अंतिम पंघाल विनेश फोगाट के सीधे चयन के खिलाफ जायेगी सुप्रीम कोर्ट नहीं

‘मैं ट्रायल्स जीती, फिर क्यों स्टैंडबाय?…सुप्रीम कोर्ट जाऊंगी’, अंतिम बोलीं- हमारे साथ अन्याय हो रहा
हाई कोर्ट से याचिका खारिज होने के कुछ वक्त बाद ही अंतिम पंघाल ने 53 किलो फ्री स्टाइल कैटेगरी का ट्रायल्स जीत लिया. इसके बावजूद विनेश फोगाट ही एशियन गेम्स में इस वेट कैटेगरी में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी. इस पर अंतिम ने कहा, हमारे साथ अन्याय हो रहा. जब मैंने ट्रायल्स जीता है तो फिर मैं क्यों स्टैंडबाय? जबतक न्याय नहीं मिलेगा लड़ाई जारी रखूंगी.

अंतिम पंघाल 53 किलो भार वर्ग का ट्रायल्स जीत गईं हैं. उन्होंने कहा कि वो न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगी. (yogeshwar dutt twitter)

हाइलाइट्स
अंतिम पंघाल ने 53 किलो फ्री स्टाइल कैटेगरी का ट्रायल्स जीत लिया है
उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, ये लड़ाई जारी रखूंगी
नई दिल्ली. बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को दिल्ली ट्रायल हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. कोर्ट ने इन दोनों पहलवानों को एशियन गेम्स के लिए ट्रायल से छूट देने के खिलाफ दो पहलवानों अंतिम पंघाल और सुजीत कलकल की याचिका को खारिज कर दिया. यानी अब बजरंग और विनेश सीधे एशियन गेम्स के लिए जा पाएंगे. कोर्ट के इस फैसले के बाद अंतिम पंघाल का बयान आया है. उन्होंने कहा कि हमें भी बाहर जाकर मेडल जीतने का मौका मिलना चाहिए.

अंडर-20 ऐज ग्रुप में वर्ल्ड चैंपियन का तमगा हासिल करने वालीं अंतिम ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, मैं आगे जाऊंगी और इस विषय में बात करूंगी. एक बार हमें भी बाहर भेजकर देखो तो सही. मैंने भी मेडल जीता है. ऐसा नहीं है कि मैंने कुछ नहीं किया है. मैं भी विश्व चैंपियन बनी हूं तो हमें भी एक बार बाहर जाने का मौका मिलना चाहिए. अगली बार फिर वो मेडल जीत जाएंगे. वो तो अच्छे हैं, हम कहां जाएं और कैसे ये बताएं कि हम भी अच्छे हैं.

जबतक न्याय नहीं मिलेगा लड़ाई जारी रहेगी: अंतिम
उन्होंने आगे कहा, “विनेश फोगाट से तो मैंने बस यही कहा था कि वो भी ट्रायल्स दें और उसमें जो जीते, वो एशियन गेम्स के लिए जाए. हमारे साथ बहुत अन्याय हो रहा है. जबतक न्याय नहीं मिल जाता है, हमारी लड़ाई जारी रहेगी. मैं जीतने के लिए 100 फीसदी दूंगी. हम इतने सालों से प्रैक्टिस कर रहे, तो उन्हें सीधे भेजने का क्या मतलब? क्या हम भी प्रैक्टिस करना छोड़ दें.”

हाई कोर्ट का फैसला आने के कुछ वक्त बाद ही अंतिम ने अपने सभी बाउट जीतते हुए 53 किलो (फ्री स्टाइल) भार वर्ग का ट्रायल्स जीत लिया. इसके बाद उन्होंने कहा, “मैंने ट्रायल्स जीता है. फिर मैं क्यों स्टैंडबाय प्लेयर हू? मैंने को ट्रायल जीता है, जिसने इसमें हिस्सा नहीं लिया, उसे स्टैंडबाय रखना चाहिेए. मेरी याचिका खारिज हो गई है लेकिन मैं यहीं नहीं रूकूंगी. मेरी लड़ाई जारी रहेगी और सुप्रीम कोर्ट जाऊंगी.”

बजरंग-विनेश बिना ट्रायल के एशियन गेम्स में जाएंगे, हाई कोर्ट ने पहलवानों की याचिका खारिज की

इससे पहले, मामले की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने साफ कहा कि अदालत इस बात का फैसला नहीं करेगी कि बेहतर पहलवान कौन है? कोर्ट सिर्फ ये देखेगी कि एशियन गेम्स के लिए पहलवानों के सेलेक्शन को पहले से तय प्रक्रिया का सही से पालन हुआ है या नहीं. विनेश फोगाट और पुनिया को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की एडहॉक कमेटी ने एशियाई खेलों के लिए सीधे प्रवेश दिया , जबकि अन्य पहलवानों को 22 और 23 जुलाई को चयन ट्रायल से भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करनी है.

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