सिर्फ मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत ने ली शपथ

उत्तराखंड के 10 वें मुख्यमंत्री बने तीरथ सिंह रावत, राज्यपाल ने दिलाई शपथ
उत्‍तराखंड के नए मुख्‍यमंत्री तीरथ सिंह रावत।
देहरादून 10 मार्च। तीरथ सिंह रावत ने बुधवार शाम को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली है। वह राज्य के 10 वें मुख्यमंत्री हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
शपथ ग्रहण के अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, निवर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में देहरादून आए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, सांसद अजय भट्ट, अजय टम्टा, महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल आदि शामिल थे। इससे पहले बुधवार सुबह भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित विधायक दल की बैठक में कार्यवाहक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीरथ सिंह के नाम का प्रस्ताव किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। शाम चार बजे राजभवन में शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के 10वें मुख्यमंत्री बने। बुधवार को देहरादून में भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत को सर्वसम्मति से विधानमंडल दल का नेता चुना गया। तीरथ का नेता चुना जाना सभी को चौंका गया, क्योंकि उनका नाम प्रमुख दावेदारों में भी नहीं बताया जा रहा था।

चार साल में किए गए विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे

मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया। एकमात्र पार्टी कार्यकर्ता, जो एक छोटे से गांव से आता है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं यहां तक पहुंचूंगा। हम लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने और पिछले चार सालों में किए गए कार्यों को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे।

चार दिन की राजनीतिक हलचल के बाद केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात के बाद देहरादून लौटने पर मंगलवार शाम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। नया नेता चुनने के लिए बुधवार सुबह देहरादून में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह व प्रदेश भाजपा प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम मौजूद थे। बैठक में सभी सांसदों को भी बुलाया गया।

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के अलावा पांचों लोकसभा सदस्य व राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल बैठक में शामिल हुए। इनमें हरिद्वार सांसद व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, पौड़ी गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत, नैनीताल के सांसद अजय भट्ट व अल्मोड़ा के सांसद अजय टम्टा शामिल थे।

लगभग 11 बजे बैठक आरंभ हुई, जिसमें कार्यवाहक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीरथ सिंह रावत के नाम का प्रस्ताव किया, जिस पर सर्वसम्मति से मुहर लगा दी गई। तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड की पहली अंतरिम सरकार में शिक्षा राज्य मंत्री रहे हैं। उन्हें संगठन का भी अनुभव रहा है।

महत्वपूर्ण बात यह कि तीरथ को मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में आगे नहीं माना जा रहा था। केंद्रीय मंत्री निशंक, सांसद अजय भट्ट, त्रिवेंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व राज्य मंत्री धन सिंह रावत से लेकर सुरेश भट्ट तक मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में गिने जा रहे थे।

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