वर्ल्ड कप क्रिकेट: पनौती कौन? इंदिरा कि मोदी?

Rahul Gandhi Said Pm Narendra Modi Panauti Bjp Attack Bad Effect On Congress In Chunav
मत: मोदी को ‘पनौती’ बोल क्या गलती कर रहे हैं राहुल गांधी? कांग्रेस को अक्सर नुकसान हो जाता है
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पनौती कह दिया है। सोशल मीडिया पर भाजपा प्रशंसक भड़के हुए हैं। विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। आगे लोकसभा चुनाव करीब है। ऐसे में पनौती वाली टिप्पणी कांग्रेस पर भारी न पड़े? यह सवाल भी हवा में तैरने लगा है। भाजपा ने राहुल से माफी मांगने को कहा है।
नई दिल्ली 21 नवंबर: क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में भारतीय टीम हारी तो सोशल मीडिया पर #पनौती ट्रेंड करने लगा। रातभर लोग हार के गम में रहे। कुछ देर बाद ही भाजपा के आईटी हेड अमित मालवीय ने प्रियंका गांधी का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘इंदिरा गांधी को अब लोग पनौती बोलेंगे।’ दरअसल, एक चुनावी रैली में प्रियंका ने मंच से बोला था कि 1983 में इंदिरा जी थीं और जीत पर बहुत खुश थीं। पूरी टीम को अपने घर बुलाया था चाय के लिए। आज उनका जन्मदिन है तो भारत आईसीसी वर्ल्ड कप क्रिकेट जीत जायेगा। ‌ हुआ क्या ,अब सबको पता है।

 

 

उधर,राहुल गांधी एक चुनावी रैली में बोल रहे थे तभी मुस्कुराते हुए पनौती की चर्चा छेड़ दी। कांग्रेस पार्टी ने 30 सेकेंड का वीडियो एक्स पर शेयर भी कर दिया।

 

राहुल कहते हैं, ‘क्या, पनौती (लोगों की आवाज सुनते हुए) अच्छा भला वहां पे हमारे लड़के वर्ल्ड कप जीत जाते… वहां पर पनौती हरवा दिया। टीवी वाले ये नहीं कहेंगे मगर जनता जानती है।’
पहले अमित मालवीय का ट्वीट देखिए फिर राहुल गांधी का तंज। राहुल गांधी का इशारा स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था। प्रधानमंत्री फाइनल मैच के दौरान अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मौजूद थे। हार के बाद खिलाड़ी हतोत्साहित थे लेकिन प्रधानमंत्री ने उनके बीच जाकर उनका मन बढ़ाया था। ऐसे में पनौती का ट्रेंड बहुत से लोगों को समझ में नहीं आया।

भाजपा बोली, माफी मांगें राहुल
इसमें बहुत से लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें शायद पता ही नहीं होगा कि पनौती का मतलब क्या होता है। लोग यह भी बातें कर रहे हैं कि चुनावी मौसम में मोदी के खिलाफ नेगेटिव कॉमेंट कर क्या राहुल गांधी गलती कर रहे हैं? वैसे भी इतिहास पलटकर देखें तो मोदी पर कांग्रेस की तरफ से किया गया ऐसा कॉमेंट खुद ग्रैंड ओल्ड पार्टी पर भारी पड़ता रहा है। वह मणिशंकर अय्यर रहे हों या कोई और… भाजपा चुनाव में इसी बात पर चुनाव लड सकती है। तब कांग्रेस ने पल्ला झाड़ते हुए अय्यर को निलंबित कर दिया था। उस समय 2017 का गुजरात विधानसभा चुनाव चल रहा था। इसी तरह कांग्रेस कैंप से मोदी के प्रधानमंत्री रहते और मुख्यमंत्री रहते कई टिप्पणियां की गई थीं, जो पार्टी के खिलाफ ही गईं। इस बार भी भाजपा ने तीखा हमला बोलते हुए राहुल गांधी से इस टिप्पणी के लिए माफी की मांग की है।
पनौती अटैक दोनों तरफ से
वैसे, अमित मालवीय हों या राहुल गांधी दोनों के पनौती का जिक्र करने से साफ है कि इस शब्द का इस्तेमाल दोनों तरफ से किया गया है। ऐसे में कोई भी दूसरे पर नैतिकता का सवाल सीधे तौर पर खड़ा नहीं कर सकता। हमारी राजनीति ही इतनी नीचे जा रही है कि विकास की बातें, दावे और नयापन की जगह टारगेटेड अटैक किए जाते हैं। कोई ‘पप्पू’ कहकर वीडियो का क्लिप काटकर किसी की राजनीतिक छवि को खराब करने की कोशिश करता है तो कोई देश के सबसे लोकप्रिय नेता की मौजूदगी को पनौती बता रहा है। यह सवाल नेता खुद तो अपने आप से पूछेंगे नहीं, जनता जरूर सोच रही होगी कि हम किस दिशा में जा रहे हैं? क्या चुनावी रैली में बोलने को यही सब रह गया है।

पनौती का मतलब
राहुल गांधी ने आज चुनावी रैली में जिक्र किया तो फिर से सोशल पर पनौती की बातें होने लगीं। पहले जान लीजिए कि पनौती का मतलब क्या होता है। पनौती किसी ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयोग किया जाता है जिसके होने से ऐसा माना जाता है कि लोगों के लिए बुरी खबर या दुर्भाग्य आता है। कुछ लोग तो शनि की साढ़ेसाती और ढैया की तरह पनौती को मानते हैं। तमाम जगहों पर पनौती का शाब्दिक अर्थ मुसीबत या कठिनाई लिखा गया है।
मूर्खों के सरदार vs पनौती
सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि क्या प्रधानमंत्री के ‘मूर्खों के सरदार’ का जवाब राहुल गांधी ने ‘पनौती’ से दिया है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार काफी तीखा हो चला है। हाल में प्रधानमंत्री ने राहुल पर अटैक करते हुए कहा था, ‘कल कांग्रेस के महाज्ञानी कह रहे थे कि भारत में सब लोगों के पास मेड इन चाइना मोबाइल फोन है। अरे मूर्खों के सरदार, किस दुनिया में रहते हो।’ आज राहुल गांधी की रैली में आगे खड़े लोगों ने शायद पनौती-पनौती की आवाज लगाई तो राहुल गांधी ने मंच से प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। कई विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री पर व्यंग्य कसते हुए कहा था कि उनके पहुंचने से भारत फाइनल हार गया।

भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी को ‘पनौती मोदी’ कहने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की। सत्तारूढ़ दल ने उनकी टिप्पणी को ‘शर्मनाक और अपमानजनक’ करार देते हुए उनसे माफी की मांग की है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने राजस्थान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ‘प्रधानमंत्री का मतलब पनौती मोदी’ है। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के बारे में गांधी की टिप्पणी शर्मनाक, निंदनीय और अपमानजनक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *