‘दीया’ की वर्कशॉप में 50 बच्चों को छोलिया नृत्य का प्रशिक्षण

अल्मोड़ा 04 जून।श्री  राम विद्या मंदिर,टकुला अल्मोड़ा में दिल्ली की संस्था दीया ने एक छोलिया वर्क शॉप रखी जिसमें तकरीबन 50 बच्चों को छोलिया नृत्य के बारे में बताया गया।छोलिया नृत्य की उत्पति, इतिहास एवं अन्य विषय वस्तु के बारे में बताया गया। इस वर्कशॉप की खास बात ये थी कि इस वर्कशॉप में छोलिया फिल्म के हीरो एवं दीया के अध्यक्ष देवा धामी ने बच्चों से खुद संवाद किया ।देवा धामी जो एक परंपरागत छोलिया नर्तक हैं, ने छोलिया नृत्य की विधिवत शिक्षा दीक्षा और प्रशिक्षण शिक्षा लिया हुआ है। उनका मानना है कि  एनजीओ की सार्थकता तभी है जब वह लोगों के काम आये। इस एनजीओ की शुरूवात 2009 में हुई । दीया संस्था पिछले 12 वर्षों से संस्कृति के उत्थान एवं प्रचार के लिए काम कर रही है।

इस वर्कशॉप में अभिनेता देवा धामी की उपस्थिति रही । उनके साथ बच्चों को प्रशिक्षण देने को श्वेता पांडे एवं सुनैना आर्य थे ।  इसका प्रबंधन वीरेंद्र राव ने किया । दीया संस्था की पीआरओ दिया रॉय भी  उपस्थित रही।

दीया संस्था हमेशा कार्य करता रही है और संस्कृति के क्षेत्र में और अभी तक कई बच्चों को गांव – गांव से ढूंढ कर उन्हें मंच देने का कार्य करती है। हाल ही में इंडियन आइडल बने पवनदीप राजन को दीया ने ही पहला मौका दिया था , फिल्म छोलिया में जिसके मुख्य कलाकार देवा धामी थे। इस कार्यक्रम में कपड़ा मंत्री अजय टमटा ने बच्चों को वीडियो कॉलिंग द्वारा बधाइयां व शुभकामनाएं दी।उनका भी  हमेशा दीया में सहयोग रहा है । इस पूरे वर्कशॉप में बच्चों में जबरदस्त उत्साह रहा। इस वर्क शॉप का असल उद्देश्य बच्चों में नृत्य के प्रति एक उत्साह भरना एवं उसका विस्तार करना था।

देवा धामी ने 2009 में इस संस्था की शुरुवात करी जिसमें जर्नलिस्ट और कलाकारों का एक – एक समूह है। जो प्रयासरत है इन्ही कार्य कलापों में। खास तौर पर मुद्दा ये रखा गया कि छोलिया नृत्य जिसका अस्तित्व मिटता चला जा रहा था और देवा धामी की फिल्म छोलियार आने के बाद लोगों ने इसे व्यापक रूप में पहचाना शुरू किया। आज देश ही नहीं, विदेशों में भी लोगों में इसकी पहचान बनी है। इस वर्कशॉप में बच्चे बड़े प्रोत्साहित हुए और प्रिंसिपल व वहाँ के लोगों ने बढ़- चढ़ के हिस्सा लिया ।संस्था ने इन स्कूल के बच्चों को इस संस्था में जगह दी है ।इस वर्कशॉप में दिया की ट्रेजरार यशिका बिष्ट की भी मौजूदगी रही। श्वेता पांडे ने बच्चों को प्रशिक्षण दे कर वाकई बेहतर काम किया, सुनैना आर्य ने एंकर के रूप में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रॉजेक्ट मैनेजर के तौर पर वीरेंद्र राव का कहना है कि दिया हमेशा ही बच्चों और युवाओं के साथ खड़ी है।कैमरामैन साजन भंडारी एवं पीआरओ दिव्य रॉय ने इस पूरे कार्य को एक खूबसूरत से आकार दिया। दीया का मुख्य उद्देश्य है कि हम समाज में हर उस चीज के खिलाफ लड़े जो समाज में बच्चों की उन्नति को रोकती है। दीया की तरफ से बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए सर्टिफिकेट दिये गए । प्रतिभावान बच्चों के लिए दीया संस्था हमेशा खड़ी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *