गौतस्करों नासिर-जुनैद के जिंदा जलाने में मोनू मानेसर संलिप्त नहीं: राजस्थान DGP

नासिर-जुनैद को मोनू मानेसर ने नहीं जिंदा जलाकर मारा: राजस्थान के पुलिस महानिदेशक ने बताया- हत्या में नहीं मिली सीधी संलिप्तता,गोरक्षक के पीछे पड़ा है जुबैर जिहादी एंड गिरोह


राजस्थान पुलिस, महानिदेशक उमेश मिश्रा, मोनू मानेसर
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा बोले – नासिर-जुनैद की ज़िंदा जला कर हत्या के मामले में मोनू मानेसर की सीधी भागीदारी नहीं

जयपुर 15 अगस्त। राजस्थान पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजस्थान पुलिस की कार्रवाइयों और राज्य में अपराध की स्थिति पर चर्चा में कई सवालों के जवाब दिए हैं । उन्होंने NCRB के संदर्भ से कहा कि अपराध वृद्धि का मतलब पुलिस का निष्क्रिय होना नहीं है। उन्होंने कहा कि अपराध के आँकड़े बढ़ने और इसके पंजीकृत होने की संख्या बढ़ने–दोनों में अंतर है। 2022 की तुलना में इस साल अपराध में 0.6% की नगण्य वृद्धि हुई है।

उमेश मिश्रा ने कहा कि डकैती की घटनाएं 25% हुई है। इस साल हत्या,अपहरण और लूट जैसी घटनाओं में कमी आई है। महिला अत्याचार पर उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इसमें आंशिक कमी आई है। कन्विक्शन प्रतिशत रेप के मामलों में राजस्थान पुलिस का 48% है,जबकि राष्ट्रीय औसत 30% है। उन्होंने बताया कि पॉक्सो के मामले में भी ये आँकड़ा 48% है।

राजस्थान पुलिस ने बढ़ाया कन्विक्शन रेट,अपराधियों में भय: DGP

उन्होंने बताया कि 2019-23 में 1590 प्रकरणों में सज़ा हुई है,जिनमें 13 में फाँसी,255 में आजीवन कारावास और 386 में 20 वर्ष की सज़ा दिलाई गई। उन्होंने बताया कि औसतन 54 दिनों में जाँच पूरी की जाती है। दलित-जनजातीय समाज विरोधी अपराध के मामले में भी उन्होंने कहा कि औसतन 64 दिनों में जाँच पूरी होती है और सज़ा का प्रतिशत 41% है,इसे और सुधारा जाएगा। उन्होंने इसे पड़ोसी राज्यों से बेहतर होने का दावा किया।

उन्होंने राजस्थान पुलिस को संवेदनशील और प्रोफेशनल बताते हुए दावा किया कि अपराधियों में पुलिस का भय बढ़ा है। 45 इनामी अपराधी गिरफ्तार किए हैं,जिसमें माफिया कमल राणा प्रमुख है। हिस्ट्रीशीटर्स के अर्थतंत्र पर प्रहार की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि वैधानिक परिधि में रह कर 12 अपराधियों की संपत्तियाँ ध्वस्त की गई हैं। उन्होंने 56,000 से भी अधिक अपराधियों की गिरफ़्तारी की बात की, जिनमें 4475 सामान्य प्रकरण के अपराधी थे।

उन्होंने राजस्थान में गुंडों पर शिकंजे को बने नए कानून से पुलिस के और प्रभावशाली होने की बात कही। ड्रग्स को लेकर उन्होंने बताया कि 20 किलोग्राम हेरोइन,24 किलोग्राम अफीम और कई अन्य मादक पदार्थ हाल के दिनों में जब्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि हत्या के 206 मामलों में 12 घंटे में अपराधी गिरफ्तार किए गए,24 घंटों में 173 और 7 दिनों में 274 अपराधी गिरफ्तार हुए।

उन्होंने बताया कि गैंगरेप के मामलों में भी 12 घंटे से कम समय में 26 और 24 घंटे में 72 अपराधी गिरफ्तार हुए। कानून-व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी घटनाएँ चलती रहती हैं,लेकिन किसी बड़ी सांप्रदायिक घटना होने से रोका गया है। उन्होंने बताया कि खूँखार अपराधी रोहित गोदारा देश से बाहर है और कई राज्यों में वॉन्टेड है,उसके गिरोह के लोग पकड़े हैं। उसकी गिरफ्तारी को प्रयास चल रहा है।

मोनू मानेसर को लेकर राजस्थान पुलिस ने दिया जवाब

 

&

city dropdown
स्वास्थ्य
धर्म/ज्योतिष
IPL 2023
क्रिकेट
बॉलीवुड
ऑटोमोबाइल
हॉट ऑन वेब
जॉब्स
रीडर्स कनेक्ट #jaipurvoice
Home / Jaipur
नासिर जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर को क्लीन चिट नही- डीजीपी
location
जयपुर
Published: Aug 15, 2023 12:54:53 pm

Submitted by:
Lalit Tiwari

डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि नासिर व जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं है। हालांकि अब इस एंगल से जांच की जा रही है कि कहीं मोनू मानेसर की षड्यंत्र में कोई भूमिका तो नही है।

नासिर जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर को क्लीन चिट नही- डीजीपी

डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि नासिर व जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर प्रत्यक्ष रूप से शामिल नहीं है। हालांकि अब इस एंगल से जांच की जा रही है कि कहीं मोनू मानेसर की षड्यंत्र में कोई भूमिका तो नही है।

एफआईआर में मोनू मानेसर का नाम होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं होने के सवाल पर डीजीपी ने सोमवार को पत्रकारों को यह जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमारी टीम नूंह गई थी। इसमें मुख्य मुद्दा इंटेलिजेंस का है। मोनू का नासिर-जुनैद हत्याकांड में कोई डायरेक्ट इनवॉल्वमेंट नहीं है। बैक ग्राउंड में उसकी भूमिका को लेकर जांच जारी है। रात 9.30 बजे सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर लिखा है कि मोनू मानेसर को कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है।

 

उन्होंने बताया कि 2 ऐसी घटनाएँ हुईं,जहाँ कई थानों की पुलिस ने लाइव चेज में अपराधियों को पकड़ा,वो मारे भी गए। NDTV की पत्रकार ने हिन्दू कार्यकर्ता और गोरक्षक मोनू मानेसर को लेकर सवाल पूछा। वीडियो में 26वें मिनट में ये दिखता हैं। सवाल में दावा किया गया कि उन्हें लेकर राजस्थान-हरियाणा में राजनीतिक खींचातानी चल रही है। सवाल था कि हरियाणा पुलिस से मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को क्या मदद मिली है?
इसके जवाब में राजस्थान पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि राजस्थान पुलिस टीम नूँह भी गई थी। वो हरियाणा पुलिस पर कोई आरोप नहीं लगाना चाहेंगे,राजस्थान पुलिस का तरीका प्रोफेशनल है। उन्होंने कहा कि इसमें प्रमुख मुद्दा इंटेलिजेंस का है,इसी से वो पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घटना (नासिर-जुनैद की हत्या) में जो सीधी तरह शामिल नहीं हैं,अपराधियों का इनर सर्कल होता है,इस घटना में जो प्रत्यक्षतः शामिल थे,उनमें वो नहीं हैं।

मिश्र ने आगे बताया,“एक दूसरी भूमिका होती है बैकग्राउंड की,उसकी विवेचना जारी है। हम उसके लिए कोशिश भी कर रहे हैं। हम ये नहीं कह सकते कि हरियाणा पुलिस कितना सहयोग कर रही है और कितना नहीं–कई चीजें सार्वजनिक नहीं की जाती। लेकिन,ये सच है कि अब तक मोनू मानेसर हमारे सामने नहीं आया है। दूसरे अपराधियों को लेकर भी हमने हरियाणा पुलिस से निवेदन किया है। हो सकता है उनके पास भी कोई इंटेलिजेंस न हो,हम कोई टिप्पणी करने से बचेंगे।”

उन्होंने कहा कि जब तक अपराधी गिरफ्तार न हो,हम ये नहीं कह सकते कि जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने पड़ोसी राज्यों पर भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें मदद मिली भी है और सीनियर लेवल पर वार्ता होती रहती है। क्या राजस्थान पुलिस की टीम वहाँ जाएगी? इस पर डीजीपी ने कहा कि ऐसे डिटेल्स प्रेस कॉन्फ्रेंस में उजागर नहीं किए जा सकते। बता दें कि नासिर और जुनैद के ज़िंदा जलने के केस में मोनू मानेसर का हाथ होने का आरोप लगाया गया था।

नासिर और जुनैद के ज़िंदा जलने की घटना,गौ-तस्करी का था आरोप

नासिर और जुनैद राजस्थान के भरतपुर के पहाड़ी थाना क्षेत्र के घाटमीका गाँव निवासी थे। आरोप है कि नासिर और जुनैद को अपहरण बाद बोलेरो में ज़िंदा जला कर मार डाला गया।इस मामले में मुख्य आरोपित रिंकू सैनी को गिरफ्तार भी किया गया। मामले में राजस्थान पुलिस ने 30 आरोपितों की सूची तैयार की थी। इनमें से तीन पर आरोपपत्र भी कोर्ट में गया। मुकदमा भरतपुर के गोपालगढ़ का था।

15 फरवरी,2023 को अपहरण का मुकदमा लिखा गया और अगले दिन हरियाणा के भिवानी में दोनों के शव और जली गाड़ी मिली। नासिर-जुनैद के भाई जाबिर ने एकाध बार टावर पर चढ़ कर आत्महत्या की धमकी भी दी,जिसके लिए उसे हिरासत में भी लिया गया था। बताया गया कि ये दोनों गाय तस्कर थे। राजस्थान पुलिस सूत्रों के अनुसार कि कुछ आरोपित यूपी-हरियाणा चले गए,जहाँ पंचायतों ने उन्हें बचाया। इसी में मोनू मानेसर का नाम भी आया था।

इस्लामी कट्टरपंथियों ने इस घटना में मोनू मानेसर की संलिप्तता को लेकर खूब हो-हल्ला मचाया था। बदनाम मोहम्मद ज़ुबैर ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि मोनू मानेसर का नाम आरोपितों की सूची में है। उसने मोनू मानेसर के पिछले वीडियो भी शेयर किये। साथ ही गोरक्षकों के खिलाफ भी ज़हर उगला। अब कांग्रेस शासित राजस्थान पुलिस खुद कह रही है कि इस घटना में मोनू मानेसर की सीधी संलिप्तता नहीं थी।

TOPICS:Crime Lead Story monu manesar cow 🐄 🐮 smuggling cow slaughtering Rajasthan nuh violence controversy अपराध राजस्थान मोनू मानेसर गौ तस्करी गौ हत्या नूंह हिंसा विवाद

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *