कानपुर के सुहेल हैदर पर सवाल से भड़की प्रियंका

Uttarakhand Vidhansabha Chunav 2022: प्रियंका गांधी हिस्ट्रीशीटर को टिकट के सवाल पर हुईं गुस्सा, पत्रकार वार्ता कर गई बहिष्कार

देहरादून में एक पत्रकार ने चलते-चलते प्रियंका गांधी वाड्रा से पूछा कि कानपुर में आपने एक हिस्ट्रीशीटर को टिकट दिया है। इस पर प्रियंका गांधी गुस्‍सा हो गईं। उन्‍होंने गुस्से में कहा कि आप बहुत गलत बोल रहे हैं मैं सब कुछ जानती हूं।

प्रियंका गांधी हिस्ट्रीशीटर को टिकट के सवाल पर हुईं गुस्सा, जानिए क्‍या बोलीं वह आपराधिक तत्वों को टिकट देने के संबंध में मीडिया की ओर से पूछे गए सवाल पर प्रियंका गांधी भड़क उठीं।

देहरादून 02जनवरी। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा घोषणा पत्र के विमोचन कार्यक्रम में पहुंची ही थीं कि एक पत्रकार ने उनसे उत्तर प्रदेश में अपराधियों को टिकट दिए जाने पर सवाल पूछ लिया। इससे वह असहज दिखीं। बाद में प्रियंका गांधी पत्रकारों से बातचीत किए बिना ही कार्यक्रम से निकल गईं।

दोपहर करीब दो बजे प्रियंका गांधी वाड्रा कार्यक्रम में पहुंचीं। प्रियंका गांधी मुख्य गेट से प्रवेश कर समर्थकों की भीड़ के बीच वरिष्ठ नेताओं से परिचय प्राप्त करने लगीं। तभी भीड़ के बीच से एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि ‘प्रियंका जी, आपने नारा दिया है कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं, लेकिन आपने कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर सुहेल हैदर अंसारी को प्रत्याशी बनाया है, आपको पहले ऐसे हिस्ट्रीशीटरों का इतिहास खंगालना चाहिए था। उनके ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।’ यह सुनते ही गुस्से में प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं सबका इतिहास बेहतर ढंग से जानती हूं। जिस लड़की की बहन चुनाव लड़ रही है, उसके साथ बहुत अत्याचार हुए हैं। आप बहुत गलत बोल रहे हैं। यह कहते प्रियंका गांधी आगे बढ़कर मंच पर पहुंच गईं, हालांकि पत्रकार यह कहता रहा कि मैडम में उस लड़की की बात नहीं कर रहा हूं, बल्कि सुहैल हैदर अंसारी के बारे में आपसे सवाल कर रहा हूं।

मंच पर पत्रकारों से मुलाकात करने के बाद प्रियंका गांधी सीधे हाल में वर्चुअल संवाद को संबोधित करने चली गईं। इसके बाद प्रियंका गांधी प्रेसवार्ता को संबोधित करने नहीं आईं। पत्रकार वार्ता में प्रियंका के नहीं आने को इसी वाकये से जोड़कर देखा जा रहा है।

घोषणा पत्र पैकेज, अलग-थलग नजर आए हरक सिंह

डाक्टर हरक सिंह रावत कुछ समय पहले तक भाजपा कोर कमेटी के सदस्य हुआ करते थे और कैबिनेट मंत्री होने के साथ उनकी भाजपा में धाक भी थी। हाल ही में कैबिनेट बैठक के दौरान कोटद्वार मेडिकल कालेज को लेकर बजट जारी नहीं होने पर डॉक्टर हरक सिंह भड़क गए तो आनन-फानन में सरकार ने 25 करोड़ रुपये जारी करने की घोषणा कर उन्हें मनाया, लेकिन अब कांग्रेस में आने के बाद डॉक्टर हरक सिंह अलग-थलग दिखाई दे रहे हैं। बुधवार को कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी किया गया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में डाक्टर हरक सिंह मंच पर शीर्ष नेतृत्व के साथ तो मौजूद थे, लेकिन उनके साथ किसी भी नेता का कोई संवाद होते नहीं दिखा। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने मंच पर मौजूद अन्य नेताओं के साथ हरक सिंह का नाम नहीं लिया।

हरदोई की  बालामऊ से हिस्ट्रीशीटर सुरेंद्र कालिया को दिया टिकट

उत्तर प्रदेश में जिस तरह अपराध के खिलाफ कांग्रेस की महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा खड़ी नजर आई थी। वह चर्चा का विषय बना रहा। वहीं टिकट बंटवारे के दौरान उन्होंने ऐसे प्रत्याशी को टिकट दे दिया है, जो अब न सिर्फ चर्चा का विषय बन गया है, बल्कि कांग्रेस की आलोचना का कारण बन रहा है। कांग्रेस ने हरदोई की 8 विधानसभा में से 5 विधानसभा पर अपने प्रत्याशियों के एलान कर दिया है। जबकि 3 विधानसभाओं पर अभी भी प्रत्याशियों के नाम आने बाकी हैं। जिन सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशी उतारे हैं, उनमें एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है।

कांग्रेस ने बालामऊ से हिस्ट्रीशीटर रहे सुरेंद्र कुमार कालिया को प्रत्याशी घोषित किया है। सुरेंद्र का अपराध से पुराना नाता रहा है। उसके ऊपर 50 हजार का इनाम तक घोषित हो चुका है। बदमाश सुरेंद्र कालिया हरदोई के बालामऊ कस्बे का रहने वाला है। वह बालामऊ से कांग्रेस से 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ चुका है। इससे पूर्व वह सपा में रह चुका है। सुरेंद्र कालिया मुख्तार अंसारी के साथ अपराधों में लिप्त था। आपराधिक हिस्ट्री होने के चलते वह फरार चल रहा था। 2021 के सितंबर माह में लखनऊ पुलिस ने सुरेंद्र कालिया को कोलकाता से गिरफ्तार किया था।

बालामऊ से हिस्ट्रीशीटर को दिया टिकट

बरहाल कांग्रेस ने हरदोई 156 विधानसभा सदर से कांग्रेस के हरदोई जिलाध्यक्ष आशीष सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। आशीष लंबे वक्त से कांग्रेस के लिए जनपद में लड़ाई लड़ रहे थे। जनपद में कांग्रेस के असली सिपाही के रूप झंडा अकेले आशीष ही लम्बे वक्त से थामे चले आ रहे थे। जिसका इनाम आशीष सिंह को हरदोई की सदर विधानसभा के रूप में मिला है।

जिलाध्यक्ष को मिला टिकट

154 सवायजपुर से कांग्रेस ने राजवर्धन सिंह राजू को उम्मीदवार बनाया है।  वहीं गोपामऊ सुरक्षित विधानसभा सीट से पार्टी ने सुनीता देवी, जो कांग्रेस की महिला जिलाध्यक्ष रही हैं। उन पर दांव लगाया है। सांडी सुरक्षित विधानसभा से आकांक्षा वर्मा को कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किया है।

कानपुर में धर्मयुद्ध में कांग्रेस,बिकरू कांड में सभी एनकाउंटर फर्जी,अमर दुबे की पत्नी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बतायी निर्दोष

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कानपुर की कल्याणपुर विधानसभा से अमर दुबे की साली नेहा तिवारी को टिकट देने के मामले उठ रहे सवालों को लेकर जवाब दिया है। उन्होंने कल्याणपुर सीट पर कांग्रेस का धर्मयुद्ध बताया ।

प्रेस वार्ता में संबोधित करते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चार्ज शीट कमेटी के चेयरमैन, कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम।

बिकरू कांड (Bikru Case) के आरोपित अमर दुबे की साली नेहा तिवारी को कल्याणपुर से टिकट देने को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम (Acharaya Pramod Krishnam) ने धर्मयुद्ध बताया। उन्होंने जेल में बंद नेहा तिवारी (Neha Tiwari) की बहन को निर्दोष बताते हुए कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा परिवार के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रही हैं। इसी क्रम में नेहा को कल्याणपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया है।

सिविल लाइंस स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता के दौरान प्रमोद कृष्णम ने समान विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टियों से आवाहन किया कि कल्याणपुर सीट से वह कांग्रेस के खिलाफ अपना प्रत्याशी न उतारें।

 

कल्कि पीठाधीश्वर ने कहा कि कांग्रेस ने पहले अमर दुबे की सास गायत्री तिवारी को टिकट दिया था लेकिन उनका नाम मतदाता सूची में नहीं था। इसके बाद नेहा तिवारी को टिकट देने का निर्णय लिया और मंगलवार को नामांकन भी करा दिया गया है। बिकरू कांड को लेकर कहा कि जिसने अपराध किया उसे सजा मिलनी चाहिए लेकिन इस मामले में नेहा तिवारी की बहन को फर्जी फंसा दिया गया। कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव प्रियंका वाड्रा इस परिवार के साथ है।

बिकरू कांड के सभी एनकाउंटर फर्जी थे, जांच कराएंगे

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि बिकरू कांड में हुए सभी एनकाउंटर फर्जी थे। सरकार आने पर इसके साथ अन्य एनकाउंटर की भी जांच कराई जाएगी। बोले, पूरी दुनिया ने कसाब को गोली चलाते हुए देखा लेकिन उसे न्यायिक प्रक्रिया में लाकर फांसी दी गई। पुलिस को भी ऐसा ही करना चाहिए था।

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