उत्तराखंड कोरोना 29 मई: नये केस1687, डिस्चार्ज 4446, मौतें 58

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कोरोना के 1687 पॉजिटिव केस मिलने से रफ्तार पर लगा ब्रेक, लेकिन कोविड मौतों का बैकलॉग जारी
देहरादून 28मई । उत्तराखंड में शनिवार को कोरोना के 1687 नए मरीज मिले जबकि 58 मरीजों की मौत हो गई। राज्य में संक्रमण में कमी के बावजूद मौत के आंकड़ों में सुधार नहीं हो पा रहा है। यही नहीं पिछले दिनों हो चुकी मरीजों की मौत के आंकड़े भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार शनिवार को राज्य में 58 मरीजों की मौत हुई जबकि 41 पिछले दिन हुई मौतों के आंकड़े स्टेट कंट्रोल रूम को दिए गए। शनिवार को सबसे अधिक नौ मरीजों की मौत हिमालयन हॉस्पिटल में हुई है। इसके अलावा राज्य के कई अन्य अस्पतालों में भी मरीजों की मौत हुई है। यूएसनगर के अस्पतालों ने शनिवार को तीस जबकि चम्पावत से छह और हरिद्वार के अस्पतालों ने पूर्व में हो चुकी तीन मौतों का ब्योरा कंट्रोलरूम को भेजा है। राज्य में मरने वालों की कुल संख्या 6360 हो गई है।

1687 नए रोगी 4446 ठीक हुए

बुलेटिन के अनुसार शनिवार को राज्य के सभी जिलों में मिलाकर 1687 नए मरीज मिले जबकि इसके दोगुने से अधिक मरीज 4446 ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। इससे राज्य में कुल मरीजों का आंकड़ा तीन लाख 27 हजार हो गया है। जबकि अभी तक दो लाख 82 हजार के करीब मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 31 हजार के करीब रह गई है। शनिवार को 37 हजार के करीब सैंपलों की रिपोर्ट आई जबकि 32 हजार सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

ब्लैक फंगस के इंजेक्शन से राहत,18 से 44 आयु वर्ग के लिए नहीं पहुंची वैक्सीन की खेप

प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन राहत की बात ये है कि ब्लैक फंगस के इंजेक्शन प्रदेश में उपलब्ध हैं। वहीं, चिंता की बात ये है कि 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीन खत्म हो गई है।
उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए 15 हजार एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन मिलने से राहत मिली है, लेकिन कोविड वैक्सीन का संकट है। 18 से 44 आयु वर्ग के लिए वैक्सीन खत्म हो गई है। वहीं, 45 से अधिक आयु वर्ग के लिए दूसरी डोज लगाने को 84 दिन का समय तय होने से फिलहाल इस श्रेणी के लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग रही है।
ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर स्थित वीएचबी मेडिसाइंसेज फार्मा कंपनी से 15 हजार एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन मिलने के मरीजों के इलाज में राहत मिली है, लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान में वैक्सीन किल्लत है।

18 से 44 आयु वर्ग के लिए प्रदेश के अधिकांश जिलों में वैक्सीन न होने से टीकाकरण बंद हो गया है। हालांकि 25 मई को स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से कोविशील्ड वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट को 1.41 लाख वैक्सीन के भुगतान को लेकर पत्र भेजा गया, लेकिन अभी तक कंपनी से वैक्सीन की खेप नहीं पहुंची है।

ये वैक्सीन 18 से 44 आयु वर्ग को लगाई जानी है। वैक्सीन की सबसे ज्यादा खपत इसी आयु वर्ग में है। वहीं केंद्र सरकार ने 45 से ऊपर के लोगों को दूसरी डोज लगाने के लिए 84 दिन का समय तय किया है। जिससे दूसरी डोज लगाने वालों की संख्या कम होने से पहली डोज लगाने के लिए वैक्सीन उपलब्ध है।

524 केंद्रों पर 17629 को लगी वैक्सीन

प्रदेश में शुक्रवार को 524 केंद्रों पर टीकाकरण किया गया है। जिसमें 17629 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। हालांकि केंद्रों की संख्या तो बढ़ी है। लेकिन वैक्सीन लगाने वालों की संख्या कम हुई है। पूर्व में एक दिन में 40 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगाई जा रही थी।

ब्लैक फंगस के 15 हजार इंजेक्शन मिलने से प्रदेश में अब कोई कमी नहीं है। केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन का शेड्यूल भेजा है। जिसके अनुसार तीन व चौथे दिन में वैक्सीन मिल रही है। इसके अलावा सरकार की ओर से भी वैक्सीन खरीदी जा रही है। जल्द ही वैक्सीन प्रदेश को उपलब्ध होगी।
– अमित सिंह नेगी, सचिव स्वास्थ्य

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