कांग्रेस की मुसीबत:राहुल के NRI सलाहकार पित्रोदा ने मंगलसूत्र विवाद बढ़ाया आगे

Sam Pitroda Controversial Statements Always Troubled Congress Inheritance Tax Row

तब ‘हुआ तो हुआ’ अब इनहेरिटेंस टैक्स… चुनाव के मौकों पर पहले भी कांग्रेस का सिरदर्द बढ़ा चुके हैं सैम पित्रोदा
इंडिया ओवरसीज कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष सैन पित्रोदा ने एक बार फिर अपने बयान से पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। उन्होंने इस बार विरासत टैक्स का मुद्दा उठाया। इसके लिए अमेरिका का हवाला दिया। बाद में उन्हें अपने बयान पर सफाई दी।

मुख्य बिंदु 

इंडिया ओवरसीज कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष सैन पित्रोदा फिर चर्चा में
विरासत टैक्स की वकालत कर कांग्रेस के लिए खड़ी कर दीं मुश्किलें
बाद में दी सफाई, पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुड़ी, भाजपा भी हमलावर

Sam Pitroda Controversy: क्या है विरासत टैक्स, कैसे लागू होता है ये नियम, सैम पित्रोदा ने क्यों की मांग

नई दिल्ली 24 अप्रैल 2024: सैम पित्रोदा, राजनीति की दुनिया में यह नाम कोई नया नहीं है। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और मनमोहन सिंह के सलाहकार रह चुके पित्रोदा इस समय इंडिया ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। विदेश में रह रहे हैं। पित्रोदा अपने काम से कम अपने बयानों के चलते ज्यादा चर्चाओं में रहते हैं। उनके बयान कांग्रेस के लिए भी सरदर्द बन जाते हैं। पार्टी के लिए सिवाय उसे डिफेंड करने के कोई चारा नहीं रहता। एक बार फिर सैम पित्रोदा के बयान ने कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। चुनावी समर में सैम पित्रोदा ने अपने ताजा बयान में विरासत टैक्स की वकालत की है। उन्होंने अमेरिका में लागू इस टैक्स की पैरवी करते हुए रोचक बताया। विवाद बढ़ता देख सफाई तो दी, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। आइए, सैम पित्रोदा के उन बयानों की चर्चा करते हैं जो पहले भी विवाद का कारण बन चुके हैं।

पित्रोदा का बयान और मच गया हंगामा
सैम पित्रोदा ने अपने हालिया बयान में विरासत टैक्स या कहें Inheritance Tax की वकालत की। उन्होंने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। फर्ज कीजिए, अगर किसी के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो मरने के बाद 45 प्रतिशत  संपत्ति बच्चों को दी जाती है और 55 प्रतिशत सरकार के पास जाती है। इसका सीधा मतलब है जो संपत्ति आपने अपने जीते-जी बनाई, उसकी आधी मरने के बाद जनता के लिए छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि यह बहुत रोचक कानून है। वहीं भारत में ऐसा कोई कानून नहीं है।

बयान पर आई सफाई, कांग्रेस का किनारा
अपने बयान पर सैम पित्रोदा ने सफाई पेश करते हुए कहा कि मैंने टीवी पर अपनी बातचीत में सिर्फ एक उदाहरण के तौर पर अमेरिका के वारिस टैक्स का जिक्र किया था। क्या मैं सच बता भी नहीं सकता? मैंने ये कहा था कि इस तरह के विषयों पर लोगों को चर्चा और बहस करनी चाहिए। इसका किसी भी पार्टी, कांग्रेस समेत, की नीति से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘55% टैक्स लगाने की किसने बात की? भारत में ऐसा करने की बात किसने की? भाजपा और मीडिया घबरा क्यों रहे हैं?’

भाजपा का जोरदार हमला
भाजपा की तरफ से अमित शाह ने लोगों से श्री पित्रोदा की टिप्पणी को गंभीरता से लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनकी छिपी हुई योजनाएं सामने आ गई हैं। लोगों को ध्यान रखना चाहिए और कांग्रेस को अपने घोषणापत्र से सर्वेक्षण का उल्लेख वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता अल्पसंख्यकों की नहीं है। हमारी प्राथमिकता गरीब, दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग हैं। असम के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने पोस्ट के साथ साक्षात्कार का एक वीडियो साझा किया कि परिवार सलाहकार बीज फैला रहे हैं-उनका इरादा आपकी मेहनत की कमाई की ‘संगठित लूट और वैध लूट’ है।

सिख दंगों पर कहा था- हुआ तो हुआ
पिछले साल के लोकसभा चुनाव यानी 2019 में उन्होंने सिख दंगों पर कुछ ऐसा कह दिया जो कांग्रेस के लिए दिक्कत पैदा कर गया था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के आरोपों पर कहा कि 1984 का क्या? आपने अपने पहले 5 साल में क्या किया, उसकी बात करिए, 1984 में जो हुआ तो हुआ। इस बयान पर खूब हंगामा मचा था। मोदी ने भी संसद में कहा था कि कांग्रेस पार्टी के एक मार्गदर्शक अमेरिका में बैठे हैं जो कहते हैं हुआ तो हुआ और वह गांधी परिवार के भी बेहद करीबी हैं।

मिडिल क्लास को स्वार्थी न बनने की नसीहत, पुलवामा हमले पर ओछा बयान
साल 2019 में ही उन्होंने एक और बयान दिया था। एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि मिडिल क्लास को स्वार्थी नहीं होना चाहिए। उन्हें अधिक से अधिक टैक्स देने के लिए तैयार रहना चाहिए। मध्यमवर्गीय परिवार को रोजगार और अधिक अवसर मिलेंगे। इस बयान ने भी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाई थीं और पार्टी को डैमेज कंट्रोल करना पड़ा था। पित्रोदा यहीं नहीं रुके, उन्होंने 2019 के ही पुलवामा हमले पर कहा था कि ऐसे हमले तो होते रहते हैं, मुंबई में भी हमला हुआ था। उन्होंने बालाकोट एयरस्ट्राइक ऑपरेशन पर सबूत मांगे थे।

मंदिरों से रोजगार नहीं मिलता, राम मंदिर पर हमला
साल 2023 में सैम पित्रोदा का एक और बयान कांग्रेस के लिए गले की फांस बना था। उन्होंने राम मंदिर के बहाने कहा था कि मंदिरों से बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी समस्याएं हल नहीं होंगी। हमारे देश में बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा जैसी समस्याएं हैं, लेकिन इनके बारे में कोई बात नहीं करता। पित्रोदा ने यह बयान अमेरिका में राहुल गांधी की मौजूदगी में दिया था।

कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के अमेरिका के इनहेरिटेंस (उत्तराधिकार) टैक्स की वकालत करने को लेकर भाजपा ने कांग्रेस के ख़िलाफ़ हमलावर रुख़ अपना लिया है.

इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के चेयरमैन सैम पित्रोदा के बयान से कांग्रेस पार्टी ने किनारा कर लिया है. वहीं सैम पित्रोदा ने अपने बयान पर भी सफ़ाई दी है.

सैम पित्रोदा के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एक चुनावी रैली में निशाना साधा है. लेकिन सबसे पहले बात करते हैं सैम पित्रोदा के बयान की.

शिकागो से समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में सैम पित्रोदा ने कहा, “अमेरिका में इनहेरिटेंस टैक्स की व्यवस्था है.इसका मतलब है कि अगर किसी के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद बच्चों को केवल 45 प्रतिशत संपत्ति ही मिलेगी और बाकी 55 प्रतिशत सरकार ले लेगी.”

“ये काफ़ी रोचक क़ानून है. ये कहता है कि आप अपने दौर में संपत्ति जुटाओ और अब जब आप जा रहे हैं,तो आपको अपनी धन-संपत्ति जनता के लिए छोड़नी होगी, सारी नहीं लेकिन उसकी आधी,जो मेरी नज़र में अच्छा है.”

उन्होंने कहा, “भारत में आप ऐसा नहीं कर सकते.अगर किसी की संपत्ति 10 अरब रुपये है और वह इस दुनिया में न रहे तो उनके बच्चे ही 10 अरब रुपये रखते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता… तो ये कुछ ऐसे विषय हैं जिस पर लोगों को बहस और चर्चा करनी चाहिए. मैं नहीं जानता कि इसका नतीजा क्या निकलेगा लेकिन जब हम संपत्ति के पुनर्वितरण की बात करते हैं,तो हम नई नीतियों और नए तरह के प्रोग्राम की बात करते हैं जो जनता के हित में है.. न कि केवल अमीर लोगों के.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैम पित्रोदा के संपत्ति के बंटवारे को लेकर दिए बयान का ज़िक्र एक चुनावी रैली में किया है.

छत्तीसगढ़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जब तक आप जीवित रहेंगे,तब तक कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे,तब आप पर इनहेरिटेंस टैक्स का बोझ लाद देगी.
कांग्रेस पार्टी को अपनी पैतृक संपत्ति मानकर जिन लोगों ने अपने बच्चों को दे दी, अब वो नहीं चाहते कि भारतीय अपनी संपत्ति अपने बच्चों को दें.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “अब कांग्रेस का कहना है कि वो इनहेरिटेंस टैक्स लगाएगी,माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी.आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं,वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी.कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा.कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट… जिंदगी के साथ भी,जिंदगी के बाद भी.”

वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सैम पित्रोदा के बयान के बाद पूरी तरह एक्सपोज़ (उजागर) हो गई है.

अमित शाह ने कहा, “सबसे पहले घोषणापत्र (कांग्रेस के) में सर्वे,मनमोहन सिंह का पुराना बयान जो कांग्रेस की लीगेसी है कि ‘हम देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का मानते हैं’,और अब इनके घोषणापत्र बनाने में जिनकी महत्वपूर्ण भूमिका है उनका (सैम पित्रोदा) बयान कि संपत्ति के बंटवारे पर विचार होना चाहिए.”

अमित शाह ने कहा, “अमेरिका का हवाला देते हुए इन्होंने कहा कि 55 प्रतिशत संपत्ति सरकारी खजाने में जाती है. अब जब प्रधानमंत्री ने ये मुद्दा उठाया तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस बैकफुट पर आई है कि हमारा मकसद ये नहीं है.”

“लेकिन आज सैम पित्रोदा के बयान ने पूरे देश के सामने कांग्रेस का मकसद स्पष्ट कर दिया है कि निजी संपत्ति का सर्वे कर के,निजी संपत्ति को सरकारी खजाने में डालकर, जो उन्होंने यूपीए सरकार में तय किया था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यक और उसमें भी सबसे अधिक मुस्लिमों का है,उस प्रकार से इसका (संपत्ति) बंटवारा करना चाहती है.मैं मानता हूं कि कांग्रेस पार्टी या तो अपने घोषणा पत्र से इस बात को वापस ले या फिर उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि यही उनका मकसद है.”


भाजपा प्रवक्ता अमित मालवीय ने ट्वीट करके कहा है कि ‘कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फ़ैसला किया है.’
मालवीय ने ट्वीट किया, “कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फ़ैसला किया है.सैम पित्रोदा संपत्ति का पुनर्वितरण करने के लिए 55 % इनहेरिटेंस (उत्तराधिकार) टैक्स की वकालत कर रहे हैं.”

“इसका मतलब है कि जो कुछ भी आपने अपनी कड़ी मेहनत से बनाया है उसका 50 प्रतिशत छीन लिया जाएगा. कांग्रेस अगर आती है तो इसके बावजूद कि हमने कितना भी टैक्स दिया है 50 प्रतिशत चला जाएगा.”

वहीं एनडीए गठबंधन की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव मलूक नागर ने कहा है कि अमेरिकी कानून भारत में लागू कराने के इच्छुक ‘सैम पित्रोदा की क्या दिमाग़ी हालत है उसके बारे में कुछ कह नहीं सकते हैं.’

कांग्रेस पार्टी ने क्या कहा?
सैम पित्रोदा के बयान पर राजनीतिक बयानबाज़ी बढ़ने के बाद कांग्रेस को इस पर सफ़ाई देनी पड़ी है.

सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस के कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के प्रमुख जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “सैम पित्रोदा मेरे और दुनिया में कई लोगों के लिए एक मेंटर, दोस्त, फ़िलॉसफ़र और मार्ग दर्शक हैं.उन्होंने भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं.”

“पित्रोदा जिन विषयों के बारे में बोलने की इच्छा रखते हैं, उन पर स्वतंत्र रूप से अपनी राय रखते हैं.निसंदेह,लोकतंत्र में हर व्यक्ति के पास अपने निजी विचारों रखने, इस पर चर्चा करने की आज़ादी है.”

“इसका ये अर्थ नहीं है कि पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रुख़ को बयां करते हैं.बहुत बार ऐसा नहीं होता.उनके बयान को सनसनीखेज़ तरीके से पेश करना और उन्हें बिना संदर्भ के पेश करना नरेंद्र मोदी के दुर्भावना और नुकसान पहुंचाने वाले उस चुनावी कैंपेन से ध्यान भटकाने की जानबूझकर की गई कोशिश है,जो केवल झूठ और ज़्यादा झूठ के सहारे पर है.”

खुद पित्रोदा ने लिखा, “मैंने अपनी बातचीत में अमेरिका के इनहेरिटेंस टैक्स का उदाहरण अमेरिका के लिए ही दिया था. क्या मैं तथ्य नहीं बता सकता? मैंने कहा कि ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर चर्चा करने की ज़रूरत है. इसका कांग्रेस सहित किसी भी पार्टी की नीति से कोई लेना-देना नहीं है.”

रविवार को, राजस्थान के बांसवाड़ा में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस महिलाओं के गहने और मंगलसूत्र लेकर पैसा ऐसे लोगों में बांट देगी जिनके अधिक बच्चे हैं, जो घुसपैठिए हैं.
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का उदाहरण देते हुए कहा था कि कांग्रेस के लिए देश के संसाधनों पर पहला हक़ मुसलमानों का है.
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर कांग्रेस ने कहा है कि ऐसे बयानों से वे देश में नफ़रत के बीज बो रहे हैं.
वहीं, कर्नाटक में एक रैली को संबोधित करते हुए अब प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर तीखा जवाब दिया है.

प्रियंका गांधी ने कहा, “कैसी-कैसी बहकी-बहकी बातें की जा रही हैं.पिछले दो दिनों से कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी आपका मंगलसूत्र,आपका सोना छीनना चाहती हैं.70 सालों से ये देश स्वतंत्र हैं,55 साल कांग्रेस की सरकार रही है,क्या किसी ने आपका सोना छीना,आपके मंगलसूत्र छीने.इंदिरा गांधी ने जब जंग हुई,अपना सोना इस देश को दिया. मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश के लिए क़ुर्बान हुआ है.”

प्रियंका गांधी ने कहा, “मंगलसूत्र का महत्व समझते तो वो ऐसी अनैतिक बातें ना करते.किसान पर क़र्ज़ चढ़ता है तो उसकी पत्नी अपनी मंगलसूत्र को गिरवी रखती है.बच्चों की शादी होती है या दवाई की ज़रूरत होती है तो महिलाएं अपने गहने गिरवी रखती हैं.”

प्रियंका गांधी ने कहा, “ये बात ये लोग नहीं समझते और इसका प्रमाण ये है कि जब नोटबंदी हुई और जब महिलाएं की बचत इन्होंने ली और कहा कि बैंकों में पहुंचाओ,तब मोदी जी कहां थे.वो आपसे आपकी बचत का पैसा ले रहे थे.”

प्रियंका ने कहा, “जब देश में उन्होंने लॉकडाउन किया और सारे मज़दूर देश भर से,बेंगलुरु से,यूपी-बिहार और अलग-अलग स्थानों के लिए पैदल निकले,जब कोई सहारा नहीं मिल रहा था,तब महिलाओं ने अपने गहने गिरवी रखें,तब मोदी जी कहां थे? किसान आंदोलन हुआ,600 किसान शहीद हुए,उनकी विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में सोचा मोदी जी ने.”

मणिपुर में जातीय हिंसा के दौरान महिलाओं को नग्न करके घुमाने और इस घटना पर प्रधानमंत्री के कोई प्रतिक्रिया ना देने पर सवाल करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “मणिपुर में एक जवान की बीवी का वस्त्रहरण करके पूरे देश के सामने घुमाया,मोदी जी चुप थे,उसके मंगलसूत्र के बारे में नहीं सोचा उन्होंने.”
उन्होंने कहा, “पलक नहीं झपकाई उन्होंने, आज वो चुनाव के लिए, वोटों के लिए, ऐसी बातें कर रहे हैं, डरा रहें हैं महिलाओं को ताकि वो डरकर वोट करें, शर्म आनी चाहिए उन्हें.”

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