करणी सेना चीफ के हत्यारे की थी निजी शत्रुता, नितिन फौजी को बनना था गैंगस्टर

Why Lawrence Bishnoi Gang Killed Sukhdev Singh? Gogamedi Murder Mystery Solved
सुखदेव सिंह हत्याकांड में सबसे बड़ा सवाल, रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने गोगामेड़ी को क्यों मारा? हत्यारों का चौंकाने वाला पूरा खुलासा
राजपूत समाज के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने क्यों मारा। हत्याकांड को अंजाम देने वाले दोनों हमलावरों ने इसका पूरा खुलासा कर दिया है। जयपुर पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि एक बदमाश कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से व्यक्तिगत दुश्मनी थी और दूसरे को अपराध की दुनिया में बड़ा आदमी बनकर लग्जरी लाइफ जीनी थी। दोनों हत्यारे एक दूसरे को जानते तक नहीं। पहली मुलाकात के कुछ घंटों बाद ही दोनों हमलावरों ने ऐसे हत्याकांड को अंजाम दिया जिसने प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

राजस्थान के बहुचर्चित सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस खुलासा के साथ ही मर्डर मिस्ट्री के सबसे बड़े सवाल यानी, सुखदेव सिंह को क्यों मारा? का जवाब भी मिल गया है। जयपुर पुलिस ने तीनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये खुलासा हत्यारों ने अपने बयान में किया है।

रोहित राठौड़ की व्यक्तिगत दुश्मनी थी गोगामेड़ी से

नागौर जिले के मकराना के पास जूसरी गांव निवासी रोहित राठौड़ की सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से व्यक्तिगत दुश्मनी थी। वर्ष 2017 में रोहित राठौड़ के खिलाफ जयपुर के वैशाली नगर थाने में नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म का मुकदमा था। नाबालिग लड़की राजपूत समाज से थी। इसलिए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने पीड़िता के पिता की मदद की थी और रोहित राठौड़ को जेल जाना पड़ा। सुखदेव सिंह बीच में नहीं आता तो रोहित राठौड़ पीड़ित पक्ष से राजीनामा कर लेता लेकिन गोगामेड़ी के कारण राजीनामा नहीं हो पाया और रोहित को बदनामी के साथ जेल की हवा भी खानी पड़ी। तभी से रोहित राठौड़ सुखदेव सिंह गोगामेड़ी से बदला लेने की ताक में था।

जेल में हुई रोहित गोदारा गैंग से मुलाकात

रोहित राठौड़ दो बार जेल जा चुका। पहली बार नाबालिग से दुष्कर्म और दूसरी बार अवैध हथियार रखने में। जेल में रहते रोहित की मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों से हुई। वहीं उसका रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण से सीधा संपर्क हुआ। रोहित गोदारा ने वीरेंद्र चारण को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या को कहा था। जेल से छूट चारण ने रोहित राठौड़ को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या को राजी कर लिया। हत्यारे इस अवसर की प्रतीक्षा में थे कि चुनाव आचार संहिता में गोगामेड़ी के सुरक्षाकर्मियों के हथियार पुलिस थानों में जमा हो जाएंगे और तभी उसकी हत्या करनी है।

अपराध की दुनिया में ऐश की जिंदगी जीना चाहता था नितिन

हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी नितिन फौजी नौकरी से दो दिन की छुट्टी पर गया था लेकिन अपने दोस्त भवानी सिंह उर्फ रोनी सिंह की मदद को पुलिस पर फायरिंग करके भागना पड़ा। फरारी में नितिन को लगा कि पुलिस मुकदमें पर आर्मी में उसका कोर्ट मार्शल होना तय है। ऐसे में उसने नौकरी छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखने का निर्णय लिया। फरारी में उसके दोस्त भवानी सिंह उर्फ रोनी ने कहा कि जयपुर में एक व्यक्ति की हत्या करनी है। हत्या के बाद पत्नी सहित उसे विदेश भेज दिया जाएगा,जहां वह ऐश की जिंदगी जी सकता है। नितिन ने कुछ महीनों पहले ही लव मैरिज की थी। पत्नी के साथ विदेश जाकर ऐश करने को नितिन हत्या के लिए तैयार हो गया।

रोहित और नितिन दोनों एक दूसरे को नहीं जानते

वीरेंद्र चारण और भवानी सिंह उर्फ रोली सिंह की वजह से दोनों हमलावर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या को तैयार हुए। 5 दिसंबर की नितिन फौजी पहली बार रोहित राठौड़ से मिला। रोहित ने नितिन को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का फोटो दिखाया और उसे मारने को कहा। इससे पहले दोनों एक दूसरे को नहीं जानते थे। पहली मुलाकात के कुछी देर बाद रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को नवीन सिंह शेखावत स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर ले गया। नवीन सिंह शेखावत को सुखदेव सिंह पहले से जानता था। ऐसे में वह मिलने को तैयार हो गया। मुलाकात में करीब 7-8 मिनट बाद ही रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने दनादन फायर कर दिए। फायरिंग में गोगामेड़ी मौके पर ही मारा गया।

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