किसान आंदोलन में अब तक एक किसान, तीन पुलिस जनों की मौत,30 घायल

किसानों का ‘दिल्ली चलो मार्च’ 29 फरवरी तक टला, संयुक्त किसान मोर्चा की बड़ी घोषणा 
संयुक्त किसान मोर्चा ने 29 फरवरी तक अपना दिल्ली चलो मार्च स्थगित करने का फैसला किया है. किसान संगठन के नेता सरबान सिंह पंढेर ने खनौरी सीमा पर मीडिया से बातचीत में यह बात बताई. आगे की रणनीति पर 29 फरवरी को फैसला होगा. साथ ही किसानों ने हरियाणा गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ एफआईआर  की मांग रखी है.
नई दिल्ली,23 फरवरी 2024,संयुक्त किसान मोर्चा ने 29 फरवरी तक अपना दिल्ली चलो मार्च स्थगित करने का फैसला किया है. किसान संगठन के नेता सरबन सिंह पंढेर ने खनौरी सीमा पर मीडिया से बातचीत में यह बात बताई. उन्होंने बताया कि आगे की रणनीति पर 29 फरवरी को फैसला होगा और “हम सभी दुखी हैं, हमने अपने युवा किसान शुभकरण सिंह को खोया है. हमने फैसला लिया है कि 24 फरवरी यानी कल हम कैंडल मार्च निकालेंगे.”
किसान नेता पंढेर ने बताया कि 26 फरवरी को डब्ल्यूटीओ (वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन) की एक बैठक है और 25 फरवरी को शंभू और खनौरी दोनों जगहों पर हम सेमिनार करेंगे कि डब्ल्यूटीओ किसानों को कैसे प्रभावित कर रहा है. किसान नेता ने बताया, “हम डब्ल्यूटीओ का पुतला जलाएंगे. डब्ल्यूटीओ ही नहीं हम कॉरपोरेट और सरकार का भी पुतला जलाएंगे.”

27 फरवरी को होगी किसान यूनियनों की बैठक

संयुक्त किसान मोर्चा  किसान नेता सरबन सिंह पंढेर ने आगे कहा, “पुलिस की बर्बरतापूर्ण हरकत से हरियाणा में आपात स्थिति हो गई है. कल शाम हम दोनों सीमाओं पर कैंडल मार्च निकालेंगे. डब्ल्यूटीओ किसानों के लिए कितना बुरा है, इस पर चर्चा करने को हम कृषि क्षेत्र से बुद्धिजीवियों को बुलाएंगे. 27 फरवरी हम को किसान यूनियनों की बैठक करेंगे. 29 फरवरी को आंदोलन के लिए अपने अगले कदम की घोषणा करेंगे.”

भाजपा मंत्री अनिल विज पर एफआईआर की मांग

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, “हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार अनिल विज और खनौरी बॉर्डर पर अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे. सरकार ने आंदोलन में अपने एजेंट शामिल कर दिये है और वे हमें मार सकते हैं, पंजाब सरकार के हाथ में कानून व्यवस्था है, लेकिन अगर कोई हमें मार देगा तो वे मुंह मोड़ लेंगें.” उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र और हरियाणा सरकार 21 फरवरी की एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है. किसान की हत्या का मतलब है कि पंजाब सरकार केंद्र सरकार के सामने झुक गई है.

‘हरियाणा पुलिस कर रही फर्जी एफआईआर’

भारतीय किसान यूनियन नौजवान के अभिमन्यू कोहार्ड ने बताया कि खीरी चोपता के किसान खनौरी बॉर्डर पर हमारे साथ आना चाहते हैं. पुलिस ने उन पर हमला किया, उन्होंने ट्रैकर्स के टायर पंक्चर कर दिए. 21 फरवरी को हरियाणा पुलिस ने किसानों के साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया. हरियाणा पुलिस किसानों पर फर्जी FIR लिख रही है. हरियाणा पुलिस ने खालसा सहायता और पांच मेडिकल कैम्प पर हमला किया है. भारत जैसे लोकतंत्र में यह सहनीय नहीं है.” किसान नेता ने बताया, “हम सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग के सामने कई बातें रखना चाहते हैं. बॉर्डर पर मेडिकल सेवाएं मुहैया कराने वाले एनजीओ को अब सरकार की ओर से धमकी दी जा रही है.

तीन पुलिसवालों की मौत, 30 घायल, एक को ब्रैन हैमरेज… किसान आंदोलन पर पुलिस ने दिया अपडेट
हरियाणा पुलिस के मुताबिक आंदोलन के दौरान अलग-अलग कारणों से 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दो पुलिसकर्मियों की मौत हरियाणा में हुई है. एक को ब्रैन हैमरेज हुआ है. वहीं, आंदोलन के दौरान एक पुलिसकर्मी की पंजाब में भी मौत हुई है।
किसान आंदोलन के दौरान हुई 21 साल के किसान की मौत के बाद आज संयुक्त किसान मोर्चा काला दिवस मना रहा है. इस बीच हरियाणा की अंबाला पुलिस ने पत्र जारी कर बताया है कि अब तक इस आंदोलन के दौरान अलग-अलग कारणों से कितने पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है और कितने पुलिसकर्मी घायल हैं.

हरियाणा पुलिस के मुताबिक आंदोलन के दौरान 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दो पुलिसकर्मियों की मौत हरियाणा में हुई है. एक को ब्रैन हैमरेज हुआ है. वहीं, आंदोलन के दौरान पंजाब में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी की जिम में मौत हुई है. हरियाणा पुलिस ने अपने लेटर में कहा,’किसान लगातार दिल्ली कूच को लेकर शंभू बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स को तोड़ने के प्रयास कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन पर पत्थरबाजी और हुड़दंग बाजी करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. उपद्रवी सरकारी और प्राइवेट संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं.’

आंदोलनकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू

पुलिस ने पत्र में लिखा है कि आंदोलन में कई किसान नेता सक्रिय भूमिका में हैं और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. लगातार सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, टैलीग्राम जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए भड़काउ और उकसाने वाले भाषण देकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए लगातार पोस्ट डाली जा रही हैं. इस आंदोलन में लगातार भाषणबाजी करके आंदोलनकारियों को प्रशासन के खिलाफ भड़काया जा रहा है. सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है. भयंकर उत्पात मचाया जा रहा है.

संपत्ति जब्त कर करेंगे नुकसान की भरपाई

पुलिस ने यह भी कहा है कि आंदोलनकारियों ने जिन सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है, उसका आकलन किया जा रहा है. प्रशासन ने इस संबंध में आम जनता को पहले ही सूचित/सतर्क कर दिया था कि यदि इस आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों ने सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया तो उनकी संपत्ति और बैंक खाते जब्त कर इस नुकसान की भरपाई की जाएगी. इसको लेकर पुलिस ने कहा कि अगर किसी आम आदमी को इस आंदोलन के दौरान संपत्ति का कोई नुकसान हुआ है तो वह प्रशासन को नुकसान का विवरण दे सकता है.

खनौरी बॉर्डर पर चल रही थी DSP की ड्यूटी

पंजाब में हुई पुलिसकर्मी की मौत पर बताया गया कि कि खनौरी बॉर्डर पर तैनात मलेरकोटला के डीएसपी दिलप्रीत सिंह की सुबह जिम मैं चेस्ट पेन हुआ. उसके बाद लुधियाना हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई. दिलप्रीत सिंह मलेरकोटला में डीएसपी के तौर पर तैनात थे, उनकी रात की ड्यूटी खनौरी बॉर्डर पर लगी हुई थी. मलेरकोटला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मुताबिक वह रात को 8 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक खनौरी में ड्यूटी पर थे. 4 बजे ड्यूटी खत्म करने के बाद वह सीधा अपने घर गए, वहां उसके बाद जिम गए, जहां उनकी छाती में दर्द हुआ उसको हॉस्पिटल जाया गया मौत हो गई. 15 दिन पहले ही जब डीएसपी के तबादले हुए थे उनका तबादला मलेरकोटला जिला में हुआ था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *