भारत का गोल्ड रिजर्व पहुंचा आल टाइम हाई 817 टन

सोने की कीमतों में तेजी के बावजूद डिमांड में कोई कमी नहीं – Gold Reserves Of RBI

सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इसके बावजूद उसकी मांग कम नहीं है.बल्कि रिजर्व बैंक का डेटा कहता है कि उसके पास पिछले छह महीनों में सबसे अधिक मात्रा में सोना उपलब्ध है.साथ ही सोने का आयात भी पहले की तरह ही जारी है.
हैदराबाद 14 अप्रैल 2024: पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली है,फिर भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जो आकंड़े जारी किए हैं,उसके अनुसार देश का स्वर्ण रिजर्व ऑल टाइम हाई पर है.अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के बीच सोना सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है.ये अलग बात है कि घरेलू स्तर पर बात करें तो फरवरी महीने में सोने की डिमांड में बहुत ज्यादा वृद्धि नहीं देखी गई.

रिजर्व बैंक ने फरवरी महीने में 4.7 टन अतिरिक्त गोल्ड संग्रहित किया है.इस समय गोल्ड रिजर्व 817 टन का लेवल प्राप्त कर चुका है.रिटेल निवेशकों ने भी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के माध्यम से सोना में अपना निवेश बढ़ाया है.

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के अनुसार,भारतीय गोल्ड ईटीएफ में फरवरी में 93.3 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश हुआ,जो पिछले छह महीनों में सबसे अधिक मंथली इंफ्लो है.

डब्ल्यूजीसी को उम्मीद है कि 2024 में केंद्रीय बैंक में सोने की मांग बढ़ने वाली है.वैसे भी 2010 से केंद्रीय बैंकों, विशेष रूप से उभरते बाजारों में,ने दिखाया है कि उनके पास सोना संचय को लेकर एक दीर्घकालिक रणनीति है.

अब सवाल ये है कि केंद्रीय बैंक अपने भंडार में सोना लगातार क्यों बढ़ा रहे हैं.इस संबंध में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सेंट्रल बैंक का सर्वे बहुत कुछ कहता है.पिछले साल दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने संकट के समय में प्रतिक्रिया, विविधीकरण विशेषताओं और स्टोर-ऑफ-वैल्यू क्रेडेंशियल्स में सोने के मूल्य पर बहुत जोर दिया था.2024 भी कुछ अलग नहीं होने वाला है. सोने में निवेश की प्रासंगिकता पहले की तरह ही है.

भारत में,घरेलू सोने की कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं हैं.मार्च की शुरुआत में 66,529 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं थी.यह अब तक 4% अधिक है. अमेरिका में यही छह प्रतिशत अधिक है.ऐसा रुपये में मजबूती से हुआ है.

सोने की कीमत में उछाल ने देश में उपभोक्ता मांग को प्रभावित किया है.परिणामस्वरूप,घरेलू सोने की कीमत अब अंतरराष्ट्रीय कीमत के मुकाबले बी2बी स्तर पर लगभग 20 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस की छूट पर कारोबार कर रही है.

डब्ल्यूजीसी ने कहा कि कीमतों में उछाल से सोने की मांग में बाधा उत्पन्न हो रही है,यहां तक ​​कि शादी के मौसम में भी. हालांकि,ऊंची कीमतें और सॉफ्ट डिमांड के बावजूद फरवरी महीने में आयात पहले की तरह ही जारी रहा.
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दुनियाभर के देश अपने पास सोने का भंडार जमा रखते हैं ताकि आर्थिक संकट के समय उसका इस्तेमाल किया जा सके. सोना किसी देश की मुद्रा की तरह अस्थिर नहीं बल्कि स्थिर संपत्ति माना जाता है. अमेरिका, जर्मनी जैसे देश भारी मात्रा में गोल्ड रिजर्व रखते हैं.
स्वर्ण भंडार की किसी भी देश की आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है. दुनिया के सभी बड़े देशों में सोने के विशाल भंडार जमा हैं ताकि कभी अगर आर्थिक संकट आ जाए तो सोना काम आये. फोर्ब्स के मुताबिक, सोने का पैमाना यानी गोल्ड स्टैंडर्ड 18वीं शताब्दी के अंत में अपनाया गया और 19वीं शताब्दी में यह गोल्ड स्टैंडर्ड दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया.

लेकिन गोल्ड स्टैंडर्ड को 1970 के दशक में आधिकारिक तौर पर त्याग दिया गया. बावजूद इसके, देशों ने अपने सोने के भंडार बनाए रखे. अब दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में तेजी से अनिश्चितता बढ़ती जा रही है जिसे देखते हुए गोल्ड रिजर्व की मांग तेजी से बढ़ी है. ऐसे में देशों के केंद्रीय बैंक एक बार फिर प्राथमिक सुरक्षित संपत्ति के रूप में स्वर्ण भंडार को महत्व दे रहे हैं. दुनिया में सबसे अधिक गोल्ड रिजर्व अमेरिका के पास है.

RBI जमकर कर रहा सोने की खरीदारी, भारत का गोल्ड रिजर्व 817 टन पर पहुंचा

भारत का गोल्ड रिजर्व बढ़कर अब 817 टन पर पहुंच गया है जो उसके कुल फॉरेक्स रिजर्व का 8.5 प्रतिशत  है।

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Central Banks Gold Buying: भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से इस साल जमकर सोने की खरीदारी की जा रही है। नए साल के दूसरे महीने यानी फरवरी में भी खरीदारी का यह सिलसिला बरकरार रहा।  साल के पहले दो महीने में आरबीआई ने 13 टन से ज्यादा सोना खरीदा है। भारत का गोल्ड रिजर्व बढ़कर अब 817 टन पर पहुंच गया है जो उसके कुल फॉरेक्स रिजर्व का 8.5 फीसदी है।

इससे पहले नए साल के पहले महीने में आरबीआई की खरीदारी बढ़कर 20 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी । जबकि नवंबर -दिसंबर 2023 के दौरान आरबीआई ने सोने की खरीदारी से परहेज किया था।

सोने (gold) की कीमतों को परवान चढ़ाने में केंद्रीय बैंकों (central banks) की खरीदारी का बड़ा योगदान रहा है। सोने की कीमतों में फिलहाल रिकॉर्ड तेजी देखी जा रही है। घरेलू बाजार में जहां सोना 73 हजार के स्तर को पार कर गया है। वहीं अंतरराष्ट्रीय कीमतें 2,400 डॉलर प्रति औंस के ऊपर है।

जानकारों के अनुसार इन्वेस्टमेंट डिमांड में सुस्ती के बावजूद अगर गोल्ड इतना बेहतर प्रदर्शन कर रहा है तो इसकी बड़ी वजह केंद्रीय बैंकों की तरफ से सोने की लगातार हो रही खरीद है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश लगातार 10वें महीने मार्च 2024 में घटा है। जबकि केंद्रीय बैंकों की तरफ से लगातार सोने की खरीद हो रही है।

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों की तरफ से फरवरी 2024 के दौरान नेट 19 टन सोने की खरीद की गई। जनवरी के मुकाबले यह 58 फीसदी कम है। दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने जनवरी 2024 के दौरान नेट 45 टन सोना खरीदा था। इस तरह से इस साल के पहले दो महीने के दौरान गोल्ड की खरीदारी बढ़कर 64 टन तक पहुंच गई है। 2023 की समान अवधि के मुकाबले यह 43 फीसदी कम है। हालांकि 2022 की समान अवधि के मुकाबले यह चार गुना ज्यादा है।

खरीदारी के मामले में कौन देश रहे आगे
पहले नंबर पर
इसी रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2024 में सबसे ज्यादा खरीदारी चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBoC) की तरफ से की गई। चीन के केंद्रीय बैंक ने इस दौरान अपने गोल्ड रिजर्व में 12 टन का इजाफा किया। फरवरी 2024 के अंत तक चीन का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 2,257 टन तक पहुंच गया। यह लगातार 16 वां महीना है जब चीन का केंद्रीय बैंक सोने का नेट खरीदार रहा।
दूसरे नंबर पर
दूसरे नंबर पर रहा कजाकिस्तान का केंद्रीय बैंक। कजाकिस्तान के केंद्रीय बैंक की तरफ से फरवरी 2024 के दौरान 6 टन सोने की खरीदारी की गई। इस साल के पहले दो महीने के दौरान कजाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने 12 टन सोना खरीदा है। फरवरी 2024 के अंत तक कजाकिस्तान का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 306 टन तक पहुंच गया।

तीसरे नंबर पर
फरवरी 2024 में तकरीबन 6 टन सोने की खरीदारी के साथ भारत का केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) तीसरे नंबर पर रहा। भारत का गोल्ड रिजर्व बढ़कर अब 817 टन तक पहुंच गया है। इससे पहले आरबीआई (RBI) ने कैलेंडर ईयर 2023 की पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही के दौरान क्रमश: 7.27 टन, 2.80 टन, 9.21 टन और 2.8 टन सोना खरीदा था ।तुर्किए, सिंगापुर, चेक रिपब्लिक और कतर के केंद्रीय बैंकों ने इस अवधि (फरवरी 2024) के दौरान अपने गोल्ड रिजर्व में क्रमश: 4 टन, और 2-2-2 टन का इजाफा किया।

बिक्री के मामले में आगे
सेलिंग के मामले में उज्बेकिस्तान का केंद्रीय बैंक अग्रणी रहा। उज्बेकिस्तान के केंद्रीय बैंक की तरफ से फरवरी 2024 के दौरान नेट 12 टन सोने की बिक्री की गई। जॉर्डन के केंद्रीय बैंक ने भी इस दौरान 4 टन गोल्ड बेचा।

2023 में कैसी रही थी खरीदारी
पिछले कैलेंडर ईयर यानी 2023 के दौरान केंद्रीय बैंकों की खरीदारी में 1,037.38 टन का इजाफा हुआ। 2022 की रिकॉर्ड खरीदारी से यह थोड़ा कम रहा। कैलेंडर ईयर 2022 में रिकॉर्ड 1,081.88 टन सोने की खरीदारी की गई थी।

वर्ष नेट खरीदारी (Net purchases)

2023 +1,037.38 टन

2022 +1,081.88 टन

2021 +450.11 टन

2020 +254.94 टन

2019 +605.41 टन

2018 +656.23 टन

2017 +378.56 टन

2016 +394.86 टन

2015 +579.55 टन

2014 +601.13 टन

2013 +629.45 टन

2012 +569.18 टन

2011 +480.79 टन

2010 +79.15 टन

(Source: World Gold Council)

पिछले कैलेंडर ईयर के दौरान चीन सोने की खरीद के मामले में अग्रणी रहा। चीन के केंद्रीय बैंक ने 2023 के दौरान अपने गोल्ड रिजर्व में 225 टन का इजाफा किया। जब से चीन ने अपने गोल्ड रिजर्व को लेकर जानकारी साझा करना शुरू किया है यानी 1977 से किसी एक साल के दौरान यह सबसे बड़ा इजाफा है। पोलैंड और सिंगापुर के केंद्रीय बैंक इस मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे।

2023 नेट खरीदारी (Net purchases)

चीन: +224.88 टन

पोलैंड: +130.03 टन

सिंगापुर: +76.51 टन

लीबिया: +30.01 टन

चेक रिपब्लिक: +18.71 टन

भारत: +16.22 टन

इराक: +12.25 टन

कतर : +7.44 टन

फिलीपींस : +7.10 टन

किर्गिस्तान: +6.95 टन

(Source: World Gold Council)

2023 के दौरान नेट बिक्री

2023 नेट बिक्री (Net sales)

कजाकिस्तान -47.39 टन

उज़्बेकिस्तान -24.57 टन

बोलीविया -18.20 टन

कंबोडिया -10.08 टन

जर्मनी -2.49 टन

क्रोएशिया – 1.93 टन

तुर्किए -1.58 टन

ताइवान -1.24 टन

ताजिकिस्तान -1.04 टन

(Source: World Gold Council)

फोर्ब्स ने हाल ही में सबसे अधिक गोल्ड रिजर्व वाले देशों की सूची जारी की है जिसमें शीर्ष 10 देश हैं-

1. फोर्ब्स के मुताबिक, सबसे अधिक सोने का भंडार अमेरिका के पास है. अमेरिका के पास 8,133.46 टन गोल्ड रिजर्व है.

2. जर्मनी के पास दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा सोने का भंडार है. उसके पास 3,352.65 टन स्वर्ण भंडार है.

3. जर्मनी के बाद सबसे अधिक सोना 2,451.84 टन इटली के पास है.

4. फ्रांस के पास 2,436.88 टन सोने का भंडार है.

5. रूस स्वर्ण भंडारण के मामले में दुनिया में पांचवें स्थान पर है. रूस के 2,332.74 टन सोने का भंडार है.

6. चीन 2,191.53 टन सोने के भंडार के साथ स्वर्ण भंडारण के मामले में छठे स्थान पर है.

7. स्विट्जरलैंड के पास 1,040.00 टन सोने का भंडार है.

8. जापान स्वर्ण भंडारण के मामले में दुनिया में आठवें स्थान पर है और उसके पास 845.97 टन सोने का भंडार है.

9. इस सूची में नौवें नंबर पर भारत है.भारत के पास 817.78 टन सोने का रिजर्व है.

10. नीदरलैंड के पास 612.45 टन सोने का भंडार है.

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