कुंभ में गैरजरूरी रोक-टोक नहीं लेकिन दिशा निर्देश पालन करेंगे सुनिश्चित:तीरथ

*कुम्भ मेले में सभी व्यवस्थाएं पुख्ता: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत*

*केंद्र की गाईडलाईन के अक्षरशः पालन के साथ संतों और श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ख्याल।
*मुख्यमंत्री ने वर्चुअल प्रेस वार्ता में मीडिया को दी जानकारी।*

देहरादून 01 अप्रैल। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वर्चुअल प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि दिव्य,सुंदर,स्वच्छ और सुरक्षित कुम्भ का आयोजन कराने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से संकल्पबद्ध है। भारत सरकार की गाईडलाईन का पूरा पालन किया जाएगा, साथ ही इस बात की भी पूरी कोशिश की जा रही है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गैरजरूरी रोकटोक का सामना न करना पड़ा। साधु संतों और श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह से चाकचौबंद की गई है। बसों की संख्या भी बढ़ाई गई है। राज्य सरकार की व्यवस्थाओं से संत महात्मा और श्रद्धालु उत्साहित हैं। पिछले स्नान में पहली बार हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई।

*

केंद्र से मिला पूरा सहयोग,सैंकडों करोड़ के अवस्थापनात्मक और विकास कार्य हुए*

कुम्भ मेले में कराए गए विभिन्न कार्यों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि विभिन्न विकास कार्यों के साथ ही भारत सरकार ने कुम्भ मेला के लिए 700 करोड़ रूपए की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। नमामि गंगे से सफाई व्यवस्था (शौचालय तथा डस्टबिन) के दृष्टिगत 58 करोड़ रूपए की धनराशि उपलब्ध कराई गयी, जिससे 11800 अस्थाई शौचालय एवं 6674 मूत्रालयों की स्थापना की गयी है। नमामि गंगे से सुन्दर कुम्भ मेला की दृष्टि से 01 करोड़ रूपए की धनराशि पेन्ट माई सिटी कैम्पेन के अन्तर्गत उपलब्ध कराई गयी। नमामि गंगे से 78 चेजिंग रूम हेतु 50 लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई गयी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थाई रूप से 09 स्नान घाटों एवं आस्था पथ हरिद्वार व मुनिकीरेती लागत 4964.65 लाख रुपए का निर्माण कराया गया, घाटों की कुल लम्बाई 1133 मीटर एवं आस्था पथ की लम्बाई 2405 मीटर है। आस्थापथ ऋषिकेश का पुनरोद्धार एवं बाढ़ सुरक्षा कार्य-लागत 1157 .65 लाख रुपए का कार्य कराया गया है, जिसकी कुल लम्बाई 2.08 किलोमीटर है। स्थाई रूप से कुल 157.65 किलोमीटर सड़कों लागत 12751.26 लाख रुपए का निर्माण कराया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थाई रूप से 08 स्थाई सेतुओं लागत 6398.50 लाख रुपए का निर्माण कराया गया है, जिनकी कुल लम्बाई 541 मीटर है। पेयजल व्यवस्था के लिए 04 आई वैल, 01 आर०बी०एफ० तथा 04 ट्यूबवैल कुल लागत 1216 लाख रुपए का निर्माण कराया गया, जिससे कुल 19.18 एम.एल.डी. अतिरिक्त पेयजल प्राप्त होगा। 8.5 किलोमीटर नई सीवर लाईन लागत 487 लाख रुपए की बिछाई गयी, जिससे 2312 परिवार लाभान्वित हुये। 25 किलोमीटर भूमिगत केबल परियोजना लागत 301 करोड़ रूपए का कार्य कराया गया जिससे 22500 उपभोक्ता लाभान्वित हुयें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सौन्दर्यीकरण के दृष्टि से 15 चौराहों का 600 लाख तथा 123 पार्को का 1100 लाख रुपए से सौन्दर्यीकरण कार्य कराया गया। सफाई व्यवस्था के दृष्टिगत लगभग 9000 स्वच्छकों की तैनाती मेलावधि में की जा रही है। हर की पैडी का जीर्णोद्धार एवं रोडी बेलवाला का स्थल विकास 34 करोड रूपए से कराया गया। मीडिया कर्मियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त मीडिया सैन्टर लागत 257.51 लाख रुपए से स्थापना किया गया है।

*कुम्भ में स्वास्थ्य सुविधाओं और क्राउड मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान*

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। 150 बैड अस्पताल 222.02 लाख रुपए से स्थापित की गयी है। उत्तर प्रदेश से डाक्टर, नर्स एवं अन्य मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गयी है। 463 बैड क्षमता के 39 अस्थाई चिकित्सालयों हेतु उपकरण, दवाईयां, मक्खी – मच्छर नियंत्रण एवं अस्थाई कार्मिकों, श्रमिकों की व्यवस्था हेतु लगभग 7015.83 लाख रुपए की व्यवस्था की गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्राउड मैनेजमेंट पर भी खासतौर पर फोकस है। भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा हेतु पुलिस सर्विलांस सिस्टम 17.34 करोड़ रूपए से स्थापना की गयी है। कुम्भ मेला अवधि हेतु लगभग लागत 118.39 लाख रुपए से अस्थाई नेत्र कुम्भ की स्थापना की गयी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *