मोदी की ‘मन की बात’ से पौड़ी के शिक्षक सच्चिदानंद भारती बने राष्ट्रीय हीरो

PM मोदी ने मन की बात में क्यों की उत्तराखंड के सच्चिदानंद भारती की तारीफ ? उनकी कहानी जान आप भी करेंगे सलाम, देखें VIDEO
देहरादून 27 जून।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ प्रोग्राम में एक बार फिर उत्तराखंड की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मेहनत से हर मुश्किल काम का हल निकाला जा सकता है। पीएम मोदी ने उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के शिक्षक सच्चिदानंद भारती का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने मेहनत और लगन से क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर कर दिया। कहा कि क्षेत्र में ग्रामीण पहले पानी की समस्या से बहुत ही ज्यादा परेशान थे, लेकिन आज भारती जी की मेहनत की बदौलत गांव और आसपास के क्षेत्रों में सालभर पानी की सप्लाई हो रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में जल संरक्षण के लिए एक पारंपरिक तरीका अपनाया जाता है जिसे, चालखाल भी कहा जाता है।

उन्होंने बताया कि पारंपरिक चालखाल तरीके में पानी के लिए गड्ढा खोदा जाता है। मोदी ने कहा कि चालखाल तरीके का इस्तेमाल करते हुए नवीनतम तकनीक को भी जोड़ा गया, जिससे पानी के संकट से निजात मिल पाई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारती जी ने गांव में छोटे-बड़े तालाब बनवाए जिससे न सिर्फ ग्रामीणों की पेयजल की समस्या दूर हुई बल्कि क्षेत्र में हरियाली भी पुन: लौट आई। मोदी ने भारती जी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि भारती जी ने जल संरक्षण और पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए अब तक 30 हजार जल तलईया बनवाई हैं। “ यहीं नहीं, भारती जी का यह भगीरथ कार्य आज भी जारी है और अनेक लोगों को प्रेरणा भी दे रहे हैं ताकि आसपास के गांवों में भी पेयजल संकट दूर किया जा सके। ” प्रधानमंत्री मोदी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारती जी ने अपनी कोशिशों से अपने गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में भी पानी के संकट को खत्म किया। कहा कि मानसून सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में अब हम सभी को संरक्षण के लिए कदम उठाने चाहिए ताकि पानी की समस्या को दूर किया जा सके। आपको बता दें कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की जमकर तारीफ भी की थी। उन्होंने बागेश्वर जिले के जगदीश कुनियाल का उदाहरण दिया था। कहा था कि उन्होंने अपने भगीरथ प्रयासों से गांव में हरियाली ला दी है। कई साल पहले सूख चुके स्थानीय गदेरे को पुनः रिचार्ज किया है। कई सालों की अथक प्रयासों व मेहनत की बदौलत उनके आसपास के गांवों में पेयजल संकट को दूर कर दिया है।

यहीं नहीं, उनकी मेहनत की वजह से सिंचाई की समस्या को भी दूर किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने औषधीय वनस्पतियों के संरक्षण पर काम कर रहे हैं परितोष (नैनीताल) का भी जिक्र किया।

कौन है सच्चिदानंद भारती जिनकी हर तरफ हो रही तारीफ, उत्तराखंड के छोटे से गांव में किया कमाल

रविवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में एक बार फिर उत्तराखंड का नाम लेते हुए तारीफ की। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के सेवानिवृत शिक्षक सच्चिदानंद भारती का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने अपने मेहनत और लगन से क्षेत्र में पानी की समस्या को दूर कर दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षक भारती की तारीफ करते हुए कहा, इस क्षेत्र के ग्रामीण पहले पानी की समस्या से बहुत ही ज्यादा परेशान थे, लेकिन आज भारती जी की मेहनत की बदौलत गांव और आसपास के क्षेत्रों में सालभर पानी की सप्लाई हो रही है। उन्होंने चालखाल का भी उल्लेख किया जिसका इस्तेमाल कर पहाड़ों में जल संरक्षण के लिए पारंपरिक तरीका अपनाया जाता है।

क्या होता है चालखाल

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पारंपरिक चारखाल तरीके में पानी के लिए गड्ढा खोदा जाता है। इस तरीके का इस्तेमाल करते हुए नवीनतम तकनीक को भी जोड़ा गया, जिससे पानी के संकट से निजात मिल पाई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारती जी ने गांव में छोटे-बड़े तालाब बनवाए जिससे न सिर्फ ग्रामीणों की पेयजल की समस्या दूर हुई बल्कि क्षेत्र में हरियाली भी पुन: लौट आई।

सच्चिदानंद भारती ने वर्ष 1989 में बीरोंखाल के उफरैंखाल में यह आंदोलन शुरू किया था। इसमें उन्होंने छोटे-छोटे चाल-खाल बनाए जिनमें बरसाती पानी को रोककर उन्होंने क्षेत्र में करीब 30 हजार खाल बनाए। इन्हें उन्होंने जल तलैया नाम दिया। उसके आस-पास बांज, बुरांस और उत्तीस के पेड़ लगाए। परिणाम यह हुआ कि दस साल बाद सूखा गदेरा सदानीर नदी में बदल गया, जिसे उन्होंने ‘गाड गंगा’ नाम दिया गया।

उत्तराखंड के लिए यह गर्व की बात है। राज्य के दोनों व्यक्तित्व अपने -अपने क्षेत्रों में प्रेरणादायक काम कर रहे हैं। उनके इन कार्यों को देश-विदेश तक पहुंचने से समाज को भी नई दिशा मिलेगी। पर्वतीय क्षेत्रों में जल संकट गहरा रहा है और चाल-खाल को बचाने की यह पहल निश्चित तौर पर आगे चल कर बरदान साबित होगी।
मदन कौशिक प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

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