संसद सुरक्षा में सेंध के मास्टरमाइंड ललित झा का आत्मसमर्पण

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मास्टरमाइंड ललित झा ने दिल्ली पुलिस में किया सरेंडर

Parliament Security Breach: ललित झा ने इस षड्यंत्र में शामिल लोगों को कॉल किया और गुरुग्राम में मीटिंग को बुलाया था. हमले से पहले ललित झा ने सभी के मोबाइल फोन से सारे प्रमाण मिटाए थे. इसके बाद वह भाग गया. ललित झा की लोकेशन आखिरी बार राजस्थान के नीमराना में पाई गई थी.

खास बातें
संसद पर हमले की 22वीं बरसी पर हुई सुरक्षा में चूक
मास्टरमाइंड ललित झा ने कर्तव्य पथ पुलिस थाने में किया सरेंडर

नई दिल्ली 14 दिसंबर: संसद की सुरक्षा में सेंध (Parliament Security Breach) लगाने के मास्टरमाइंड ललित झा (Lalit Jha Arrested) ने दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. ललित झा ने गुरुवार देर रात सरेंडर किया. ललित झा ने लोकसभा में दो युवकों के उत्पात मचा कलर स्मोक स्प्रे छोड़ने का वीडियो शेयर किया था. मामले के 4 आरोपितों को 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया.
संसद भवन पर हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा में घुसकर स्मोक गन चलाने का षड्यंत्र ललित झा का ही था. पुलिस ने उसके 4 साथियों को बुधवार को ही गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन मास्टरमाइंड ललित झा भागा हुआ था. ललित झा ने एक व्यक्ति महेश के साथ कर्तव्य पथ थाने पहुंच सरेंडर किया. नई दिल्ली जिला पुलिस ने उसे स्पेशल सेल के हवाले कर दिया है.

पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, ललित झा ने इस षड्यंत्र में शामिल लोगों को कॉल कर गुरुग्राम में मीटिंग बुलाई थी. हमले से पहले ललित झा सभी के मोबाइल फोन से सारे प्रमाण मिटाता भाग गया.ललित झा की लोकेशन आखिरी बार राजस्थान के नीमराना में पता चली. जानकारी के मुताबिक, ललित झा वनवासियों में काम करने वाले एक NGO से जुड़ा था.

4 आरोपितों को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा

बुधवार को संसद में और बाहर पकड़े गए चारों आरोपितों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने चारों को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. पुलिस ने आरोपितों के लिए 15 दिन की रिमांड मांगी थी. इस मामले में एक और विक्की शर्मा को भी सपत्नीक हिरासत में लिया गया था. विक्की शर्मा के घर पर ही सभी आरोपित रुके हुए थे. पूछताछ कर पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया.

विक्की शर्मा के घर पर रुके थे सभी आरोपित
रिपोर्ट के मुताबिक आरोपित सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम आजाद और अमोल शिंदे दिल्ली जाने से पहले गुरुग्राम में विक्की शर्मा के घर सेक्टर 7 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रुके थे. इनके साथ ललित झा भी था. दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन सभी की एक-दूसरे से मुलाकात ऑनलाइन साइट पर हुई थी. सभी ने मिलकर संसद में हंगामे की योजना बनाई.

पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि सागर शर्मा UP के लखनऊ निवासी है. डी मनोरंजन कर्नाटक के मैसुरु का निवासी है. दोनों लोकसभा के अंदर थे और उत्पात मचाते हुए पीला धुआं छोड़ा था. दोनों को भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के ऑफिस से विजिटर्स पास मिला था. संसद के बाहर पकड़ी गई नीलम आजाद हरियाणा के हिसार की है. चौथा आरोपित अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का है.
पढ़े लिखे हैं सभी आरोपित
चारों आरोपित पढ़े लिखे हैं. नीलम 42 साल की टीचर है, सिविल सेवा की पढ़ाई कर रही है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि ललित झा ने सागर शर्मा, मनोरंजन डी, नीलम और अमोल शिंदे और विक्की शर्मा को बुधवार सुबह गुरुग्राम बुलाया था.

संसद में स्मोक अटैक के बाद ललित झा ने जिसे भेजा वीडियो, उसने बताई कई बातें
संसद की सुरक्षा में चूक की बड़ी घटना हुई. बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही में दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए. उन्होंने नारेबाजी की और केन से पीले रंग का धुआं फैला दिया. इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड ललित झा बताया जाता है।

पूछताछ में पता चला है कि ललित झा के कहने पर 13 दिसंबर की तारीख तय हुई थी. ललित झा ने ही कलर अटैक का वीडियो मोबाइल में शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया. ललित झा से जुड़ी वेस्ट बंगाल के NGO की भी पड़ताल शुरू हो गई है. इसे फंड कहां से मिलता है, इसकी भी जांच होगी. इसी NGO में ललित झा जनरल सेक्रेटरी है.

इस बीच खुलासा हुआ है कि संसद पर स्मोक अटैक के बाद ललित झा ने पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी नीलाक्षा एच को वीडियो भेजा था. नीलाक्ष उस NGO की फाउंडर है, जिसमें ललित जनरल सेक्रेटरी है. खास बातचीत में नीलाक्ष ने कहा कि ललित कोलकाता का रहने वाला है.

कल की घटना के बाद ललित ने नीलाक्ष को वीडियो भेज उसके मीडिया कवरेज को कहा. नीलाक्ष ने ललित से डिटेल मांगी, लेकिन उसे कोई जवाब नहीं दिया. नीलाक्ष से क्या बातचीत हुई, जानिए…

प्रश्न: इस आदमी ने आपको कल वीडियो भेजा था. उसने आपको वीडियो क्यों भेजा?
नीलाक्ष: मुझे भी नहीं पता. उसने मुझे फोन कर वीडियो भेजा. उन्होंने कहा, कृपया इस वीडियो का मीडिया कवरेज करायें और इस वीडियो को सेव कर लें. मैंने वीडियो पहले डाउनलोड किया.मुझे स्थिति समझ में नहीं आ रही है. फिर मैंने उससे पूछा कि ये वीडियो किसका है. ये कहां पर हुआ? फिर किसी ने मुझसे आगे संपर्क नहीं किया.
प्रश्न: आप लोगों का ललित से परिचय कहां हुआ?
नीलाक्ष: अप्रैल महीने में मैं उनसे सेंट्रल कोलकाता में एक सेमिनार में मिला. मैं उसे उस स्रोत के माध्यम से जानता हूं.
प्रश्न: जब आपने उनसे बात की तो क्या उन्होंने कभी संसद पर हमले की किसी योजना पर चर्चा की?
नीलाक्ष : नहीं बिल्कुल नहीं. हमारे एनजीओ से वह जुड़ा हुआ था, वह पूरी तरह से एक सामाजिक कार्य संगठन है. हम शिक्षा पर काम करते हैं. जनजातीय लोगों के बीच हमने शिक्षा का प्रसार किया. उस मंच पर हमने कभी भी ऐसी किसी योजना पर चर्चा नहीं की.
प्रश्न: जो व्यक्ति आपको 3-6 महीने से जानता हो,वह इतना संवेदनशील वीडियो कैसे भेज सकता है? सारी जांच में आपका नाम आ रहा है.
नीलाक्ष: वह तो मैं देख रहा हूं.मैंने देखा कि उसने कई प्लेटफॉर्म पर वीडियो भेजा है.उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक,इंस्टाग्राम से ऐसा वीडियो पोस्ट किया है.मुझे लगता है कि उसी सिलसिले में उन्होंने मुझे वीडियो भेजा है.
प्रश्न: झा का पूरा नाम क्या है?
नीलाक्ष: ललित झा. वह कोलकाता में रहता है. कोलकाता में कहां, मुझे नहीं पता.
प्रश्न: वह क्या करते हैं?
नीलाक्ष: उसने मुझे कभी नहीं बताया कि वह क्या करता है. उन्होंने मुझे कभी नहीं बताया कि उनका पेशा क्या है.
प्रश्न: आपको/किसी पुलिस को किसने बुलाया?
नीलाक्ष: खुद को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ललित मोहन नेगी बताने वाले एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया और कहा कि इस मामले में किसी से बात न करें और मुंह बंद रखें.

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