लव जिहाद: मुन्ना महतो बन नेपाल से बच्ची नैनीताल बहका लाया इस्राफील अंसारी

Haldwani News: हिंदू बनकर नेपाल से भगा लाया नाबालिग,मंदिर में रचाई शादी-पुलिस कर रही पूछताछ
मिशन मुक्ति फाउंडेशन ने नेपाली दूतावास व राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की मदद से नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा से संपर्क किया। सभी ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और छह मार्च को लड़की को भीमताल से बचा लिया और अंसारी को भी पकड़ लिया। उसके विरुद्ध दुष्कर्म,अपहरण, पॉक्सो एक्ट व बाल विवाह प्रतिशोध अधिनियम में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

हल्द्वानी 09 मार्च 2024। नेपाल के एक मुस्लिम युवक ने नाम बदलकर वहां की नाबालिग लड़की से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की। फिर उसे प्रेमजाल में फंसाकर भारत भगा ले आया। यहां घोड़ाखाल मंदिर में उससे शादी भी रचा ली। उसे पकड़ कर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ घोड़ाखाल मंदिर से भी होनी चाहिए जिसने अंसारी की पहचान और लड़की की आयु से बेपरवाह शादी करा दी।

नाबालिग के परिवार की शिकायत पर 47वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल रक्सौल (बिहार),मिशन मुक्ति फाउंडेशन दिल्ली, जिला बाल कल्याण समिति नैनीताल व उत्तराखंड पुलिस के सर्च अभियान के बाद भीमताल के ढुंगशिल से मुस्लिम युवक को पकड़ लिया। उससे पूछताछ की जा रही है।

इंस्टाग्राम पर की दोस्ती
मिशन मुक्ति फाउंडेशन, दिल्ली के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 24 वर्षीय मोहम्मद इसराफिल अंसारी उर्फ दारा अंसारी नेपाल के परसाबीर गंज में रहता है। उसने वहीं की एक 16 वर्षीय किशोरी से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की। उसने लड़की को अपना नाम मुन्ना कुमार महतो बताया। उसे प्रेमजाल में फंसाकर शादी करने के बहाने 11 दिसंबर को नेपाल से भगाकर उत्तराखंड ले आया। इधर, जब नाबालिग लापता हुई तो परिवारवालों ने तलाश शुरू की।

वाट्सअप कॉल के बाद शुरू हुई जांच

महीने भर बाद एक भारतीय नंबर से लड़की की मां के पास वाट्सअप कॉल कर कहा गया कि लड़की को भूल जाओ। इसके बाद लड़की की मां ने एसएसबी की मानव तस्करीरोधी इकाई क्षेत्रीय मुख्यालय बेतिया बिहार को सूचना दी। नेपाल के राजदूतावास की ओर से नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा गया। इधर,एसएसबी को मोहम्मद इसराफिल की उत्तराखंड के भीमताल में छिपे होने की जानकारी मिली।

बचाव अभियान में बची जान
एसएसबी की सूचना पर मिशन मुक्ति फाउंडेशन ने नेपाली दूतावास व राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की मदद से नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा से संपर्क किया। सभी ने मिलकर बचाव अभियान चलाया और छह मार्च को लड़की को भीमताल से बचा लिया गया और अंसारी को भी पकड़ लिया गया। उसके विरुद्ध दुष्कर्म,अपहरण,पॉक्सो एक्ट व बाल विवाह प्रतिशोध अधिनियम में प्राथमिकी लिखी गई है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

घर में भूला फोन,तब नाबालिग को मुस्लिम होने का चला पता
जिला बाल कल्याण समिति ने किशोरी की काउंसलिंग की। उसने टीम को बताया कि वह नेपाल के शिवपुर निवासी है। एक दिन इसराफिल अपना फोन घर में भूल कर बाहर चला गया। तभी उसके एक रिश्तेदार ने फोन कर कहा कि मोहम्मद इसराफिल अंसारी से बात कराओ। इससे पहले उसका नाम मुन्ना महतो पता था। तब होश में आई लड़की ने वाट्स एप काल पर अपनी मां से संपर्क किया जिन्होंने नेपाली अथारिटी से बात की।

पहले भी भगा कर शादी कर छोड़ चुका दो लड़कियां 

नाबालिग ने उसे मुन्ना समझा था और उसके बहकावे में आकर अपना परिवार और घर-बार तक छोड़ दिया,लेकिन जब असलियत सामने आई तो उसके पांवों तले जमीन खिसक गई.समझ में आया कि वो लव जिहाद का शिकार हो गयी है.आखिरकार एसएसबी ने उसे इसराफिल के चंगुल से मुक्त कराया और उसके घर पहुंचाया,

इंस्टाग्राम पर हुई दोस्तीः जानकारी के मुताबिक नेपाल की नाबालिग लड़की का इंस्टाग्राम से मुन्ना महतो से संपर्क हुआ. धीरे-धीरे संपर्क गहरी दोस्ती और फिर प्यार में बदल गई. दोनों ने एक-दूजे के साथ जीने-मरने की कसम खाई और एक दिन नाबालिग लड़की मुन्ना महतो के साथ घर से भाग गई.

मुन्ना ने लड़की की मां को धमकायाः नाबालिग के लापता होने के बाद उसकी मां ने काफी खोजबीन के बाद हार मान ली.लगभग एक महीने बाद मुन्ना महतो ने लड़की की मां को व्हाट्सएप कॉल करके धमकी दी और लड़की को भूल जाने की बात कही.जिसके बाद लड़की की मां ने बेतिया में एसएसबी की मानव तस्कर रोधी इकाई के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा से संपर्क किया.

उत्तराखंड में मिली नाबालिगः मां की शिकायत पर सक्रिय हुई एसएसबी की टीम ने जांच शुरू की तो मुन्ना के मोबाइल की लोकेशन उत्तराखंड के भीमताल में ट्रेस हुई, जिसके बाद एसएसबी ने मिशन मुक्ति फाउंडेशन दिल्ली के सहयोग से उतराखंड के भीमताल से लड़की को बरामद किया.साथ ही मुन्ना महतो बनकर लड़की को भगाने वाले इसराफिल अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया.

इंस्टाग्राम पर मुन्ना, असल में इसराफिलः रेस्क्यू के बाद नाबालिग ने जो कहानी बताई वो लव जिहाद के खेल की ओर इशारा करती है. नाबालिग के मुताबिक “इसराफिल से उसका परिचय सोशल मीडिया पर हुआ तब वो उसे मुन्ना महतो समझ रही थी. मुन्ना महतो के बहकावे में घर से भागकर वो भारत चली आई और उसके साथ रहने लगी.”

एक फोन कॉल से हुआ खुलासाः नाबालिग ने बताया कि “एक दिन मुन्ना अपना फोन घर में ही भूलकर बाहर चला गया. तभी उसके एक रिश्तेदार का फोन उसके मोबाइल पर आया. लड़की ने मोबाइल उठाया तो उधर से किसी ने पूछा कि इसराफिल अंसारी कहां है ? तब लड़की के सामने सच्चाई आई. लड़की ने बताया कि “इसराफिल उसे अगले महीने केरल ले जाने वाला था.”

सलाखों के पीछे पहुंचा इसराफिलः फिलहाल आरोपित इसराफिल अंसारी सलाखों के पीछे पहुंच चुका है और उत्तराखंड पुलिस घटना की जांच में जुट गई है. पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर इसराफिल नाबालिग को केरल क्यों ले जाना चाह रहा था. जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि इसराफिल इससे पहले भी दो लड़कियों को अपने जाल में फंसा चुका है और दोनों से शादी करने के बाद उन्हें छोड़ चुका है.समझा जाता है कि अंसारी बाकायदा मानव तस्करी का धंधा चला रहा है। अब कायदे से उन दोनों लड़कियों का क्या हुआ,यह पड़ताल होनी चाहिए कि कहीं उन्हें देहव्यापार में तो नहीं धकेल दिया गया?

लगातार आ रहे ऐसे मामले
ये मामला तो पड़ोसी देश नेपाल से जुड़ा है,लेकिन हिंदुस्तान के कई हिस्सों से भी लव जिहाद के केस लगातार सामने आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर अलग नाम से प्रोफाइल बनाकर लड़कियों को अपने चंगुल में फंसाया जा रहा है.बहकावे में आकर लड़कियां घर-परिवार छोड़ देती हैं और जब सच्चाई पता चलती है तो बस रह जाता है पछतावा।

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