गुरूग्राम में खुली जगहों पर नमाज का बढ़ रहा है विरोध

गुरुग्राम में सार्वजनिक जगह पर नमाज का स्थानीय लोगों ने किया विरोध, कहा- जब से ये शुरू हुआ चेन स्नेचिंग, छेड़खानी बढ़ी: देखिए वीडियो

गुरुग्राम में सार्वजनिक जगह पर नमाज का स्थानीय लोगों ने किया विरोध

हरियाणा के गुरुग्राम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ लोग सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ने का विरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं। मामला गुरुग्राम के सेक्टर-47 की है।

 

वीडियो में देखा जा सकता है लोग नमाज का विरोध कर रहे हैं। इनमें से एक व्यक्ति पुलिस से कहता है ‘सवाल पूछने का मतलब दंगा भड़काना नहीं है’। साथ ही इस स्थिति पर चिंता जताते हुए यह भी पूछता है कि नमाज का विरोध कर रहे एक अन्य व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में क्यों लिया है। उस व्यक्ति ने कहा कि यहाँ से 2 किमी दूर एक मस्जिद है, ये लोग वहाँ जाकर नमाज क्यों नहीं पढ़ते? अगर मै यहाँ बैठकर पूजा करने लग जाऊँ तो ये लोग मेरा गला दबा देंगे। पुलिस यहाँ से एक भी आदमी को क्यों नहीं उठा पा रही है? उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?

वहाँ मौजूद अन्य व्यक्ति ने कहा कि हम हनुमान चलीसा पढ़ने मंदिरों में जाते हैं, लेकिन इन्हें नमाज पढ़ने के लिए यही जगह मिलती है क्या। ये लोग हमारी बहन-बेटियों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। हमें इनसे डर लगता है। बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ने वालों पर कार्रवाई नहीं किए जाने से वहाँ रहने वाले लोग बेहद परेशान हैं। इससे उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

हिंदू समूहों के अनुसार, ये लोग दरगाहों का निर्माण कर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने के लिए सार्वजनिक जगह पर नमाज अदा करते हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है, “इससे महिलाएँ बेहद डरी हुई हैं। जब से सड़कों पर नमाज पढ़ना शुरू हुआ है, तब से चेन स्नेचिंग, छेड़खानी की घटनाएँ बढ़ गई हैं। सड़कों पर इस अवैध नमाज को रोका जाना चाहिए।” एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा, “हम यहाँ अवैध मस्जिद या मजार नहीं बनने देंगे।”

सार्वजनिक नमाज का विरोध करने वाले स्थानीय निवासियों में से एक ने कहा, “जिस तरह से मेरठ की लड़की को मारा गया और फरीदाबाद की लड़की को मौत के घाट उतार दिया गया, कहीं ये सब भविष्य में हमारी बेटियों का साथ भी ना हो जाए।” उन्होंने कहा, “पुलिस कुछ नहीं कर रही है, क्योंकि उनके पास हमारे खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश है।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुग्राम सेक्टर-47 में रहने वाले लोग अपने पड़ोस में मुस्लिमों द्वारा सड़कों पर नमाज अदा करने से बेहद परेशान हैं। स्थानीय लोगों ने मौके पर इकट्ठा हुए मुस्लिमों का विरोध किया और उन पर कानून-व्यवस्था तोड़ने का आरोप लगाया।

गौरतलब है कि इससे पहले भी गुरुग्राम में सार्वजनिक रूप से नमाज अदा करने के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन हो चुके हैं। इस साल मार्च में, स्थानीय निवासियों ने गुरुग्राम के सेक्टर-40 में सार्वजनिक जगह पर नमाज अदा करने का विरोध किया था। मई 2018 में भी गुरुग्राम में 76 स्थानों पर भारी पुलिस बल और लोगों के विरोध के बीच सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ी गई थी।

 गुरूग्राम में खुले में नमाज का फिर विरोध, पुलिस ने 30 को हिरासत में लिया

गुरुग्राम में फिर से हुआ खुले में नमाज का विरोध।
दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरूग्राम में खुले में नमाज को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। पुलिस की अनुमति के बाद कुछ हिंदू संगठन पिछले पांच सप्ताह से शुक्रवार की नमाज के लिए निर्धारित स्थानों पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे माहौल बिगड़ा हुआ है।
आज भी कुछ हिंदू संगठनों ने जुमे की नमाज के समय मौके पर पहुंचकर नारेबाजी की। हालांकि, मौके पर तैनात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 30 लोगों को हिरासत में ले लिया।

 सेक्टर-12 में जुमे की नमाज पढ़ने को ले हुआ जमकर विरोध, तीन दर्जन हिरासत में

इससे पहले पिछले सप्ताह भी नमाज को लेकर हालात तनावपूर्ण हो गए थे, जब सेक्टर 12-ए स्थित एक निजी जमीन पर नमाज अदा कर रहे लोगों को विरोध हुआ था। इसमें एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल थे।


खुले में नमाज का विरोध करते लोग (फाइल फोटो)

गुरुग्राम शहर की सार्वजनिक जगहों पर होने वाली जुमे की नमाज को लेकर इस शुक्रवार को सेक्टर-12ए में जमकर विरोध हुआ। नमाज पढ़ने आए लोगों को देख मौके पर जमा हिंदू संगठन व स्थानीय लोग ने विरोध व नारेबाजी शुरू कर दी। विरोध को बढ़ता देख मौके पर आई पुलिस करीब तीन दर्जन लोगों को हिरासत में ले बजघेड़ा थाने लाया गया। देर शाम खबर तक लोगों को थाने में ही बिठाए रखने की जानकारी है।

गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने का मामले में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को शहर के सेक्टर-12ए इलाके में जुमे की नमाज से पहले ही हिंदू संगठन व अन्य स्थानीय लोग पहुंच गए। थोड़ी देर बाद मौके पर आए नमाजियों को देख विरोध करना शुरू कर दिया। मामले को तूल पकड़ता देख मौके पर आई थाना बज्घेड़ा पुलिस ने हिंदू संगठनों के तीन दर्जन प्रतिनिधियों को हिरासत में लिया। हिरासत में लेने के बाद सभी लोगों को बजघेड़ा थाने में रखा गया। वहीं बड़े विरोध को देखते हुए जहां पर भी समुदाय विशेष के लोग नमाज पढ़ते हैं, वहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले पिछले सप्ताह भी नमाज को लेकर हालात तनावपूर्ण  थे, जब सेक्टर 12-ए स्थित एक निजी जमीन पर नमाज अदा कर रहे लोगों को विरोध हुआ था। इसमें एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस दौरान यहां पर जमा भीड़ ने जय श्री राम के नारे भी लगाए थे।

 

मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन के खिलाफ लगाए नारे

नमाज का विरोध कर रहे लोगों को जब गुरुग्राम पुलिस के वाहन में बैठा दिया गया तो वहां से उन्होंने मुुुख्यमंत्री मनोहर लाल व जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। राम भक्तों को जेल भेजने के लिए शर्म करने के लिए कहा। थाना जाने तक लोग वाहन में नारे लगाते गए।

सेक्टर-47 में कई बार हुआ विरोध

खुले में नमाज को लेकर शहर में सबसे ज्यादा विरोध सेक्टर-47 में देखने को मिला है। यहां दो सप्ताह पहले तक कई बार विरोध हो चुका है। स्थानीय लोग व हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों को यहां से पुलिस को कई बार हटाना पड़ा है। विगत 15 अक्तूबर को ही यहां खुले पार्क पर नमाज पढ़ने को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध के दौरान माइक और स्पीकर के सहारे भजन भी गाए थे। इस दौरान खुले में नमाज के दौरान जब कई संगठनों के लोग पहुंचे तो पुलिस ने उनसे कहा कि जिला प्रशासन की बैठक में यह तय हुआ था कि कहां नमाज होगी। इसके बाद भी लोगों का विरोध जारी रहा।

पुलिस प्रशासन से है 37 जगहों पर नमाज की अनुमति

बता दें कि गुरूग्राम में खुले में नमाज अदा करने को लेकर कुछ हिंदू संगठन विरोध करते आए हैं। इसको देखते हुए साल 2018 में जिला प्रशासन ने शुक्रवार की नमाज के लिए शहर में 37 जगहों को निर्धारित कर दिया था।
उसके बाद से वहां नियमित रूप से नमाज अदा की जा रही थी, लेकिन पिछले कुछ सप्ताह से हिंदू संगठनों ने खुले में नमाज का विरोध शुरू कर दिया। इसको लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है।

मुस्लिम समाज के लोगों ने की थी पांच जगहों पर सुरक्षा की मांग

हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए गत दिनों मुस्लिमों ने जिला प्रशासन ने पांच नमाज स्थलों पर सुरक्षा की मांंग की थी। इनमें DLF फेज-3, सेक्टर 12ए, सेक्टर 14, सेक्टर 56 और सेक्टर 47 शामिल है।

उन्होंने पड़ोसी नूंह और पटौदी इलाकों के और लोगों को भी समर्थन को बुलाया है। पिछले सप्ताह सेक्टर 47 में हिंदू समूहों के विरोध के कारण नमाज को सेक्टर 12ए में दूसरे स्थान पर अदा किया था।

“…तो हम चुप नहीं बैठेंगे”

मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष हाजी शहजाद खान ने कहा, “अगर हिंदू नमाज के समय नारे लगाएंगे तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हम कोई टकराव नहीं चाहते हैं, हम दूसरी जगह स्थानांतरित करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते प्रशासन शांति की गारंटी दे सके।”

पुलिस ने पांच जगहों पर तैनात किए 500 पुलिसकर्मी

पुलिस ने जुमे की नमाज के दौरान हिंसक या अन्य अप्रिय घटनाओं से बचने को पांचों जगहों पर शुक्रवार सुबह 500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात कर दिए थे। ऐसे में पांचों जगह छावनी बनी नजर आ रही थी।
इसके बाद दोपहर में जैसे ही नमाज का समय हुआ तो कुछ हिंदू संगठनों के लोग वहां पहुंच और नारेबाजी शुरू कर दी।
टकराव देेख पुलिस ने 30 जनोंं को हिरासत  में ले लिया।

क्या है हिंदू संगठनों की मांग?

खुले में नमाज का विरोध कर रहे हैं हिंदू संगठन।

खुले में जुमे की नमाज पर रोक लगाने की मांग को लेकर आर्य केंद्रीय सभा ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।
संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति ने मंगलवार को भी यही मांग उठाते हुए गुरुग्राम के उपायुक्त से मुलाकात की थी।
हिंदू समूह के राज्य प्रमुख महावीर भारद्वाज ने कहा, “शहर में खुले में नमाज अदा नहीं की जा सकती है। हम लाठियों खाने को तैयार हैं और जेल जाने को भी तैयार हैं, लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

संवेदनशील स्थानों पर तैनात किए ड्यूटी मजिस्ट्रेट- गर्ग

गुरुग्राम में बिगड़े हालातों पर पुलिस उपायुक्त (DCP) यश गर्ग ने कहा कि उन्होंने सभी संवेदनशील स्थानों पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं। पुलिस ने कहा कि अपराध जांच एजेंसी (CIA) की टीमें भी तैनात की गई है।
सहायक पुलिस आयुक्त (सदर) अमन यादव ने कहा, “हम किसी को भी जुमे की नमाज में बाधा नहीं डालने देंगे और हम लोगों को कानून अपने हाथ में नहीं लेने देंगे। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

सभी को है प्रार्थना करने का अधिकार- खट्टर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर।

16 अक्टूबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था, “हर किसी को प्रार्थना करने का अधिकार है। किसी को भी दूसरों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए और न ही किसी को प्रार्थना में बाधा डालनी चाहिए।”
गुरुग्राम में शिकायत निवारण समिति की बैठक के बाद उन्होंने कहा, “प्रशासन स्थिति को संभाल रहा है और मैंने उनसे सभी पक्षों की सहमति से इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए कहा है।

 

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