दो बच्चों की मां, MSc. MEd. MMPhil.बलूच महिला सुसाईड बॉम्बर शैरी ने हिलाये चीन-पाक

Shari Baloch: दो बच्चों की मां, एजुकेशन में एमफिल, बलूचिस्तान की पहली सुसाइड बॉम्बर, जिसने चीन-PAK को हिला डाला

Blast In Pakistan: पाकिस्तान की कराची यूनिवर्सिटी कॉम्प्लेक्स में मंगलवार को हुए आत्मघाती हमले में दो विदेशी नागरिकों समेत कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.

शैरी बलूच

पाकिस्तान की कराची यूनिवर्सिटी कॉम्प्लेक्स में मंगलवार को हुए आत्मघाती हमले में दो विदेशी नागरिकों समेत कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. यूनिवर्सिटी में कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के पास धमाका हुआ. इस हमले के पीछे एक महिला सुसाइड बॉम्बर का नाम सामने आया है, जिसने पाकिस्तान ही नहीं बल्कि चीन को भी हिला दिया है. सुसाइड बॉम्बर का नाम शैरी बलूच था.

कौन थी शैरी बलूच

अफगानी पत्रकार बशीर अहमद ग्वाख ने ट्वीट कर शैरी बलूच (Shari Baloch) के बारे में जानकारी दी है. ग्वाख के मुताबिक हमले में शामिल शैरी बलूच की उम्र 30 साल थी. उसने जूलॉजी में मास्टर डिग्री और एजुकेशन में एमफिल किया था. वह एक स्कूल में पढ़ाती थी. शैरी बलूच बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की खतरनाक ‘मजीद ब्रिगेड’ की वॉलंटियर थी. उसने 2 साल पहले BLA जॉइन किया था और खुद को आत्मघाती हमले में इस्तेमाल करने का अनुरोध किया था.

शैरी बलूच के दो बच्चे (8 और 5 साल) हैं. उनके पति हबीतान बशीर बलूच एक डेंटिस्ट हैं, जबकि पिता सरकारी मुलाजिम थे. शैरी बलूच के पति हबीतान बशीर बलूच ने एक अज्ञात जगह से ट्वीट कर कहा कि वह अपनी पत्नी के इस निस्वार्थ काम से हैरान हैं लेकिन उनकी वाइफ ने जो काम किया है, उस पर गर्व भी है.

 

 

शैरी बलूच को लेकर समय-समय पर चर्चा इसलिए नहीं हो रही थी कि उसने विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया था बल्कि इसलिए कि वह महिला थी. जब शैरी उर्फ बरामश ने ट्विटर हैंडल पर गुड बाय का मैसेज लिखा तो कोई नहीं जानता था कि उसका अगला कदम क्या होगा.

हैरान करती हैं उससे जुड़ी जानकारियां, रखती थी ऐसे विचार

पाकिस्तान के कराची में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की मजीद ब्रिगेड से जुड़ी महिला शैरी बलोच ने खुद को उड़ाकर विस्फोट किया, जिसमें तीन चीनी और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई। उसके बारे में हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं।

बलूच लिबरेशन आर्मी ने पहली महिला आत्मघाती हमलावर के बारे में अधिक जानकारी जारी की है

बीएलए का कहना है कि शैरी बलोच का पति डॉक्टर है और उसके 2 बच्चे हैं.शैरी बलोच ने कराची यूनिवर्सिटी से एमएससी,एम एड और एमफिल की डिग्री हासिल की थी
पाकिस्तान की कराची यूनिवर्सिटी में मंगलवार यानी 26 अप्रैल को विस्फोट बुर्का पहने एक महिला आत्मघाती हमलावर ने किया। उसने एक कार को विस्फोट से उड़ाया जिसमें तीन चीनियों और पाकिस्तानी ड्राइवर की मौत हो गई। हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली। सामने आए हमले के सीसीटीवी फुटेज में बुर्का पहने महिला कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के प्रवेश द्वार के बाहर खड़ी दिखाई देती है। जैसे ही वैन संस्थान के प्रवेश द्वार के पास पहुंची, महिला खुद को विस्फोट से उड़ा देती है।

 

 

आत्मघाती हमलावर महिला के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई हैं। ‘द पाकिस्तान डेली’ के अनुसार, बलूच लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जींद बलूच ने दावा किया कि आत्मघाती हमला बीएलए की मजीद ब्रिगेड की एक महिला ने किया था। जीयंद बलूच ने यह भी दावा किया कि महिला आत्मघाती हमलावर द्वारा उनके लक्ष्य पर हमला करने के बाद बलूच संघर्ष में यह एक नया अध्याय है। प्रेस विज्ञप्ति के साथ आत्मघाती हमलावर शैरी बलोच की एक तस्वीर भी सामने आई। तस्वीर में युवती सैन्य पोशाक पहने हुए विजय चिन्ह लहराती हुई दिखाई दे रही है।

शैरी बलोच का ट्विटर अकाउंट उसके जीवन और विचारधारा के बारे में संकेत प्रदान करता है। आत्मघाती हमले से कुछ देर पहले ही शैरी बलोच ने बलूची में ट्वीट किया कि अलविदा, मेरे साथियों। उसके ट्विटर बायो के अनुसार, शैरी बलोच ने जूलॉजी में एमएससी और एजुकेशन में Med और एमफिल किया था।

इस रास्ते पर आगे बढ़ रही थी शैरी बलोच

आत्मघाती हमले से एक दिन पहले उसने ने एक महिला मिलिटेंट की तस्वीर के साथ सशस्त्र संघर्ष के बारे में फिदेल कास्त्रो के संदर्भ मेें एक ट्वीट रीट्वीट किया था। हमले से दो दिन पहले उसने ट्वीट किया कि उसकी भूमि ने उन्हें प्यार करना और विरोध करना सिखाया है। 19 अप्रैल को शैरी बलोच ने ट्वीट किया कि चे ग्वेरा ने कहा था कि किसी को मरना चाहिए लेकिन अपनी अंतरात्मा को नहीं बेचना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए नहीं बल्कि आपकी आने वाली पीढ़ियों के लिए है। ये ट्वीट दर्शाते हैं कि कैसे शैरी बलोच प्रतिरोध के रास्ते की ओर बढ़ रही थी। अपने सुसाइड मिशन से एक हफ्ते पहले 18 अप्रैल को उसने हैशटैग #StopBalochGenocide ट्वीट किया।

चीनी नागरिक निशाने पर

यह पहली बार नहीं है जब कराची में चीनी नागरिक उग्रवादियों के हमलों का निशाना बने हैं। नवंबर 2018 में बलूच उग्रवादियों ने कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था, लेकिन सुरक्षा बाधा को तोड़ने में विफल रहे थे। हमलावरों में से तीन मौके पर ही मारे गए थे। अशांत बलूचिस्तान प्रांत के अलगाववादी समूहों ने उन चीनी नागरिकों पर कई हमले करने का दावा किया है जो 60 अरब डॉलर लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे से जुड़ी परियोजनाओं के चलते पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में काम करते हैं, विशेष रूप से बलूचिस्तान और कराची में।

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