आईआईटी जोधपुर व जेसीकेआईएफ का ‘उद्यमिता एक सामाजिक आंदोलन ‘ सम्मेलन कल 5 अप्रैल से

उद्यमिता एक सामाजिक आंदोलन’ के विषय पर आईआईटी जोधपुर और जेसीकेआईएफ का साझा सम्मेलन

 सम्मेलन से उद्यमिता की विरासत बचाने और बुनियादी विकास के लिए प्रौद्योगिकी और नवीन व्यापार मॉडल अपनाने का मार्ग प्रशस्त होगा
 सम्मेलन का उद्देश्य कारीगरों की नवीन क्षमताओं के उपयोग से उद्यमों का बेहतर लाभ लेते हुए सामाजिक समता का लक्ष्य प्राप्त करना है
 सम्मेलन का साझेदार कॉन्टैक्ट बेस एक सामाजिक उद्यम है जो यूएन ईसीओएसओसी, , यूएनडब्ल्यूटीओ, और यूनेस्को से सलाह करता है

देहरादून, 4-अप्रैल-2023 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर और जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन फाउंडेशन (जेसीकेआईएफ) मिल कर आईआईटी जोधपुर परिसर स्थित जोधपुर क्लब में 5 से 7 अप्रैल 2023 तक ‘उद्यमिता एक सामाजिक आंदोलन’विषय पर एक सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। इसमें अन्य साझेदार सामाजिक उद्यम कंटैक्ट बेस, एसेक्स युनिविर्सटी का एसेक्स बिजनेस स्कूल, मेहरानगढ़ संग्रहालय ट्रस्ट और इंटरनेशनल आंतरप्रेन्योरशिप फोरम शामिल हैं । यह सम्मेलन उद्यमिता की विरासत बचाने और बुनियादी विकास के लिए प्रौद्योगिकी और नवीन व्यापार मॉडल अपनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा।

सम्मेलन में इस बात पर गहन विमर्श किया जाएगा कि कैसे टेक्नोलॉजी और इनोवेशन से सामाजिक समता के मॉडल बनाएं जो भारत की समृद्ध और विविधतापूर्ण सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण करे। यह विरासत हस्तकला, लोक संगीत, स्थानीय खानपान, त्यौहार और स्वदेशी नृत्य के विभिन्न रूपों की हो सकती है।

यह सम्मेलन भारतीय लोकाचार और इसकी अनमोल विरासत के मद्देनजर अधिक लाभदायक उद्यमिता के लक्ष्य से विभिन्न संस्थानों से नागरिकों को जोड़ने का अभूतपूर्व प्रयास है। इसमें सामाजिक उद्यमियों, नीति निर्माताओं, एंजेल इन्वेस्टरों, व्यापार के रणनीतिकारों, शिक्षाविदों, वैश्विक सांस्कृतिक दूतों, जोधपुर के नागरिकों और महाराज गज सिंह द्वितीय के साथ आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. शांतनु चौधरी, एसेक्स यूनिवर्सिटी यू.के. में फैकल्टी डॉ. जय मित्रा, डॉ. जी.एस. टोटेजा, सीईओ, जेसीकेआईएफ और कॉन्टैक्ट बेस के संस्थापक और सीईओ, श्री अमिताभ भट्टाचार्य और अन्य गणमान्य वक्ताओें की भागीदारी होगी।

आयोजन के बारे में आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रोफेसर शांतनु चौधरी ने बताया, “परंपरागत लोक कलाओं, शिल्प, संगीत, नाटक, स्वदेशी प्रथाओं और उत्पादों को स्थायी उद्यमों में बदलने के लिए उद्यमशीलता का दृष्टिकोण लाखों लोगों के जीवन को छू सकता है। यह सम्मेलन इस बात पर गहन चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है कि वैज्ञानिक प्रबंधन और नई तकनीक के माध्यम से इन उपक्रमों को कैसे सशक्त बनाया जाए। यह पहल सामाजिक परिवर्तन के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रबंधन में अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने के आईआईटी जोधपुर के दृष्टिकोण के अनुरूप है।”

इस 3 दिनों के सम्मेलन में कई वार्ताएं और पैनल चर्चाएं होंगी। प्रतिभागियों को उद्यमिता की विरासत और कारीगरों की नवीन क्षमताओं को समझ कर महसूस करने का अवसर देने के लिए उनके कार्य क्षेत्र के दौरे आयोजित किए जाएंगे। सम्मेलन में भाग लेने के लिए 275 से अधिक प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *