बाबा तरसेम सिंह का एक लाख का ईनामी हत्यारा अमरजीत पुलिस मुठभेड़ में ढेर,दूसरा भागा

बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के आरोपी अमरजीत को उत्तराखंड STF ने मुठभेड़ में मार गिराया, दूसरा आरोपित भागा
Baba Tarsem Singh’s murderer Amarjeet Singh killed in encounter
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में स्थित भगवानपुर में एसटीएफ की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में अमरजीत सिंह नाम के बदमाश का एनकाउंटर हुआ है. एसटीएफ के अनुसार ये वही अमरजीत सिंह है जिसने श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या की थी. मुठभेड में दूसरा आरोपित भाग गया.
हरिद्वार 09 अप्रैल 2024। एसटीएफ की श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले बदमाशों से मुठभेड़ हुई है. एसटीएफ के अनुसार इस मुठभेड़ में एक बदमाश की मौत हुई है. इस बदमाश का नाम अमरजीत सिंह है. एसटीएफ का कहना है कि अमरजीत सिंह नाम का ये बदमाश श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने की घटना में शामिल था. एक बदमाश भागने में सफल रहा.

उल्लेखनीय है कि 28 मार्च को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद उत्तराखंड में हड़कंप मच गया था. दिन दहाड़े हुए इस हत्याकांड से पुलिस विभाग भी भौचक्का रह गया था. इस हत्याकांड के बाद जहां डीजीपी का बयान आया था कि हम हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेंगे, वहीं उत्तराखंड के मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी खुद श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा गए थे.

उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि 28 मार्च को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले अमरजीत सिंह को उत्तराखंड STF और हरिद्वार पुलिस ने थाना भगवानपुर क्षेत्र में मुठभेड़ में मार गिराया है. वहीं दूसरा आरोपित फरार हो गया है और उसकी तलाश में STF और पुलिस जुटी हुई है. बाबा तरसेम सिंह की हत्या को उत्तराखंड पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया था और लगातार STF और पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रही थी.

बाबा तरसेम सिंह कौन थे? बाबा तरसेम सिंह तराई में सिख समुदाय के धार्मिक गुरु थे. उन्होंने नानकमत्ता क्षेत्र में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में कई काम किये थे. जिसके चलते उन्होंने सिख समुदाय के साथ साथ अन्य समुदाय के लोगों में पहचान बना ली थी. बाबा तरसेम सिंह के कई राजनीतिक लोगों से गहरे संबध थे. उनके डेरे में बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस और अन्य दलों के नेता आते रहते थे. सीएम धामी से भी उनकी निकटता थी. विधायक से लेकर सीएम बनने तक धामी डेरे में आया जाया करते थे. बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नानकमत्ता डेरे में पहुंचे थे। बाबा तरसेम सिंह का शव देखकर उनकी आंखें नम हो गयी थी. भावुक मुख्यमंत्री धामी काफी देर तक मौन बैठे रहे. उन्होंने कहा था कि कानून अपना काम करेगा. जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने शूटरों की धरपकड़ को दिन रात एक कर दिया और एक बदमाश अमरजीत सिंह मुठभेड़ में मारा गया.

उल्लेखनीय है कि 28 मार्च 2024 को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद उत्तराखंड में हड़कंप मच गया था. मुख्यमत्री पुष्कर सिंह धामी खुद श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा गए थे. हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जिसके बाद से पुलिस लगातार आरोपितों को तलाशने में जुटी थी. कुछ दिन पूर्व ही इस घटना में शामिल षड्यंत्रकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था.

हरिद्वार में मारा गया एक लाख का ईनामी हत्यारा
पुलिस की टीम एक ढाबे के पास चैकिंग कर रही थी। पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को रोकने का प्रयास किया लेकिन वह कलियर की तरफ भागने लगे। पुलिस ने कुछ दूर जाने पर दोनों बदमाशों को घेर लिया तो बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया।

मंगलवार की सुबह इमली खेड़ा मार्ग पर पुलिस की बाइक सवार बदमाशों से मुठभेड़ हो गई, जिसमें 10 लाख रुपये की सुपारी लेकर नानकमत्ता डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या करने वाला एक बदमाश मौके पर ढेर हो गया। जबकि दूसरा भाग गया।

पुलिस ने दूसरे बदमाश की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया। सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस के मुताबिक, सोमवार की सुबह इमली खेड़ा मार्ग पर भगवानपुर थाना पुलिस की टीम एक ढाबे के पास चैकिंग कर रही थी।

बदमाशों ने पुलिस पर किया हमला
इसी दौरान पुलिस ने बाइक सवार दो लोगों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह कलियर की तरफ भागने लगे। संदेह होने पर पुलिस ने इनका पीछा किया। पुलिस ने कुछ दूर जाने पर दोनों बदमाशों को घेर लिया तो बदमाशों ने पुलिस पर हमला कर दिया।

पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया जबकि दूसरा जंगल के रास्ते भाग गया। पुलिस ने इसका पीछा भी किया लेकिन वह हाथ नहीं आया। घायल बदमाश को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बदमाश की पहचान अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगली भट्ट अमृतसर के रूप में की गई। मुठभेड़ की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक परमेंद्र अग्रवाल मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। मही मुठभेड़ की सूचना मिलने पर पुलिस उपमहानिरीक्षक देहरादून से देहरादून रवाना हो गए हैं।

हत्याकांड के बाद सीसीटीवी में कैद हुए थे हत्यारे
28 मार्च को बाइक सवार दो बदमाशों ने नानकमत्ता में डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान सीसीटीवी में कैद हत्यारों की पहचान तरनतारण, पंजाब निवासी सर्वजीत सिंह और फतेहगंज, अमृतसर (पंजाब) निवासी अमरजीत उर्फ बिट्टू के रूप में हुई।

तब से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। दोनों पर एक-एक लाख का इनाम भी घोषित कर दिया था। मामले में अभी तक पुलिस हत्या की साजिश और राइफल उपलब्ध कराने वाले सात षड्यंत्रकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इधर,दोनों शूटरों की अंतिम लोकेशन पुलिस को शाहजहांपुर के निगोही में मिली थी।

इस बीच दोनों के अलग होने और नेपाल और बांग्लादेश भागने की भी आशंका जताई गई। सोमवार देर रात एक शूटर अमरजीत उर्फ बिट्टू की लोकेशन हरिद्वार में मिली तो एसटीएफ और पुलिस ने उसकी घेराबंदी कर दी। बताया जा रहा है कि उसने टीम पर फायरिंग की। पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें वह मारा गया।
वहीं देर रात हरिद्वार पुलिस व एसटीएफ ने पक्की सूचना के आधार पर इस हत्याकांड के मुख्य आरोपित को हरिद्वार क्षेत्र में हुए एक एनकाउंटर में मार गिराया. एसटीएफ का कहना है कि अमरजीत सिंह नाम का ये बदमाश श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या करने की घटना में शामिल था. एक बदमाश भागने में सफल रहा.
हरिद्वार पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोभाल ने कहा कि जिले के मंगलौर थाना क्षेत्र में चुनावी समय में हो रही चेकिंग के दौरान दो मोटरसाइकिल सवार बाहर बैरिकेड क्रॉस कर रहे थे. संदिग्ध होने पर जब पुलिस ने उन्हें रोका तो वह भागने लगे. पुलिस के मुताबिक उन्होंने पुलिस पर फायरिंग की. जवाबी फायरिंग में एक व्यक्ति को गोली लग गई, जबकि दूसरा भाग गया. बताया जा रहा है कि यह आरोपित कलियर की तरफ भाग रहे थे. तभी लगभग देर रात यह एनकाउंटर हुआ है.एनकाउंटर के बाद पुलिस को मालूम हुआ कि मृतक अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू है, जो बाबा तरसेम सिंह की हत्या में शामिल था. हरिद्वार पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोभाल का कहना है कि जैसे ही कार्रवाई की सूचना मिली,वैसे ही हमारी अतिरिक्त फोर्स भी मौके पर पहुंच गई थी.मैं खुद घटनास्थल पर पहुंच गया था. तब तक आरोपित को अस्पताल लाया जा चुका था.

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