राष्ट्रपति द्रोपदी मूर्मू आठ-नौ को दून में,दून विवि दीक्षांत समारोह में लेंगी भाग

Uttarakhand: आठ दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर पहली बार उत्तराखंड आएंगी राष्ट्रपति मुर्मू, ‘आशियाना’ में रुकेंगी

राष्ट्रपति मुर्मू आठ दिसंबर को देहरादून पहुंचेंगी। इसके बाद वह राजभवन जाएंगी। रात को वह आशियाना में विश्राम करेंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आठ दिसंबर को दो दिवसीय दौरे पर देहरादून आ रही हैं। इस दौरान वह यहां द प्रेसीडेंट बॉडीगार्ड स्टेट स्थित ‘आशियाना’ में रात्रि विश्राम करेंगी। राष्ट्रपति आठ व नौ दिसंबर को देहरादून में रहेंगी। उनका प्रस्तावित कार्यक्रम शासन और संबंधित संस्थाओं को मिल चुका है।

राष्ट्रपति मुर्मू आठ दिसंबर को देहरादून पहुंचेंगी। इसके बाद वह राजभवन जाएंगी। रात को वह आशियाना में विश्राम करेंगी। नौ दिसंबर को राष्ट्रपति पहले लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी में भावी आईएएस अफसरों को संबोधित करेंगी।

इसके बाद दिन में दून विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में  मुख्य अतिथि होंगी। सोमवार को राष्ट्रपति के दौरे के दृष्टिगत शासन स्तर पर तैयारियों की बैठक हुई। इसमें सुरक्षा से लेकर सभी व्यवस्थाओं के निर्देश दिए गए।

दून विवि का दीक्षांत समारोह नौ को

दून विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह नौ दिसंबर को होगा। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने बताया कि राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय के समारोह में 650 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी जाएगी। वहीं  36 को गोल्ड मेडल व 16 को पीएचडी अवॉर्ड मिलेंगें।

राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होंगी खटीमा की मिथलेश राना

खटीमा में मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर 200 से अधिक महिलाओं को रोजगार से जोड़ने वाली थारू जनजाति की मिथलेश राना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों सम्मानित होंगी। इसके लिए मिथलेश को देहरादून से बुलावा गया है।

खटीमा की ग्राम पंचायत रतनपुर की मझरा जसारी निवासी मिथलेश सिंह राणा ने वर्ष 2016 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) में स्वयं सहायता समूह से जुड़कर आजीविका संवर्धन को मशरूम उत्पादन का कार्य किया। इसमें सफलता मिलने के बाद मिथलेश को कलस्टर रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) बना दिया गया।

इसके बाद खटीमा में महिलाओं का समूह गठन कर मिथलेश ने 200 से अधिक महिलाओं को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा। पिछले वर्ष ही मिथलेश को एनआरएलएम की ओर से उत्तराखंड के स्टेट रिसोर्स पर्सन के तौर पर महाराष्ट्र में महिलाओं को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण देने  भेजा गया।

महाराष्ट्र में तीन महीने तक चार जिलों में मुख्य प्रशिक्षक के तौर पर मिथलेश ने महिलाओं को जेंडर व मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया। ग्राम्य विकास विभाग के परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य करने पर मिथलेश को देहरादून बुलाया गया है।

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