चार धाम यात्रा में रोक-टोक नहीं, ज्यादा कोरोना वाले राज्यों-शहरों के लिए अलग व्यवस्था:तीरथ

*किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दास्त नहीं होगीः मुख्यमंत्री*

*वर्चुअली ही मीडिया से रूबरू हुए सीएम तीरथ सिंह रावत,  पत्रकारों के सवालों के दिए जवाब*

*प्रदेश में तीन मेडिकल कालेजों में जल्द शुरू हो जाएगा काम*


देहरादून 26 मार्च। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज यहां मीडिया से वर्चुअली साक्षात हो कहा कि चार धाम यात्रा में ज्यादा रोक-टोक नहीं होगी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कुंभ में कोरोना वायरस संक्रमण के संबंध में हाइकोर्ट और केंद्र की गाइड लाइन का पालन किया जाएगा, लेकिन श्रद्धालुओं में भय का वातावरण नहीं बनने दिया जाएगा। चार धाम यात्रा में ज्यादा रोक टोक नहीं होगी, लेकिन जिन शहरों और राज्यों में संक्रमण ज्यादा, उन्हें चिह्नित कर व्यवस्था बनाई जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने ये भी दोहराया कि विकास कार्यों की गति धीमी नहीं पड़ने दी जाएगी।

चारधाम यात्रा (बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) दस मई से शुरू हो रही है। 10 मई को श्री हेमकुंड साहिब के कपाट, 14 मई को गंगोत्री और यमनोत्री, 17 मई को केदारनाथ और 18 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई है। 2020 में कोरोना संक्रमण अधिक होने के कारण यात्रा प्रभावित हुई, जिसके कारण इस बार अधिक श्रद्धालुओं के यात्रा पर आने की उम्मीद है।
उन्होंने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण पर सरकार का फोकस है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रूद्रपुर,हरिद्वार व पिथौरागढ़ में मेडिकल कालेज पर जल्द काम शुरू हो जाएगा। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य, शिक्षा, यातायात, पेयजल जैसी सुविधाओं की बेहतरी के साथ ही पलायन पर कैसे रोक लगाई जाए, इस दिशा में हमारी सरकार काम कर रही है। नई संभावनाएं तलाशने के लिए हर विभाग से फीडबैक लिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के कारण मैं आजकल आइसोलेशन में हूं। लेकिन प्रदेश के कामकाज में कहीं अवरोध नहीं हैं। आइसोलेशन में भी वर्चुअली मीटिंग लेने के साथ ही दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुदूर गांवों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता में है। प्रदेश में 108 स्वास्थ्य सेवा के लिए 138 नए वाहन दिए जा रहे हैं। साथ ही प्रदेश में जल्द ही 403 डाक्टरों व 2600 नर्सेज की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके अलावा मेडिकल कालेज में प्रोफेसर,असिसटेंट प्रोफेसर व एसोसिएट प्रोफेसर्स की तैनाती भी शीघ्र हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड को देखते हुए स्वास्थ्य प्रबंध मजबूत किये गये है। जनपद स्तर तक अस्पतालों में वैंटिलेटर, बेड व आइसीयू तक की व्यवस्था की जा रही है। प्रदेश में पलायन रोकने की दिशा में भी कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए पर्यटन और तीर्थाटन पर फोकस किया जा रहा है। 

कुंभ मेले को लेकर सरकार की क्या नई गाइड लाइन है, इस सवाल के जबाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ को भव्य,दिव्य और सुरक्षित बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। कुंभ में संतों से लेकर श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लेकिन कोविड 19 को लेकर जो गाइड लाइन भारत सरकार ने जारी की हैं उनका अक्षरशः पालन करना जरूरी है।

गैरसैण कमिश्नरी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर हमारी सरकार जनभावनाओं के अनुरूप निर्णय लेगी। जो जनसामान्य चाहेगा वही होगा। 

पीडब्लूडी में अभियंताओं के निलंबन के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास योजनाओं मेें किसी तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जायेगी। गलत के लिए हमारी सरकार में कोई स्थान नहीं है। गड़बड़ी पर किसी को बख्शा नहीं जायेगा। काम की गुणवत्ता और समयबद्धता के लिए जिलाधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है।

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