21 साल के डॉक्ट्रेट तथागत अब क्यों पढ रहे कानून?

 

 

Know About Tathagat Avatar Tulsi Story Fired Professor From Iit Bombay
9 साल की उम्र में मैट्रिक और 22वें वर्ष IIT बॉम्बे में प्रोफेसर, बिहार के तथागत अब बेरोजगार क्यों?

नौ साल की उम्र में मैट्रिक। 21वें वर्ष पीएचडी। पटना के तथागत अवतार तुलसी के नाम दो-दो बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल है। 22 की उम्र में IIT बॉम्बे में असिस्टेंट प्रोफेसर बन गए। मगर पिछले पांच साल से बेरोजगार हैं। 35 साल के तथागत अवतार तुलसी अब अकेलापन के शिकार हैं।

हाइलाइट्स
नौ साल की उम्र में तथागत ने CBSE से पास की थी मैट्रिक
21वें वर्ष में पीएचडी और 22 साल में IIT बॉम्बे में नौकरी
बिहार के पटना के रहनेवाले हैं तथागत अवतार तुलसी
पांच साल से बेरोजगार तथागत कर रहे लॉ की पढ़ाई

पटना: 9 साल की उम्र में मैट्रिक, अगले साल B.Sc उसके अगले साल M.Sc और 22वें वर्ष में IIT बॉम्बे में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी। ऐसी करियर पर किसी को भी रस्क हो जाए। मगर बिहार के रहनेवाले जीनियस तथागत अवतार तुलसी फिलहाल बेरोजगार हैं। पांच साल की उम्र से लाइम लाइट में रहनेवाले तथागत अवतार तुलसी से अब बहुत कम लोग मिलते हैं। उनकी भी किसी से मिलने-जुलने की बहुत इच्छा नहीं होती है। बचपन से फिजिक्स को जीनेवाले तथागत आजकल कानून की किताबों में खोए रहते हैं ताकि फिजिक्स के साथ-साथ जिंदगी की राहें भी आसान हो सके।

IIT बॉम्बे से क्यों निकाले गए तथागत अवतार तुलसी?

1987 में जन्मे तथागत अवतार तुलसी 2010 में IIT बॉम्बे में असिस्टेंट प्रोफेसर बन चुके थे। मगर अगले साल 2011 में उनको तेज बुखार हुआ। जैसा कि आमतौर पर मौसम के ऊपर-नीचे होने पर हो जाता है। इसके बाद से ही तथागत खुद को ईजी नहीं फील कर रहे थे। समंदर की हवा रास नहीं आई। बॉडी पेन वैगरह की शिकायतें रहने लगी। किसी तरह दो साल और खींचा, मगर परेशानी बढ़ने लगी तो IIT बॉम्बे से चार साल की छुट्टी लेकर 2013 में मुंबई शहर को ही छोड़ दिया। तबसे पटना में हैं। दिसंबर 2017 में चार साल का वक्त पूरा होने पर एलर्जी की वजह से मुंबई नहीं गए। आखिरकार जुलाई 2019 में नौकरी से हटा दिए गए। अगस्त 2021 को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तथागत की अर्जी को नामंजूर कर दी।

तथागत अवतार तुलसी कहां रहते हैं और क्या कर रहे?

बचपन से ही तमाम तरह के कीर्तिमान बनानेवाले तथागत अवतार तुलसी फिलहाल बेरोगजार हैं और पटना (बिहटा) में अपने भाई के घर पर रहते हैं। बीबीसी से बातचीत में तथागत ने कहा कि अपनी नौकरी वापस पाने के लिए कानून का सहारा लेना चाहता हूं। इसके लिए खुद कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। ‘वर्चुअल ट्रांसफ़र’ का उन्होंने एक तरीका ढूंढा है। अब इसी के जरिए दिल्ली हाई कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। चूंकि IIT बॉम्बे में उन्होंने अर्जी दी थी कि उनका ट्रांसफर किसी दूसरे आईआईटी में कर दिया जाए। मगर उसे मंजूरी नहीं मिली थी। सेहत की वजह से उनके करियर में बड़ा ब्रेक लग गया है।

तथागत अवतार तुलसी के रिकॉर्ड

1997- नौ साल की उम्र में मैट्रिक की परीक्षा पास, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स नाम दर्ज
1998- तथागत अवतार ने पटना यूनिवर्सिटी के साइंस कॉलेज में इंटरमीडिएट में एडमिशन लिया
1998- इंटरव्यू के बाद बिना इंटर का एग्जाम दिए ग्रेजुएशन की परीक्षा देने की छूट मिली
तथागत अवतार तुलसी ने 68.5% अंक के साथ फीजिक्स ऑनर्स की परीक्षा पास कर ली
1999- पटना यूनिवर्सिटी में तथागत अवतार तुलसी ने एमएससी में एडमिशन लिया
1999- तथागत ने 70 फीसदी से ज्यादा नंबर के साथ एमएससी की परीक्षा पास की
12 साल की उम्र में एमएससी करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम शामिल
2009- तथागत अवतार तुलसी को पीएचडी की डिग्री भी मिली, कनाडा से मिला ऑफर
2010- 22 वर्ष में IIT बॉम्बे में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी जॉइन की
2019- लंबे समय तक छुट्टी पर रहने की वजह से IIT बॉम्बे ने नौकरी से हटा दिया
2023- IIT बॉम्बे में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी हासिल करने के लिए लॉ की पढ़ाई

अखबार से IIT तक तथागत अवतार तुलसी

बिहार की राजधानी पटना के निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में तथागत अवतार तुलसी का जन्म 9 सितंबर 1987 को हुआ। वैसे, इनके परिवार का पैतृक गांव गया जिले में है। तथागत जब पांच साल के हुए तो आठवीं क्लास के बच्चों के मैथ्स बनाने लगे। 1994 में हिन्दी अखबार जनसत्ता ने तथागत अवतार तुलसी को लेकर एक खबर छापी। इसके बाद तो पूरी दुनिया तथागत के बारे में जान गई। गणित के मुश्किल सवालों को चुटकी में हल कर देते थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव से लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक ने तथागत के साथ फोटो खिंचवाई। एक एनजीओ के मदद से पढ़ने के लिए तथागत दिल्ली पहुंच गए और 9 साल की उम्र में मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके बाद का रिकॉर्ड तो दुनिया देखी। बाद के दिनों में गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी ने भी तथागत को सम्मानित किया था। वर्तमान की बात करें तो इनके पिता प्राइवेट जॉब करते थे जो अब रियाटर हो चुके हैं। गर्वमेंट टीचर रहीं तथागत की मां भी रिटायर हो चुकी हैं। इनके एक भाई आईआईटी पटना (बिहटा) में नौकरी करते हैं। ज्यादातर वक्त तथागत उन्हीं के पास रहते हैं।

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