जिहाद: दिव्या की तलवार से गर्दन काटने हमला किया अंकल मौ. शौकीन ने

साहब… मौहम्मद शौकीन ने बेटी की जिंदगी खराब कर दी, फांसी नहीं दिला सकते तो हमें सौंप दें…न्याय कर देंगे
पिता संजय ने बताया कि शौकीन उन पर दिव्या का स्कूल बदलने के लिए दबाव बनाता था। कुछ दिन पहले दिव्या के स्कूल की एक छात्रा प्रेमी के साथ भाग गई थी। इस बारे में शौकीन को पता चला तो वह स्कूल जाने के लिए दिव्या से मना करने लगा। इसको लेकर कुछ दिन पहले संजय और शौकीन में कहासुनी भी हुई थी।

मोदीनगर 07 अक्टूबर। साहब… फूल सी बच्ची दिव्या की मौहम्मद शौकीन ने जिंदगी खराब कर दी। उसके शरीर पर गंभीर चोट हैं। आगे उसका जीवन कैसे चलेगा, अभी इसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है। मोहम्मद शौकीन को फांसी की सजा दिलाना। यदि पुलिस उसे फांसी नहीं दिला सकते तो उसे हमें सौंप दें। हम उसका न्याय कर देंगे। उसकी जो सजा कानून हमें देगा हम उसे भुगतने के लिए तैयार हैं। अस्पताल में दिव्या जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। कभी सोचा भी नहीं था कि दिव्या के साथ ऐसा हो जाएगा। ये बातें दिव्या के पड़ोसी भीम सिंह ने डीसीपी ग्रामीण के सामने रोते हुए हाथ जोड़कर कहीं।

ये है मामला

गाजियाबाद के मोदीनगर की जगतपुरी कॉलोनी में दिनदहाड़े एक मुस्लिम पड़ोसी शौकीन ने स्कूल की छात्रा पर तलवार से वार कर दिया। घटना गुरुवार शाम की है। आरोपित कॉलोनी में तलवार लहरा रहा था, तभी लोगों को आता देख वह फरार हो गया। किशोरी की हालत गंभीर बनी हुई है और घटना के बाद क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।

Student’s Attacker Snatches Inspector’s Pistol And Runs Away, Caught In Encounter
दरोगा की पिस्टल छीन भागा छात्रा का हमलावर, मुठभेड़ में पकड़ा गया

जगतपुरी काॅलोनी में बृहस्पतिवार की शाम कोचिंग जाती नौवीं की छात्रा दिव्या पर तलवार से हमला करने के आरोपित मौहम्मद शौकीन (35-40 वर्ष) को पुलिस मुठभेड़ बाद गिरफ्तार करने का दावा है। छात्रा पर हमला कर भागते समय ही लोगों ने उसे पकड़कर पिटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया था।

एसीपी ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि उसे बृहस्पतिवार की रात करीब दो बजे दिल्ली-मेरठ मार्ग पर स्थित डाॅक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर मेडिकल परीक्षण को ले जाया गया। वहां वह दरोगा शिव प्रकाश की सर्विस रिवाल्वर ले भागा और सीएचसी की दीवार कूदकर पास में ही उद्यान विभाग के परिसर में छिप गया।

उसने पेड़ की आड़ लेकर पुलिस पर गोली चलाई। जवाबी फायरिंग में उसके दाहिने पैर में एक गोली लग गई। घेराबंदी करके उसे पकड़ लिया गया। घायल शौकीन सीएचसी और वहां से जिला अस्पताल भेजा गया। उसके खिलाफ छात्रा पर हमला करने,पिस्टल लूट और पुलिस पर गोली चलाने की धाराओं में केस हुआ है। उसी के बतायें हमले में इस्तेमाल तलवार मिल गई है। उसने इसे दो साल पहले कबाड़ी से खरीदा था।

छात्रा की हालत गंभीर, कोहनी का आपरेशन होगा

हमले में गंभीर रूप से घायल छात्रा दिव्या निजी नर्सिंग होम में उपचाराधीन है। हालत बेहद गंभीर है।शरीर पर तलवार के हमले के नौ गहरे घाव हैं। चिकित्सक ने बताया कि उसके बाएं हाथ की कोहनी की हड्डी टूट गई है। हालत में सुधार होने के बाद उसका आपरेशन किया जाएगा। उधर, उसे देखने दिनभर लोगों का तांता लगा रहा। संगठनों के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। घटना से जगतपुरी काॅलोनी में सांप्रदायिक तनाव है। पुलिस तैनात है।

खाना न देने पर किया था हमला

शौकीन ने पूछताछ में बताया कि वह दिव्या के पिता संजय के साथ ही मजदूरी करता है। उनके घर आना-जाना है। दोपहर का खाना भी उनके घर ही खाता है। कई दिनों से उसे खाना समय पर नहीं मिल रहा था। यह उसे अच्छा नहीं लग रहा था। बृहस्पतिवार दिव्या घर पर अकेली थी। उसने खाना मांगा। यह देखकर उसे गुस्सा आ गया कि वह खाना दिए बगैर ही कोचिंग सेंटर चल दी। इसी पर वह गुस्से में 10 मीटर दूर अपने घर गया। वहां से तलवार लाया। इरादा एक ही वार में गर्दन धड़ से अलग करने का था लेकिन तलवार पर जंग होने से ऐसा हुआ नहीं। गर्दन पर वार के बाद वह भागने लगी तो पीछा करके सात-आठ वार और किए। लहूलुहान हो गिर पड़ी तो उसे लगा कि मर गई है। उसने तलवार रास्ते में तालाब में फेंक दी। कुछ लोगों ने उसे पीछा कर पकड़ लिया।

साहब… फांसी की सजा दिलाना

दिव्या की दादी राजबाला ने पुलिस अफसरों से कहा कि पोती के साथ बहुत बुरा हुआ है। जिस शौकीन को वे लोग अपने घर के सदस्य जैसा समझते थे, उसने थाली में छेद कर दिया। उसे फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पोती की हालत देखी नहीं जा रही। दिव्या के पिता संजय ने कहा कि मामला लंबा नहीं खिंचना चाहिए। पुलिस जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करे और हमलावर को कड़ी सजा दिलाए जाए। अगर वह जेल से छूट गया तो फिर से हमला कर सकता है।

मिला कार्रवाई का भरोसा

डीसीपी ने कार्रवाई का भरोसा देकर उन्हें शांत किया। दादी राजबाला रोते हुए कह रही थी कि पिछले दो साल से शौकीन घर पर ही खाना खाता था। कई बार दिव्या ने ही उसे लिए खाना तैयार किया। वह ही शौकीन को खाना परोसती थी। रक्षाबंधन पर दिव्या ने शौकीन को राखी भी बांधी थी। वह उसे भाई मानती थी। लेकिन आरोपित के जहन में उसके लिए कितनी नफरत थी, इसका अंदाजा कभी लग ही नहीं सका।

स्कूल बदलने के लिए बनाता था दबाव

पिता संजय ने बताया कि शौकीन उन पर दिव्या का स्कूल बदलने के लिए दबाव बनाता था। कुछ दिन पहले दिव्या के स्कूल की एक छात्रा प्रेमी के साथ भाग गई थी। इस बारे में शौकीन को पता चला तो वह स्कूल जाने के लिए दिव्या से मना करने लगा। इसको लेकर कुछ दिन पहले संजय और शौकीन में कहासुनी भी हुई थी। जिसके बाद स्कूल बदलने पर सहमति बन गई थी। इतना ही नहीं, वह उसे ट्यूशन में भी अकेले नहीं जाने देता था। वह उसे हर बात में टोकता था।

हिंदू संगठनों ने की सुरक्षा की मांग

घटना की सूचना पर हिंदू संगठन के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचें और पीड़ित परिवार को सुरक्षा दिलाने की मांग की गई। हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व महामंत्री नीरज शर्मा के नेतृत्व में पहुंचे पदाधिकारियों ने जमकर हंगामा भी किया। घटना को लेकर उनमें आक्रोश भी दिखा।

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