प्राण-प्रतिष्ठा दिवस बार कौंसिल आफ इंडिया चाहे कोर्टों में छुट्टी,CJI को लिखा पत्र

Bar Council Of India Letter To Cji Dy Chandrachud For Holiday On 22 January Ram Temple Inaugration
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन बार काउंसिल ने मांगी छुट्टी, CJI चंद्रचूड़ को लिखे पत्र में क्या कहा
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने 22 जनवरी के लिए CJI डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर छुट्टी का अनुरोध किया है। बीसीआई ने लिखा है कि छुट्टी के कारण कानूनी बिरादरी के सदस्यों और अदालत के कर्मचारियों को अयोध्या और अन्यत्र संबंधित समारोहों में भाग लेने या देखने का मौका मिलेगा।

नई दिल्ली 18 जनवरी 2024: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। पत्र में 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर देश भर की सभी अदालतों में छुट्टी घोषित करने का अनुरोध किया गया है। बीसीआई अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा की ओर से लिखे गए पत्र में आयोजन के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला गया। पत्र में कहा गया है कि छुट्टी के कारण कानूनी बिरादरी के सदस्यों और अदालत के कर्मचारियों को अयोध्या और अन्यत्र संबंधित समारोहों में भाग लेने या देखने का मौका मिलेगा।

प्रधान न्यायाधीश को पत्र में लिखा गया है कि यह आयोजन देश भर के लाखों लोगों के लिए अत्यधिक धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, जो लंबे समय से प्रतीक्षित सपने के साकार होने और कानूनी कार्यवाही की परिणति का प्रतीक है। पत्र में कहा गया, ‘इस आयोजन के धार्मिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के आलोक में, मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि 22 जनवरी 2024 को पूरे भारत में उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालयों, जिला अदालतों और अन्य अदालतों में छुट्टी घोषित करने पर विचार करें।’

सीजेआई को लिखे पत्र में कहा गया है कि भगवान राम का सार्वभौमिक महत्व सांस्कृतिक और धार्मिक सीमाओं से परे है, जो विभिन्न समुदायों और मतावलंबियों के लोगों के दिल और दिमाग को छूता है। पत्र में कहा गया है, ‘मैं न्याय प्रणाली के निरंतर कामकाज को सुनिश्चित करने के महत्व को समझता हूं, इसलिए, मैं प्रस्ताव करता हूं कि जिन मामलों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है, उन्हें विशेष व्यवस्था के माध्यम से समायोजित किया जा सकता है या अगर जरूरी हो, तो अगले कार्य दिवस के लिए पुनर्निर्धारित किया जा सकता है।’

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