्य का नाम

रिसॉर्ट में महिला कर्मी की हत्या पर बीजेपी नेता का बेटा गिरफ़्तार, पहले से रहा है विवादित
देहरादून 23 सितंबर। उत्तराखंड में बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य को एक लड़की की हत्या के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है। 19 वर्षीय वह लड़की हरिद्वार के पास ऋषिकेश में पुलकित के ही रिसॉर्ट में काम करती थी। हत्या के बाद आरोपितों ने खुद गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी ताकि किसी को उन पर शक न हो।

यह मामला उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले का है। उस रिसॉर्ट में अंकिता भंडारी बतौर रिसेप्शनिस्ट काम कर रही थीं। पुलकित आर्य ही उस रिजॉर्ट का संचालक था।

अब पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपित पुलकित आर्य के बारे में कई जानकारियाँ दी हैं। पुलिस ने कहा कि पुलकित आर्य ने सोमवार को अंकिता के लापता होने की सूचना दी थी, लेकिन जाँच में पता चला कि उसने दो कर्मचारियों की मदद से उसकी हत्या कर दी थी।

कौन है पुलकित आर्य?

उत्तराखंड रिजॉर्ट रिसेप्शनिस्ट की हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को अरेस्ट किया गया है। इन सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।पुलिस छानबीन के बाद अन्य दो आरोपितों अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

उत्तराखंड पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपितों ने लड़की से विवाद के बाद उसे चिल्ला रोड के पास नहर में धकेल दिया था। एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) टीम ने नहर से शव ढूंढा,जिसकी पहचान पीड़िता के परिजनों ने अंकिता के रूप में की है।

पुलिस के मुताबिक,पुलकित आर्य, वनंतरा रिजॉर्ट का मालिक है। पुलकित के पिता विनोद आर्य उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। वनंतरा रिजॉर्ट का मालिक पुलकित ही इस मामले में मुख्य आरोपित है। पुलकित पर आरोप है कि वह पीड़िता पर तरह-तरह के दबाव डाल रहा था और जब उसने मना कर दिया तो उसकी हत्या कर दी गई। हत्यारों के अनुसार अंकिता धमकी दे रही थी कि वह रिजोर्ट की गतिविधियों की जानकारी सबको दे देगी।

पुलकित आर्य का भाई है राज्य मंत्री

पुलकित आर्य की पृष्ठभूमि राजनीतिक परिवार से है। पुलकित के पिता विनोद आर्य वर्तमान में वे भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी हैं और पूर्व राज्य मंत्री रह चुके हैं। विनोद आर्य के दूसरे बेटे अंकित आर्य राज्य मंत्री स्तर के उत्तराखंड ओबीसी कल्याण आयोग उपाध्यक्ष हैं। उसे यह पद तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कार्यकाल में मिला था।

पुलकित आर्य का विवादों से पुराना है कनेक्शन

बताया जाता है कि, पुलकित आर्य का विवादों से पुराना नाता रहा है। साल 2016 में पुलकित का नाम उत्तराखंड आयुष प्री मेडिकल टेस्‍ट बाद एडमिशन विवाद में सामने आया था जिसमें मुकदमा भी हुआ था। आरोप था कि उसने धांधली के दम पर एडमिशन लिया था।

पीड़िता के गायब होने की दर्ज कराई थी शिकायत

पुलकित आर्य ने ही ‘गुमशुदा’ शिकायत दर्ज कराई थी। फिलहाल, वह 19 वर्षीय होटल रिसेप्शनिस्ट की हत्या का मुख्य आरोपित है। गुमशुदगी की शिकायत के आधार पर तीन दिन बाद 21 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। रिजॉर्ट मालिक और अन्य दो आरोपित लड़की के लापता होने के दिन से ही फरार चल रहे थे।

उत्तराखंड पुलिस ने जोड़ी हत्या की धारा

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि लड़की के लापता होने को हत्या के मामले में बदल दिया गया है। एसएसपी पौड़ी गढ़वाल ने कहा, ‘आरोपियों के खिलाफ हत्या और सबूत छिपाने, आईपीसी की धारा 302 और 201 की धाराएं लगाई गई हैं।’

रिपोर्ट के अनुसार राज्य के पुलिस प्रमुख अशोक कुमार ने कार्रवाई में देरी के आरोपों पर कहा, ‘एक बार मामला हमारे पास स्थानांतरित होने पर हमने 24 घंटे में इसे सुलझा लिया। रिसॉर्ट मालिक आरोपित निकला। आगे की जांच जारी है।’

पौड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल ने बताया कि पुलकित आर्य के अलावा रिसॉर्ट प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता भी गिरफ्तार है।

पुलकित आर्य नाम के उनके परिवार के साथ सोशल मीडिया पर खबर वायरल होने पर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि पुलिस अपना काम करेगी और कठोर से कठोर कार्रवाई होगी।

वहीं इस मामले को लेकर पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य से जब पूछा गया कि उनके बेटे ने पीड़ित का यौन उत्पीड़न किया है ? इस पर विनोद आर्य ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, ‘ये सब झूठ है.’

पुलकित आर्य लॉकडाउन के दौरान भी विवादों में आया था. तब उत्तर प्रदेश के विवादित नेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ वह उत्तरकाशी में प्रतिबंधित क्षेत्र में पहुंच गया था. अमरमणि त्रिपाठी पर कवियित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या का आरोप है. इस मामले में अमरमणि त्रिपाठी 14 साल तक जेल में रहा है.

हत्या के आरोपित की हुई पिटाई

ऋषिकेश में जब अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपित अंकित, सौरभ भास्कर, पुलकित आर्य को लेकर पुलिस कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार ले जा रही थी. इस दौरान सैकड़ों ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी रोककर आरोपितों से मारपीट की.

मौके पर वीडियो बनाने वाले पत्रकारों के साथ भी अभद्रता की गई और मोबाइल छीन लिए गए. ग्रामीण इसका वीडियो बनाए जाने को लेकर नाराज थे.

हत्या के आरोपित ने पुलिस को क्या बताया

प्राइवेट रिजॉर्ट में 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी 18-19 सितंबर से गायब थी. सोशल मीडिया पर गुमशुदा के पक्ष में कैंपेन भी चल रहा था.

रिजॉर्ट के संचालक पुलकित आर्य ने इस मामले में पुलिस को बताया था, “रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी एक अलग कमरे में रहती थी. कुछ दिनों से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी. इसी के चलते 18 सितंबर को उसे ऋषिकेश घुमाने के लिए ले गए थे.”

उसने आगे बताया, “देर रात वहां से वापस लौट आए. इसके बाद रिजॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सभी लोग सोने चले गए. मगर, 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी.”

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