तीनों सेनाओं की प्रेस:अग्निपथ योजना वापस नहीं, वायुसेना में भर्ती 24 जून से, नौसेना में नवंबर से

Indian Army Press Conference On Agneepath Scheme: जोश + होश = अग्निवीर, 10 पॉइंट्स में जानें सेना ने बम और मोबाइल से क्या समझाया

Indian Army Press Conference On Agnipath Scheme प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पुरी ने युवाओं से कहा कि ‘जो भी युवा इधर-उधर घूम रहे हैं भटक रहे हैं वह अपना समय बर्बाद नहीं करें क्योंकि किसी के लिए भी फिजिकल टेस्ट पास करना उतना आसान नहीं होता है। उनसे गुजारिश है कि वह अपना पूरा ध्यान अगले महीनों में होने वाले टेस्ट पर लगाएं।’

हाइलाइट्स
1-अग्निपथ योजना के बारे में भारतीय सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
2-सेना के अधिकारियों की दो टूक, इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा
3-सेना के अधिकारियों ने कहा, हिंसा करने वाले युवकों को सेना में कोई जगह नहीं

नई दिल्ली19 जून: देशभर में अग्निपथ योजना के बाद से कई राज्यों में हिंसात्मक प्रदर्शन हुए। थोड़ी देर पहले ही तीनों सेनाओं की संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस भी हुई। तीनों सेना की उच्च अधिकारियों ने बहुत आसान भाषा में योजना के बारे में समझा रहे थे। थल सेना लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में थल सेना की ओर लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्‍पा, नौसेना की तरफ से वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और एयरफोर्स की ओर से एयर मार्शल सूरज झा मौजूद हैं।

उपद्रवी नहीं बन सकेंगे अग्निवीर:भर्ती से पहले युवाओं का पुलिस वेरिफिकेशन होगा; अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी

केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ देश के कई हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद रक्षा मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें साफ कर दिया गया कि अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी और यह भी कि सभी भर्तियां इसी स्कीम से होंगी। 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी जॉइन कर लेगा।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ के विरोध में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने वालों ने छात्रों को भड़काकर प्रदर्शन कराया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर बनने वाला शपथपत्र देगा कि उसने कोई प्रदर्शन नहीं किया है न तोड़फोड़ की। बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई सेना में शामिल नहीं होगा।

पुरी ने कहा कि युवा फिजिकली तैयार हों, ताकि वह हमारे साथ जुड़कर ट्रेनिंग कर सकें। हमने इस योजना को लेकर हाल में हुई हिंसा का अनुमान नहीं लगाया था। सशस्त्र बलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। सभी को लिखित में देना होगा कि वे किसी भी तरह की आगजनी/हिंसा में शामिल नहीं थे।

नौसेना में तैनात होंगी महिला अग्निवीर

इस दौरान भारतीय नौसेना की ओर से कहा गया कि 21 नवंबर से पहला नौसैनिक अग्निवीर बैच ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, आईएनएस चिल्का, ओडिशा में पहुंचना शुरू हो जाएगा। इसके लिए महिला और पुरुष दोनों अग्निवीरों को जाने की अनुमति होगी। भारतीय नौसेना के पास वर्तमान में विभिन्न भारतीय नौसेना के जहाजों पर 30 महिला अधिकारी हैं। वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि हमने तय किया है कि अग्निपथ योजना के तहत महिलाओं की भी भर्ती होगी जिन्हें युद्धपोतों पर भी तैनात किया जाएगा।

अग्निवीर योजना को लाने के दिए गए तर्क

अनिल पुरी ने कहा- तीनों सेना प्रमुख और CDS ने मिलकर दुनिया के सभी देशों की सेनाओं की औसत उम्र देखी गई। सेना में बदलाव का प्रोसेस 1989 से चल रहा है। सेना की औसत उम्र 32 साल थी, इसे 26 पर लाना हमारा लक्ष्य था। हमें सेना में यूथ चाहिए। हमें जुनून जज्बे के साथ होश की भी जरूरत है।
जिस दिन अग्निपथ की घोषणा हुई उस दिन दो ऐलान हुए पहला देश भर में साढ़े दस लाख नौकरियां और 46 हजार वेकेंसी सेना में अग्निवीर के रूप में, लेकिन लोगों तक केवल 46 हजार की बात ही पहुंची।
अगले 4-5 साल में हमारे सैनिकों की संख्या 50-60 हजार होगी और बाद में बढ़कर 90 हजार से 1 लाख हो जाएगी। हमने योजना का विश्लेषण करने और बुनियादी ढांचे की क्षमता बढ़ाने के लिए 46,000 के छोटे ग्रुप से शुरुआत की है।
घोषणा के बाद हुए बदलाव किसी डर से नहीं बल्कि ये सब पहले से ही तैयार थे। उम्र में बदलाव कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के कारण किए गए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, भारतीय सेना के एडजुटेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा, भारतीय नौसेना के प्रमुख वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और भारतीय वायु सेना के कार्मिक प्रभारी एयर मार्शल सूरज झा भी मौजूद हैं।

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जल, थल और वायु सेना के अधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बताया कि चार साल बाद अग्निवीर क्या कर सकते हैं? और ‘अग्निपथ’ योजना में उन्हें क्या-क्या मिल सकता है. सेना की तरफ से कहा गया कि उन्हें 4 साल बाद मिलने वाले 11.7 लाख के साथ अग्निवीर जो चाहे वह कर सकते हैं. उनके लिए ब्रिजिंग कोर्स के प्रावधान पर विचार किया जा रहा है. इस पर भी तैयारी चल रही है. इसे कौन करवाएगा. इसकी फीस कौन भरेगा? रक्षा मंत्रालय के सैन्य विभाग के अतिरिक्त सचिव, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि सरकार ने कहा है कि अग्निवीरों को सीएपीएफ में प्राथमिकता दी जाएगी. Adjutant General लेफ्टिनेंट जनरल बंशी पुनप्पा ने कहा कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती के लिए 1 जुलाई को नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा. जिसके बाद लोग एप्लीकेशन रजिस्ट्रेशन शुरू कर सकते हैं. वहीं, नेवी के मुताबिक अगले दो-तीन दिनों में 25 जून तक हमारा एडवर्टाइजमेंट इंफॉर्मेशन ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री तक पहुंच जाएगा।

दो दिन में लगातार दूसरी समीक्षा बैठक

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर तीनों सेना प्रमुखों की बैठक हुई थी। इस मीटिंग में अग्निपथ योजना को लागू करने और आंदोलनकारियों को शांत करने के तरीकों पर चर्चा हुई थी। योजना को लेकर राजनाथ सिंह द्वारा दो दिनों में बुलाई गई यह दूसरी समीक्षा बैठक थी।

14 जून को हुई घोषणा के बाद से अब तक हुए बदलाव

1-CAPF और असम राइफल्स में अग्निवीरों के लिए 10% आरक्षण।
2-मौजूदा साल में अग्निवीर की आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 कर दी गई है।
3-इंडियन कोस्ट गार्ड, डिफेंस सिविलियन पोस्ट के साथ 4-डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग की 16 कंपनियों में भी नियुक्तियों में आरक्षण मिलेगा।
5-अग्निवीरों को रिटायरमेंट के बाद सस्ता लोन दिया जाएगा और सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।
6-भाजपा शासित राज्यों में अग्निवीरों को प्राथमिकता
7-मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान ने अग्निवीरों को पुलिस भर्ती में वरीयता देने की घोषणा की है।

8-उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को कहा कि अग्निवीरों को पुलिस और आपदा प्रबंधन विभागों में नौकरी दी जाएगी।

9-उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि आर्म फोर्सेस से चार साल बाद रिटायर होने पर अग्निवीरों को पुलिस विभाग में वरीयता दी जाएगी।

10-कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि सरकार ने अग्निवीरों को पुलिस विभाग की भर्ती में प्राथमिकता देने का फैसला किया है।

11-असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अग्निवीरों को असम आरोग्य निधि पहल में प्राथमिकता देने की घोषणा की।

12-हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अग्निपथ स्कीम में सेवा पूरी करने वाले अग्निवीरों को राज्य की सरकारी नौकरियों में वरीयता मिलेगी।

13-अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि पुलिस और राज्य सरकार की सब्सिडी योजनाओं में अग्निवीरों को प्राथमिकता मिलेगी।

एयरफोर्स में अग्निवीरों की भर्ती की गाइडलाइन

इंडियन एयरफोर्स ने अग्निवीरों की भर्ती की गाइडलाइन जारी कर दी है। तीनों सेनाओं में सबसे पहले एयरफोर्स ने ही गाइडलाइन जारी की है। इसके अनुसार अग्निवीरों को अपनी चार साल की नौकरी पूरी करनी होगी। इससे पहले वह फोर्स नहीं छोड़ सकेंगे। ऐसा करने के लिए उन्हें अधिकारी की सहमति लेनी होगी।

क्या है अग्निपथ स्कीम

केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस स्कीम के तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।

1- रक्षा मंत्रालय की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि सेना में सुधार के लिए नया भर्ती सिस्‍टम क्‍यों लाया गया ? वह सेना की बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए कहते हैं कि ‘क्‍या ये अच्‍छा लगता है कि सेना जो देश की रक्षा कर रही है, वह 32 साल की हो?’

पुरी ने कहा कि इस पर कई वरिष्‍ठ सैन्‍य अधिकारियों ने चर्चा की है, विभिन्‍न देशों की स्‍टडी हुई।

2- सेना की ओर से कहा गया कि आज की जेनरेशन हम लोगों से बेहतर है। उसके पास ताकत भी है, जज्बा भी है, जुनून भी है और टेक्नॉलिजी को भी वो बेहतर जानते हैं। सेना ने कहा कि आज का बच्चा मोबाइल के साथ पैदा होता है यानी कि बच्चे छोटे से ही कंप्यूटर और मोबाइल को जानते है। आज की लड़ाई टेक्नॉलिजी पर डिपेंड हो गई है। नई-नई तकनीकी आ चुकी हैं। इसको जरूरी है कि हमारा जवान हर तरह से लड़ाई को तैयार रहे।

3- सैन्य मामलों के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी के विभाग लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगेें।

4- लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हमें डिमॉग्रैफिक डिविडेंड का फायदा उठाना चाहिए। सेना में युवाओं की जरूरत है। युवाओं में जोश और जज्‍बा होता है। अनिल पुरी ने कहा कि आज जवान को जो पे-अलाउंस मिल रहे हैं, अग्निवीर को उससे ज्‍यादा मिलेंगे।

5- ले. जनरल अनिल पुरी ने कहा, ‘ऐमजॉन-फ्लिपकार्ट का नाम आपने आज सुना है… हम जब से खड़े हुए हैं, तब से यही कर रहे है। बस हम पैकेट की जगह बम लेकर चलते हैं।’

6- अब भारतीय वायुसेना की तरफ से एयर मार्शल एसके झा बोल रहे हैं। उन्‍होंने बताया, IAF में 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। ऑनलाइन नोटिफिकेशन उस दिन जारी की जाएगी। एक महीने बाद, 24 जुलाई से फेज 1 एग्‍जाम की प्रक्रिया शुरू होगी। दिसंबर के अंत तक अग्निवीरों के पहले बैच को एनरोल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।

7- ले. जनरल अनिल पुरी ने कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ युवाओं को भड़काया गया। उन्‍होंने कोचिंग संचालकों को जिम्‍मेदार बताया। पुरी ने जानकारी दी कि भर्ती में शामिल होने वाले हर अभ्‍यर्थी को यह एफिडेविट देना होगा कि उसने किसी प्रदर्शन में हिस्‍सा नहीं लिया, कोई केस दर्ज नहीं हुआ। ये प्रावधान कर दिए गए हैं।

8- प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में पुरी ने युवाओं से कहा कि ‘जो भी युवा इधर-उधर घूम रहे हैं भटक रहे हैं वह अपना समय बर्बाद नहीं करें क्योंकि किसी के लिए भी फिजिकल टेस्ट पास करना उतना आसान नहीं होता है। उनसे गुजारिश है कि वह अपना पूरा ध्यान अगले महीनों में होने वाले टेस्ट पर लगाएं।’

9- अब भारतीय वायुसेना की तरफ से एयर मार्शल एसके झा बोल रहे हैं। उन्‍होंने बताया, IAF में 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। ऑनलाइन नोटिफिकेशन उस दिन जारी की जाएगी। एक महीने बाद, 24 जुलाई से फेज 1 एग्‍जाम की प्रक्रिया शुरू होगी। दिसंबर के अंत तक अग्निवीरों के पहले बैच को एनरोल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।

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