चीमा का चुनावी राजनीति से संन्यास, बेटे को मांगा भाजपा से काशीपुर का टिकट

विधायक हरभजन सिंह चीमा अपने बेटे के साथ पत्रकार वार्ता करते हुए

काशीपुर08 अक्टूबर।भाजपा के वरिष्ठ विधायक हरभजन सिंह चीमा साल 2022 में होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए विधायक चीमा ने भाजपा हाईकमान से बेटे त्रिलोक सिंह चीमा के लिए टिकट मांगा है। चीमा ने कहा है कि वह अपने बेटे त्रिलोक को भाजपा में शामिल कराकर काशीपुर से भाजपा का टिकट दिलाने के लिए प्रयास करेंगे।

विधायक चीमा शुक्रवार को अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब हुए। चीमा ने कहा कि उनकी आयु लगभग 76 वर्ष हो गई है। पार्टी आमतौर पर 75 से ऊपर आयु के लोगों को टिकट नहीं देती है। लिहाजा, वे खुद ही इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे। विधायक चीमा ने कहा कि वह काशीपुर सीट से अपने बेटे त्रिलोक सिंह चीमा की दावेदारी पेश कर रहे हैं। कहा कि त्रिलोक सिंह उनके साथ लंबे समय से राजनीतिक अनुभव ले चुके हैं। उनके हर चुनाव में बेटे त्रिलोक का अहम योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से 20 वर्ष तक वह काशीपुर विधानसभा क्षेत्र की सेवा करते रहे हैं, वैसे ही त्रिलोक भी उनके पदचिह्नों पर चलते हुये यहां की सेवा के लिए तत्पर हैं। वहीं भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय या अकाली दल से चुनाव लड़ने के सवाल पर चीमा ने कहा, वह भाजपा से टिकट मिलने पर ही बेटे को चुनाव मैदान में उतारेंगे।

विधायक चीमा ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा ने लगातार चार चुनावों में टिकट देकर उन पर भरोसा जताया। वह हमेशा ही पार्टी के साथ जनता की अपेक्षाओं पर भी खरे उतरे।

भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा बेटे के साथ

75 साल की आयु पूरी कर चुके उत्तराखंड में काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा ने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया है। चीमा ने कहा कि काशीपुर सीट से भाजपा के टिकट के लिए वह अपने पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा की दावेदारी पेश करेंगे। जल्द ही त्रिलोक भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगें।

विधायक चीमा ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा ने लगातार चार चुनावों में टिकट देकर उन पर भरोसा जताया। वह हमेशा ही पार्टी के साथ जनता की अपेक्षाओं पर भी खरे उतरे। खासकर क्षेत्र को गुंडई और रंगदारी से मुक्त कराने में उन्होंने प्रभावी भूमिका निभाई। उन्होंने विकास के नए आयाम स्थापित किए। कभी पार्टी लाइन से हटकर काम नहीं किया।

चीमा ने कहा कि पार्टी आमतौर पर 75 साल से ऊपर आयु के लोगों को टिकट नहीं देती। ऐसे में वह अब अपने लिए टिकट नहीं मांगेंगे। उनके 52 वर्षीय पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा उद्यमी है। उनमें सोशल प्लेटफार्म पर काम करने की काफी ललक है।

उनकी इच्छा को देखते हुए वह पार्टी हाईकमान के समक्ष उनके लिए टिकट की दावेदारी करेंगे।  त्रिलोक सिंह भी उनका अनुसरण कर जनता की सेवा में लगे रहेंगे।

बेटे की दावेदारी से लोग नाराज नहीं

विधायक चीमा ने कहा कि उनके बेटे के काशीपुर सीट से टिकट की दावेदारी को लेकर कोई नाराज नहीं होगा। अन्य लोगों की दावेदारी के सवाल पर बोले, दावेदारी कई लोग करते हैं, लेकिन भाजपा का टिकट जिसे भी मिलेगा उसे पार्टी के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव लड़ायेंगे।

मोदी की विचारधारा से हूं प्रभावित: त्रिलोक

पत्रकार वार्ता में मौजूद त्रिलोक सिंह चीमा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा से बेहद प्रभावित हैं। कृषि क्षेत्र के बारे में कहा कि इस समय कृषि सेक्टर खतरे में है। कृषि कानूनों के सवाल पर बोले, अगर इसमें कोई समस्या है तो उसे मिल-जुलकर हल करना होगा। किसान आंदोलन से किसानों की नाराजगी के बारे में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जायेगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *