डायलॉग डिलीवरी भर नहीं है योगी का ‘ मिट्टी में मिला देंगें ‘ शुरू हो चुका एक्शन

पहले मुख्तार अंसारी के शूटर, अब अतीक अहमद का गैंग… योगी के ‘एनकाउंटर एक्सप्रेस’ से बचना नामुमकिन है!

उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक क्रिमिनल्स के एनकाउंटर हो रहे हैं। दो दिन पहले उमेश पाल हत्याकांड में 7 बदमाशों के नाम सामने आए थे जिनमें से एक की पहचान अतीक अहमद के बेटे के रूप में भी हुई। पुलिस ने इस हत्यकांड के 3 दिन के अंदर एक आरोपी का एनकाउंटर भी कर दिया। यूपी पुलिस ने पहले भी कई ऐसे एनकाउंटर किए और अपराधियों और माफियाओं को लेकर अपनी मंशा साफ की है।

हाइलाइट्स
उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक एनकाउंटर
अपराधियों के खिलाफ सरकार का सख्त रुख
मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद निशाने पर
लखनऊ पहली मार्च। ‘अपराधियों और माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा’… उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ये बयान सिर्फ शब्दों तक ही सीमित नहीं है। ये सिर्फ डॉयलॉग नहीं है ये बात उमेश पाल हत्याकांड के आरोपित के एनकाउंटर के बाद काफी हद तक सही साबित होती नजर आ रही है। राजू पाल हत्याकांड के इकलौते गवाह उमेश पाल की दो दिन पहले दिन दहाड़े बम और गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। प्रयागराज में हत्या हुई तो गूंज पूरे प्रदेश में सुनाई दी। सवाल सरकार पर उठे, कि आखिर ये कैसी व्यवस्था जिसमें दिन दहाड़े एक गवाह को मौत के घाट उतार दिया जाता है।

उत्तर प्रदेश में अपराधियों को लेकर जीरो टॉलरेंस!

बस फिर क्या था। उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ-साथ खुद मुख्यमंत्री भी एक्शन में आते हैं और आरोपितों को जल्द से जल्द मिट्टी में मिलाने की बात होती है। शुक्रवार को उमेश पाल की हत्या हुई और सोमवार के दिन यानी तीन दिन के अंदर हत्या के एक आरोपित अरबाज को मार गिराया जाता है। दरअसल जिन लोगों ने उमेश पाल की हत्या की वो अतीक अहमद के गैंग के लोग थे, यहां तक की खुद अतीक अहमद का बेटा उस कार में सवार था जिसमें बैठकर बदमाशों ने उमेश पाल पर गोलियां बरसाईं।

तीन दिन के अंदर आरोपित का एनकाउंटर

इस हत्याकांड के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के निशाने पर जो सबसे पहले आता है वो शूटर अरबाज। अरबाज को धूमनगंज के नेहरू पार्क इलाके में एनकाउंटर किया गया। अरबाज ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू की जिसके बाद पुलिस ने उसके पैर में गोली मार दी। अरबाज को अतीक अहमद बेहद खास शूटर माना जाता है।पुलिस ने अतीक अहमद गैंग के गैंग के एक और व्यक्ति को बंदी किया है जिसका नाम सदाकत है। ये भी उन सात आरोपितों में शामिल है जिन्होंने उमेश पाल की हत्या की।

योगी आदित्यनाथ का अपराधियों पर कठोर रुख

योगी आदित्यानाथ उत्तर प्रदेश के माफियाओं को लेकर शुरू से ही बेहद कठोर नीति अपनाये हुए  हैं। वो कई बार इस बात को कह चुके हैं कि अपराधियों को नहीं छोड़ा जाएगा। 2017 से लेकर अब तक उत्तर प्रदेश में 172 इनामी बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। इनमें अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के कई शूटर भी शामिल हैं। योगी सरकार के आने के बाद से मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर लगातार पकड़ बढ़ती चली गयी। एक तरफ इनकी अवैध संपत्तियां छुडाई गयी तो दूसरी तरफ इनके शूटर्स को मारकर या बंदी कर इन्हें कमजोर किया गया।

मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद निशाने पर!

साल 2021 में मुख्तार अंसारी के बेहद खास शूटर अलीशेर उर्फ डॉक्टर को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। अली शेर आजमगढ निवासी था और उसे मुख्तार अंसारी का काफी विश्वासी शूटर माना जाता था। लखनऊ के मड़ियांव इलाके में यूपीएसटीएफ और 2 बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इन्हीं बदमाशों में से एक था अली शेर। इस मुठभेड़ में कई राउंड गोलियां चली, जिसके बदमाश दोनों बदमाश घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई। अली शेर के अलावा इस एनकाउंटर में जो दूसरा बदमाश ढेर हुआ था उसका नाम कामरान था। अली शेर मुख्तार का शार्प शूटर था। उसके ऊपर एक लाश का ईनाम भी घोषित था।

मुश्किल में उत्तर प्रदेश माफियाओं का गैंग

2017 के बाद अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी गैंग के कई गुर्गे गिरफ्तार भी हो चुके हैं। अभी करीब 6 महीने पहले ही मुख्तार अंसारी के एक शार्प शूटर रवि को लखनऊ के अलीगंज से गिरफ्तार किया गया। वो पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया था जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। रवि पर एक पत्रकार की हत्या के आरोप लगे थे। रवि पर भी 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
Atiq Ahamad And Mukhtar Ansari Shooter Encounter

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *