20 हजार करोड़ किसके? अडाणी ने बताया – मेरे !

राहुल गांधी ने पूछा था-20 हजार करोड़ किसके:जवाब में अडाणी ग्रुप ने 4 साल का ब्योरा दिया, कहा- हिस्सेदारी बेचकर जुटाए
नई दिल्ली 12 अप्रैल।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार 8 अप्रैल को एक ट्वीट में अडाणी मुद्दे पर सवाल उठाए थे। ट्वीट में लिखा था- सच्चाई छिपाते हैं, इसलिए रोज भटकाते हैं। अडाणी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपए बेनामी पैसे किसके हैं? राहुल ने कांग्रेस के पूर्व 5 नेताओं का नाम भी अडाणी से जोड़ा था।

अडाणी ग्रुप ने सोमवार को राहुल गांधी के इन्हीं आरोपों का जवाब दिया। बयान जारी करते हुए ग्रुप ने कहा- साल 2019 से अब तक ग्रुप की कंपनियों ने अपनी हिस्सेदारी बेचकर 2.87 बिलियन डॉलर (23,525 करोड़ रु.) जुटाए, जिनमें से 2.55 बिलियन डॉलर (20,902 करोड़ रु.) फिर से बिजनेस में लगाया गया।

बयान में अडाणी ग्रुप ने यह भी कहा

अबु धाबी स्थित ग्लोबल स्ट्रैटेजिक इनवेस्टमेंट कंपनी, इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी ने ग्रुप की कंपनियों में 2.593 बिलियन डॉलर (21,255 करोड़ रु.) का निवेश किया। यह इन्वेस्ट अडाणी इंटरप्राइजेस लिमिटेड और अडाणी एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) में किया गया।
इन्वेस्टर्स ने अडाणी टोटल गैस लिमिटेद और एजीईएल में हिस्सेदारी बेचकर 2.783 अरब डॉलर (करीब 22812 करोड़ रुपए) जुटाए। इस पैसे को दोबारा अडाणी ग्रुप की कंपनियों में इन्वेस्ट किया गया।

फरवरी में लोकसभा के बजट सत्र के दौरान लोकसभा में संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मोदी और अडाणी का पोस्टर भी दिखाया था।
फाइनेंशियल टाइम्स के आरोपों को खारिज किया, खबर वापस लेने कहा
अडाणी ग्रुप पर लंदन मीडिया के फाइनेंशियल टाइम्स ने एक खबर पब्लिश की थी। जिसमें बताया गया था कि अडाणी ग्रुप को जो FDI (फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट) मिले हैं, उनमें से ज्यादातर गौतम अडाणी के परिवार से जुड़ी विदेशी कंपनियों से आए हैं। फॉरेन बॉडीज ने अडाणी की कंपनियों में 2017 से 2022 के दौरान कम से कम 2.6 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट किया है, जो ग्रुप को मिले कुल 5.7 बिलियन डॉलर के FDI का 45.4% है।

हालांकि, सोमवार को जारी किए गए अडाणी ग्रुप के इस ब्यौरे को विदेशी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट और देश में चल रहे विवादों से जोड़कर देखा जा रहा है। ग्रुप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि जिन इन्वेस्टमेंट्स के बारे में कहा गया है, उन पर पहले ही 28 जनवरी 2021 और 23 जनवरी 2021 को सार्वजनिक रूप से जानकारी दी गई थी।

ग्रुप ने फाइनेंशियल टाइम्स को खबर वापस लेने के लिए कहा है। अखबार को भेजी गई चिट्‌ठी में लिखा है- “हम समझते हैं कि अडाणी को बर्बाद करने का कॉम्पिटिशन आकर्षक हो सकता है, लेकिन हम सिक्योरिटीज रेग्युलेरिटीज का पूरी तरह से पालन करते हैं। मालिकाना हक व फंडिंग को लेकर कोई बात अंधेरे में नहीं रखना चाहते हैं।”

राहुल ने कहा था- हर कीमत चुकाने तैयार

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में वर्ड प्ले पजल के जरिए पांच नेताओं के नाम का जिक्र किया। इसमें अडाणी (ADANI) के ‘A’ अक्षर के साथ गुलाम (नबी आजाद), D अक्षर के साथ सिंधिया (ज्योतिरादित्य), ‘A’ के साथ किरण (रेड्डी), ‘N’ के साथ हिमंता (बिस्व सरमा) और ‘I’ के साथ अनिल (एंटनी) लिखा गया। उन्होंने कहा कि मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।

मार्च में सूरत कोर्ट से सजा मिलने के बाद 26 घंटे बाद राहुल गांधी, प्रियंका के साथ कांग्रेस ऑफिस पहुंचे थे और 28 मिनट मीडिया से बातचीत की। हिन्दुस्तान का लोकतंत्र खतरे में है… राहुल ने इसी लाइन के साथ अपनी बात की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने सवाल किया- अडाणी और मोदी का रिश्ता क्या है?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *