पाकी महिला सीमा की राम कहानी,बिना वीजा रही थी भारतीय प्रेमी के साथ

पाकिस्तानी महिला प्रेमी के पास भारत आई, हरियाणा से गिरफ्तार:पहला पति छोड़ा, 4 बच्चे साथ लाई; पबजी खेलते समय हुआ था प्यार

पुलिस ने पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम को पकड़ लिया है। उससे पूछताछ की है।
नोयेडा 4 जुलाई। प्रेमी के पास भारत आई पाकिस्तानी महिला को नोएडा पुलिस ने हरियाणा के बल्लभगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। महिला को भारतीय युवक से पबजी खेलते हुए प्यार हुआ था, जिससे बाद वह अपने पहले पति को छोड़कर चार बच्चों के साथ भारत आ गई।

ग्रेटर नोएडा के DCP शाद मियां खान ने बताया- महिला सीमा मूलरूप से पाकिस्तान के खैरपुर सिंध प्रांत की रहने वाली है। अभी वह कराची में रह रही थी। महिला के प्रेमी सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को भी गिरफ्तार किया गया है।

जांच में पता चला है कि सीमा 5वीं तक पढ़ी है। 2020 में लॉकडाउन के दौरान पति काम के लिए सऊदी चला गया, तभी PUBG गेम से सीमा और सचिन संपर्क में आई।

इसके बाद उसने इंटरनेट के जरिए पाकिस्तान से भारत आने का रास्ता तलाश किया। उसे सबसे बेहतर विकल्प नेपाल का मिला। 2023 में दोनों काठमांडू में 7 दिन तक साथ रहे। इसके बाद सीमा दोबारा नेपाल का टूरिस्ट वीजा लेकर 4 बच्चों के साथ नेपाल आई।

उसने पुलिस को बताया- वह हमेशा के लिए सचिन के साथ भारत में शिफ्ट होना चाहती थी। मार्च में सचिन से नेपाल में अकेले मिलने आई थी। वहीं पर सचिन के साथ रहने की बात हुई थी। इसके बाद इन लोगों की नेपाल में ही एक-दो बार और मुलाकात हुई।

सीमा का एक भाई पाकिस्तान आर्मी में बताया जा रहा

इसी मकान में रह रही थी महिला, जो पुलिस के आने की भनक लगते ही भाग निकली थी।

सीमा की पहली शादी 2014 में हुई थी। पति गुलाम हैदर से सीमा के 4 बच्चे हैं। वह टाइल्स लगाने का काम करता है। सीमा का एक भाई पाकिस्तान आर्मी में बताया जा रहा है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।

इसके अलावा सीमा के पास से 2 वीडियो कैसेट, 4 मोबाइल, 1 सिम, 1 टूटा हुआ मोबाइल, 4 बर्थ सर्टिफिकेट, 3 आधार कार्ड, एक गवर्नमेंट ऑफ पाकिस्तान नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी मिनिस्ट्री ऑफ इंटीरियर की सूची, 6 पासपोर्ट, 5 वैक्सीनेशन कार्ड, 1 बस का टिकट पोखरा (काठमांडू) से दिल्ली का बरामद हुआ है।

ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन को लेटर भेजकर पाकिस्तानी महिला के डॉक्यूमेंट्स की जांच कराई जाएगी। IB, ATS को भी लेटर लिखा गया है। मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

अब जानिए पूरा मामला

पाकिस्तानी महिला सीमा का ऑनलाइन गेम से नोएडा के रहने वाले सचिन से अफेयर हो गया। दोनों की 3 साल तक आपस में बातचीत हुई।

सीमा नेपाल के रास्ते 4 बच्चों को लेकर नोएडा पहुंच गई। दोनों डेढ़ महीने से ज्यादा समय से पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। लेकिन, एक वकील के जरिए इस बात की सूचना पुलिस तक पहुंच गई।

पुलिस पहुंची, तो वहां सिर्फ सचिन मिला। जबकि महिला बच्चों के साथ वहां से निकल गई थी। इसके बाद पुलिस ने महिला को पकड़ लिया।

अब पढ़िए महिला की बातें, जो उसने पुलिस को बताई

यही वह पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदर है, जो नोएडा में सचिन के साथ रह रही थी।

सीमा ने बताया- जब मैंने सचिन के साथ रहने का फैसला लिया, तो बच्चों का वीजा-पासपोर्ट बनवाने के पैसे नहीं थे। लेकिन इंडिया आना था। इसलिए कराची में ही अपना एक प्लॉट 12 लाख रुपए में बेच दिया।

इन पैसों से अपना और चारों बच्चों का वीजा-पासपोर्ट बनवाया। इसके बाद एक ट्रैवल एजेंसी से संपर्क किया। ट्रैवल एजेंट ने नेपाल के 5 टिकट अरेंज कराए। इसके जरिए मैं बच्चों को लेकर नेपाल पहुंची।

नेपाल में 10 मई को पहुंचने के बाद मैंने वहां से दिल्ली के लिए बस पकड़ी। रास्ते में बस में सवार लोगों से हॉटस्पॉट के जरिए इंटरनेट कनेक्ट करके वॉट्सऐप कॉल के जरिए सचिन से बात करती रही।

सचिन ने मुझे जेवर तक आने का पूरा रास्ता बताया। तब जाकर मैं दिल्ली के रास्ते सचिन के पास जेवर आई। यहां हम दोनों किराए पर एक घर में साथ रहने लगे।

मेरे साथ रहने की जानकारी जब सचिन के पिता को हुई, तो उन्होंने शादी करने की सलाह दी। इसके लिए एक वकील से संपर्क किया।

वकील ने मुझसे आई-कार्ड मांगा, तो मैंने पाकिस्तान का आई-कार्ड दे दिया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस ने महिला, सचिन और सचिन के पिता को गिरफ्तार कर लिया है।

आगे की कहानी, पड़ोसी की जुबानी

मोहल्ले के लोगों ने बताया है कि उन्हें शक तो था कि महिला अपने देश की नहीं है।

हमारी टीम जेवर इलाके के रबूपुरा थाना क्षेत्र के अंबेडकरनगर मोहल्ले में पहुंची। यहीं पाकिस्तानी महिला सचिन के साथ गिरजेश जाटव के मकान में किराए के कमरे में 50 दिन से रहती थी।

हालांकि, जब हमने मकान मालिक से महिला के बार में पूछा तो उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि मामला पुलिस में है।

आस-पड़ोस के लोगों से सचिन और पाकिस्तानी महिला के बारे में पूछा। लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर कई ऐसी बातें बताईं, जो उन्हें भी खटक रही थीं।

महिला की भाषा बिल्कुल अलग थी

लोगों ने बताया कि सीमा और उसके 4 बच्चों को लेकर रबूपुरा का सचिन मीणा अंबेडकरनगर मोहल्ले में बड़े आराम से रह रहा था। लेकिन दोनों की आपस में बातचीत और उसमें महिला की भाषा लोगों को कुछ अजीब लग रही थी।

लोग न चाह कर भी उसकी हकीकत जानने को उत्सुक थे। महिला का घर से बहुत कम ही बाहर निकलना भी लोगों को सोचने पर मजबूर करता था।

यह महिला और उसके बच्चों की पकड़े जाने के बाद की फुटेज है।

सचिन ने बताया था कि शादी बहुत पहले हो चुकी है, अब अलग शिफ्ट होना है
एक पड़ोसी ने बताया- सचिन को हम लोग बहुत पहले से जानते हैं, इसलिए उस पर भरोसा था। 11 मई की दोपहर सचिन महिला और चार बच्चों को लेकर आया था।

उसने बताया था कि उसकी शादी काफी पहले हो गई थी। अब फैमिली के साथ अलग शिफ्ट होना चाहता हूं। इसलिए अलग कमरा लेकर रहने आया हूं।

यही बात उसने अपने मकान मालिक गिरिजेश को भी बताई थी, क्योंकि हम लोग अक्सर साथ में बैठते हैं। पूरे मोहल्ले में लोग किराए पर कमरा लेकर रहते हैं। उनमें कई दंपती ही हैं, इसलिए हम लोगों के लिए ये नॉर्मल था।

सीमा गुलाम हैदर और बच्चों की तस्वीर। जिस में कमरे में वो सचिन के साथ रहती थी, वहां पुलिस जांच करने पहुंची थी।

बहुत ज्यादा रिजर्व रहते थे दोनों

पड़ोसी ने बताया- सचिन रोज मंडी जाता था और शाम को घर आता था। इस दौरान महिला को शायद एक-दो बार ही हम लोगों ने बाहर आते-जाते देखा।

कभी कोई जरूरत हो, तो सचिन दोपहर में आता और उसे सामान देकर फिर चला जाता था। जबकि इतना रिजर्व कोई शादीशुदा दंपती कम ही रहते हैं।

बच्चे मोहल्ले में खेलने आए, तो डांटकर ले गई

उसने बताया- करीब एक महीने बाद उनके दो बच्चे खेलते हुए नीचे मोहल्ले में आ गए। उनके पीछे-पीछे महिला भी निकली और बच्चों को डांटते हुए अंदर लेकर चली गई।

लेकिन उसकी भाषा बिल्कुल अलग थी। उनमें कुछ उर्दू के अल्फाज थे। उसका डांटने का तरीका ऐसा था, जैसे बच्चों ने बाहर आकर कोई अपराध कर दिया हो।

फिर वह कमरे में जाकर भी बच्चों को काफी देर तक डांटती रही। उस दौरान वह अपने देश की भाषा बोल रही थी। बच्चे भी उसी भाषा में जवाब दे रहे थे।

ये तस्वीर सचिन की है, जो पाकिस्तानी महिला के संपर्क में ऑनलाइन गेम के जरिए आया था।

सचिन बोला- दोबारा बाहर गए ताे तुम्हारे देश छोड़ आऊंगा

पड़ोसी ने बताया- इसके बाद शाम को जब सचिन आया, तो उसने भी बच्चों को काफी तेज-तेज डांटा। उसके कमरे की खिड़की से साफ आवाज सुनाई पड़ती थी।

वह कह रहा था कि दोबारा मोहल्ले में खेलने गए, तो तुम लोगों को तुम्हारे घर छोड़ आऊंगा। जहां से कभी लौट नहीं पाओगे। उसने महिला से कहा कि इन्हें ये बात इनके देश की भाषा में समझा देना।

यह सुनकर हम लोगों को कुछ शक होने लगा। एक दिन मैंने सचिन को बुलाया और पूछा किस देश से बहू को लाए हो। यह सुनकर वो परेशान हो गया।

उसने कहा कि अपने देश की है, जम्मू की तरफ इनका घर है, तो भाषा कुछ बदली है। यह कहकर वो चला गया।

किचन के साथ एक कमरे को सेट को सचिन ने किराए पर लिया था।

29 जून को जब बकरीद मनाई, तो शक हुआ

पड़ोसी के मुताबिक- 29 जून को सचिन और महिला ने बच्चों के साथ बकरीद मनाई, तो हम लोगों का शक गहरा गया। क्योंकि सचिन हिंदू है और वह बकरीद क्यों मना रहा है?

उनके बच्चे छत पर खेल रहे थे, जो नए कपड़ों में थे। इसके बाद शाम को महिला भी बाहर निकली थी। इसके बाद 30 जून की शाम को हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी। लेकिन पता नहीं कैसे उसे इस बात का पता चल गया।

महिला रात में ही बच्चों के साथ भाग गई। कमरे में अकेले सचिन बचा। पुलिस पहुंची, तो उसने बताया कि महिला अपने घर गई है। इसके बाद पूछताछ के लिए पुलिस उसे लेकर चली गई।

पुलिस की गिरफ्त में महिला सीमा हैदर, सचिन और उसका पिता।

अब पढ़िए वह बयान जो सचिन ने पुलिस को दिया

सचिन ने पुलिस को बताया- होली के दिन 8 मार्च, 2023 को मैं नेपाल के काठमांडू में सीमा से पहली बार मिलने गया था। यहां हम दोनों ने 7 दिन एक साथ में गुजारे।

इसके बाद ही सीमा ने मेरे साथ रहने की इच्छा जाहिर की थी। जब मैंने हां कर दी, तो वह वापस अपने देश चली गई थी। वह सीधे भारत नहीं आ सकती थी, नहीं तो फंस जाती। इसलिए हम लोगों ने दूसरा तरीका निकाला।

11 मई को सीमा हैदर अपने बेटे फरहान (7 वर्ष), फरवा (6 वर्ष), फराह (5 वर्ष) फरीहा (4 वर्ष) को लेकर टूरिस्ट वीजा पर कराची से नेपाल आई। वहां महिला का पति गुलाम रजा काम करता है, लेकिन वो उससे नहीं मिली।

नेपाल से बस पकड़कर वह दिल्ली पहुंची। दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस-वे होते हुए 13 मई की सुबह रबूपुरा एरिया के गांव फलैदा कट पर पहुंची। यहां से मैं उसे लेकर रबूपुरा कस्बे के मोहल्ला अंबेडकर नगर में किराए के कमरे में पहुंचा। यहां हम दोनों 50 दिन से पति-पत्नी बनकर रह रहे थे।

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