अंकिता केस से हटाया डीएसपी नूर मुस्तफा, हत्यारे शाहरूख को पोस्को से बचाने की थी कोशिश

16 साल की अंकिता को पुलिस ने 19 का बनाया, CWC ने लिया संज्ञान

झारखंड के दुमका में एक लड़की की निर्मम हत्या कर दी गई ( आरोपित और लड़की की फाइल फोटो )

Ankita Murder Case Dumka: झारखंड के दुमका में शाहरुख नाम के युवक ने वहशीपन में 12वीं छात्रा रही करीब 16 वर्षीय नाबालिग को जिंदा जला दिया था. अस्पताल  में उसकी मौत हो गई थी. 12वीं की मार्कशीट में अंकिता की उम्र 15 वर्ष 9 महीना 2 दिन की थी.

रांची 31 अगस्त. दुमका की अंकिता हत्याकांड पर बाल कल्याण समिति (CWC, Child Welfare Committee) ने कहा है कि क्लास 12 की छात्रा अंकिता नाबालिग थी.अंकिता के हत्यारों पर पोक्सो एक्ट में कार्रवाई हो.अंकिता की हाईस्कूल मार्कशीट पर अंकित जन्मतिथि से वह मात्र 16 साल की थी.सीडब्ल्यूसी ने एफआईआर में पोक्सो एक्ट जोड़ने को कहा है.  अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में सीडब्ल्यूसी की चार सदस्यीय टीम ने सोमवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात कर मार्कशीट हासिल कर कहा कि अंकिता की मार्कशीट में उसका जन्म 26 नवंबर 2006 का था. डॉक्यूमेंट्स के आधार पर नाबालिग थी. इसलिए इसमें POCSO अधिनियम की धाराएं लागू होती हैं. हालांकि, पुलिस का दावा है कि अंकिता ने मौत के पहले अपने मजिस्ट्रेटी बयान में उम्र 19 साल बताई थी, लेकिन सीडब्ल्यूसी रिपोर्ट से मृतका की उम्र को ले नया मोड़ आ गया . वहशी शाहरुख ने 23 अगस्त को सोती अंकिता पर पेट्रोल डाल आग लगा दी थी. अंकिता 95 प्रतिशत जली थी. इलाज रांची रिम्स में हुआ, पांच दिन जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर अंकिता ने शनिवार रात 2 बजे दम तोड़ दिया।

रघुबर दास बोले- लव जिहाद से डेमोग्राफी बदलने का प्रयास

 

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि दुमका घटना से मानवता, समाज और झारखंड लज्जित हुआ है. राज्य में आदिवासी बच्चियों, महिलाओं से ऐसे 1000 से ज़्यादा मामले हुए हैं. यह साधारण नहीं है । समुदाय विशेष लव जिहाद से डेमोग्राफी बदलने को आमादा हैं.

शिवेसना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस तरह की खबरें बार-बार पढ़ना घृणित हैं. ऐसे अपराधों पर जीरो टॉलरेंस हो. वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ये बेहद दयनीय है, आप महिलाओं को जबरदस्ती शादी को नहीं मनवा सकते और इसलिए उस बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी. हमने DGP से 7 दिन में रिपोर्ट मांगी है.

बता दें कि दुमका की रहने वाली अंकिता को 22 अगस्त को वहशी शाहरुख  ने जिंदा आग के हवाले कर दिया था.  पांच दिन बाद एम्स रांची में अंकिता ने दम तोड़ दिया. अंकिता पर शाहरुख ने फोन पर बात करने का दबाव बनाया था. शाहरुख का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस कस्टडी में वह मुस्कुरा रहा है.

वीडियो को शेयर करते हुए लोगों ने शाहरुख की ‘बेशर्म हंसी’ पर सवाल उठाया. ट्विटर पर वीडियो शेयर कर लोगों ने लिखा, ‘शाहरुख की बेशर्म हंसी से साफ है कि अंकिता की हत्या का उसे कोई पछतावा नहीं है.’ फिलहाल शाहरुख गिरफ्तार है और उससे हत्या में शामिल अन्य आरोपियों को लेकर पूछताछ हो रही है.

कडे सुरक्षा इंतजामों में सोमवार सुबह अंकिता का अंतिम संस्कार हुआ. शव यात्रा में हजारों लोग थे. गम और गुस्से में उसकी अंतिम विदाई हुई. अंकिता की मौत बाद दुमका समेत पूरे राज्य में विरोध हुआ . लोगों में आक्रोश है और हिन्दू संगठन सड़क पर हैं.

 

ANKITA MURDER CASE MANOJ TIWARI NISHIKANT DUBEY AND KAPIL MISHRA MET ANKITA FAMILY MEMBERS ASSURED OF HELP BRUK
अंकिता के परिजनों से मिले मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे और कपिल मिश्रा, ₹28 लाख की सहायता राशि सौंपी

मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे और कपिल मिश्रा ने अंकिता के आवास पहुंच उनके परिजनों से मुलाकात की।
बीजेपी नेताओं के आने पर दुमका में सुरक्षा बढ़ायी गयी. अंकिता के घर पर अधिकारी भी पहुंचे हैं. भीड़ देख आवास की सुरक्षा भी बढी है. शहर में रैपिड एक्शन फोर्स फ्लैग मार्च कर रही हैं,  जिला पुलिस बल भी काफी संख्या में है. अंकिता की मौत के बाद उसके परिवार से लोगों का मिलना जारी है. इसी क्रम में बुधवार को बीजेपी से सांसद मनोज तिवारी, सांसद निशिकांत दुबे और कपिल मिश्रा अंकिता के परिजनों से मिले. अंकिता के परिजनों को डेलीगेशन ने  ₹28 लाख की सहायता राशि दी. भाजपा सांसद और कपिल मिश्रा ने इसे मात्र हत्या की बजाय  साफ षड्यंत्र बताया जिसके तार बांग्लादेश से भी जुड़े हो सकते हैं.

भाजपा नेताओं के आने पर पूरे दुमका में सुरक्षा  है. अंकिता के घर अधिकारी भी हैं. भीड़ देखते आवास की सुरक्षा भी बढ़ी है. शहर में रैपिड एक्शन फोर्स के जवान फ्लैग मार्च कर रहे हैं, वहीं जिला पुलिस बल की भी काफी संख्या में तैनाती की गई है.

अंकिता के घर के पास पुलिस बल की तैनाती

शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने को लेकर दुमका एसपी अम्बर लकड़ा ने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स जमशेदपुर से बुलाई है. साथ ही साथ अन्य सुरक्षा भी है. उन्होंने इससे इनकार किया कि सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा के कारण ऐसी तैयारियां हैं. उनके अनुसार सुरक्षा की दृष्टि से यह सब किया है. अंकिता के घर पर भी भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात है.

शाहरूख ने लव जिहाद में जिंदा जला दिया था

अंकिता की तीन दिन पहले मौत हो गई थी. उसे उसके पड़ोसी शाहरुख ने जिंदा जलाया था. इससे पूरे झारखंड में आक्रोश है. इसे सरकार और पुलिस की विफलता बताया जा रहा हैं. दुमका में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम पीड़ित परिवार से बात कर जानकारी ले रही है. मामले की जांच को हेमंत सोरेन सरकार ने एसआईटी गठित की है.

 झारखंड हाईकोर्ट ने अंकिता हत्याकांड मामले में लिया स्वतः संज्ञान, डीजीपी से मांगा जवाब

दुमका की बेटी अंकिता की हत्या के बाद झारखंड हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान ले मामले में राज्य के डीजीपी से जवाब तलब किया है।

झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉक्टर रवि रंजन और न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने महाधिवक्ता को राज्य के डीजीपी को बुलाने का निर्देश दिया तो डीजीपी अदालत में उपस्थित हुए। गृह सचिव के अवकाश पर होने के कारण उनके अधिकारी अदालत  आये। अदालत ने डीजीपी से पूछा कि पीड़ित परिजन को पर्याप्त सुरक्षा  है कि नहीं?

अंकिता हत्याकांड का झारखंड HC ने लिया स्वतः संज्ञान

अदालत ने अब तक ऐसे मामलों से निपटने को उठाये  कदमों की भी जानकारी मांगी। अदालत ने पीड़ित परिजनों को पर्याप्त सुरक्षा देने को कहा।
दुमका की अंकिता को 23 अगस्त को एक जिहादी ने खिड़की से पेट्रोल छिड़क जला दिया था, उपचाराधीन पीड़िता की 28 अगस्त को मौत हो गयी । राज्य सरकार से 10 लाख रुपये की सहायता पीड़ित परिवार को मिली है।

‘अंकिता को इंसाफ दो’

राज्यपाल ने विवेकानुदान मद से 2 लाख रुपये की सहायता की बात कही। वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे और अन्य की ओर से क्राउड फंडिंग के माध्यम से 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि पीड़ित परिवार को उपलब्ध कराने की बात कही गयी । मामले में इलाके के डीएसपी नूर मुस्तफा पर भी शाहरुख को पोक्सो से बचाने को अंकिता को बालिग दर्शाने के बेहद गंभीर आरोप लगे हैं। उन्हें केस की जांच से हटा दिया गया है।

 

Jharkhand High Court Took Suo Motto In Dumka Girl Ankita Murder Case Dgp Called

 

भाजपा की मांग- ‘DSP नूर मुस्तफा को जेल भेजो’,राज्यपाल ने दुमका घटना बताई जघन्य

भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि दुमका के डीएसपी नूर मुस्तफा को लेकर काफी शिकायतें हैं। पीड़िता की उम्र बढ़ाकर उसे बालिग दिखाने की कोशिश हुई है। ऐसे में डीएसपी पर भी 120B में मुकदमा कर जेल भेजना चाहिए।

राज्यपाल ने झारखंड में महिला सुरक्षा प्रबंधों पर उठाए सवाल

झारखंड के राज्यपाल रमेश बैंस ने घटना को जघन्य, पीड़ादायी और राज्य के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा है कि ऐसी घटनाओं से राज्य की छवि कलंकित होती है। जनता घर, दुकान, मॉल, सड़क कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं करती। राज्यपाल ने  पुलिस महानिदेशक से फोन पर  अंकिता की मौत में स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच करने का आदेश दे मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने को कहा।
राज्यपाल ने कहा कि एक लड़की जिसने अभी पूरी दुनिया भी नहीं देखी थी, उसका ऐसे अंत बहुत ही पीड़ादायक है। उन्होंने अंकिता के पिता से बात कर उनसे घटना की जानकारी ले व्यक्तिगत रूप से सांत्वना दी। उन्होंने अपने विवेकाधीन कोष से पीड़ित परिवार को तत्काल दो लाख रुपये देने की भी घोषणा की। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने पूर्व में भी डीजीपी को बुला राज्य की विधि-व्यवस्था पर चिंता जतायी  थी और इसे प्रभावी व दुरुस्त करने को कहा था लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं दिखा  है।
इधर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अब अंकिता की मौत पर गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए कहा है कि इस तरह की घटना का समाज में कोई स्थान नहीं है। दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने दिवंगत अंकिता के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराने का आदेश दुमका जिला प्रशासन को दे डीजीपी को  मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने को कहा। साथ ही एडीजी रैंक के अधिकारी को अनुसंधान की प्रगति रिपोर्ट शीघ्र देने को कहा। इसके पहले उन्होंने कहा था कि इस तरह की घटनाएं तो होती ही रहती हैं।

सामान्य जन में है आक्रोश

छात्रा अंकिता पर पेट्रोल छिड़ककर जला डालने की घटना पर झारखंड में दुमका से लेकर रांची तक जनाक्रोश उबला है। बुरी तरह झुलसी अंकिता रांची के रिम्स में पांच दिनों तक संघर्ष कर शनिवार की देर रात आखिरी सांस ली। सोमवार सुबह भारी गम और गुस्से में दुमका में उसका अंतिम संस्कार हुआ। वारदात के विरोध में झारखंड की उपराजधानी दुमका शहर दो दिन बंद रहा।

अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाला शाहरुख अब जेल में है, लेकिन लोग उसे जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग को लेकर सड़कों पर हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर अभियान चल रहा है। ट्विटर पर ‘अंकिता हम शर्मिंदा हैं’  हैशटैग ट्रेंड कर रहा है। सोमवार सुबह दुमका के जरूआडीह मुहल्ले से अंकिता की अंतिम यात्रा पुलिस के भारी पहरे में निकली। अंतिम यात्रा में हजारों लोग  अंकिता के हत्यारे को फांसी देने की मांग कर रहे थे। उसके दादा अनिल सिंह ने मुखाग्नि दी, तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो उठीं। पिता, भाई और परिजन दहाडें मारकर रोने लगे।

अंतिम यात्रा में जिले के डीसी रविशंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ भी रहे। लोग इससे भी गुस्से में हैं कि अंकिता अस्पताल में जिंदगी-मौत से जूझ रही थी, तब सरकार से किसी ने उसकी और उसके परिजनों की सुध नहीं ली। अंकिता की मौत के पहले उसके बयान का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रही है कि उसे जलाने वाला शाहरुख जेल गया है तो इसके बाद उसके लोग मेरे घर वालों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

#Bjp Demand  Dsp Noor Mustafa To Jail  Ramesh Bais Calls Dumka Incident Heinous

‘फांसी से कम कुछ मंजूर नहीं’, अंकिता को जिंदा जलाने वाले शाहरुख को मुस्कुराता देख जनरोष

हत्या आरोपित शाहरुख को मुस्काते देख ट्विटर पर लोगों को गुस्सा फूट पड़ा। अंकिता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए लोगों ने ‘जस्टिस फॉर अंकिता’ और ‘अंकिता के हत्यारे को फांसी दो’ हैशटैग से ट्वीट किया। देखते ही देखते दोनों हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे।

झारखंड के दुमका में जिंदा जलाई गई अंकिता सिंह के आखिरी शब्द ‘जैसे हम मर रहें हैं, वैसे ही शाहरुख़ को भी तड़प कर मरना चाहिए’ ने लोगों को अंदर तक झकझोर दिया। अंकिता की मौत पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों के गुस्से की ‘आग’ में घी डाला आरोपित शाहरुख की पुलिस कस्टडी से आई मुस्कुराती तस्वीर ने। देखते देखते शाहरुख की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। अंकिता को इंसाफ दिलाने के लिए ट्विटर पर ‘जस्टिस फॉर अंकिता’ और ‘अंकिता के हत्यारे को फांसी दो’ हैशटैग ट्रेंड करने लगे। लोगों के अंदर का गुस्सा ट्विटर पर दिखाई दिया।

अंकिता और मुस्कुराता हुआ आरोपित शाहरुख (फाइल फोटो)

दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने #JusticeForAnkita हैशटैग से ट्वीट किया। स्वाति मालीवाल ने लिखा- ‘अंकिता के हत्यारे के चेहरे पर मुस्कान है.. ये मुस्कान दरिंदों के हौसले और सिस्टम की नाकामी दिखाता है। दिल्ली में भी हाल में एक लड़के ने स्कूली छात्रा पर गोली चलाई। हम बहुत जल्द स्टॉकिंग रोकने को सुझाव सरकारों को भेजेंगे। बेटियों को बचाना होगा।’

सिंगर मनोज मुंतशिर ने भी वीडियो ट्वीट कर आरोपित के लिए फांसी की मांग की। मुंतशिर ने ट्वीट किया- ‘झारखंड की बेटी को ज़िंदा जलाने वाले शैतान के लिए, मैं मृत्यु दंड मांगता हूं। कोई और सज़ा स्वीकार नहीं।’

एक अन्य यूजर  श्याम पाठक ने ट्वीट किया- झारखंड की बेटी अंकिता को ज़िंदा जलाने वाले शैतान शाहरुख़ के लिए, मैं मृत्यु दंड मांगता हूं। वहीं शिवम श्रीवास्तव नाम के एक यूजर ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते लिखा ‘झारखंड सरकार तुष्टिकरण की राजनीति करती हैं, किसी विशेष समुदाय के अपराधी बचाने को एयरलिफ्ट करवाया जाता हैं और अंकिता को एम्बुलेंस भी नहीं। अंकिता के हत्यारे को फांसी दो।’

After Seeing Shahrukh Smiling People Got Angry On Twitter

अंकिता सिंह हत्याकांड में दूसरा आरोपित नईम अंसारी गिरफ्तार, शाहरुख के लिए लेकर आया था पेट्रोल

12वीं की छात्रा अंकिता पर पेट्रोल छिड़ककर जला डालने के मामले में दूसरे आरोपित नईम उर्फ छोटू खान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच शाहरुख के दोस्त नईम अंसारी उर्फ छोटू खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि शाहरुख के लिए नईम ही पेट्रोल लाया था, जिसे अंकिता के ऊपर डालकर आग लगा दी गई थी।  नईम  के तार बांग्लादेश के आतंकी संगठन से जुड़े हैं। एसपी अंबर लकड़ा ने कहा कि हत्याकांड के दूसरे आरोपित नईम उर्फ छोटू खान को गिरफ्तार कर दुमका कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है। इसके पहले मुख्य आरोपित शाहरुख गिरफ्तार हो चुका।

 

अंकिता को इंसाफ दिलाने को दुमका दूसरे दिन भी बंद

अंकिता की हत्या के विरोध में झारखंड की उपराजधानी दुमका शहर दो दिन बंद रहा। धारा 144 लागू ।  लोग  हत्यारे और उसके सहयोगी को जल्द से जल्द सजा को लेकर सड़कों पर हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर अभियान चल रहा है। ट्विटर पर ‘अंकिता हम शमिंर्दा हैं’  हैशटैग ट्रेंड कर रहा है।

अंकिता को दादा ने दी मुखाग्नि

दुमका के जरूआडीह मुहल्ले से अंकिता की अंतिम यात्रा पुलिस के भारी पहरे में निकली। अंतिम यात्रा में हजारों लोग रहे, जो अंकिता के हत्यारे को फांसी देने की मांग कर रहे थे। दादा अनिल सिंह ने मुखाग्नि दी, तो लोगों की आंखें नम हो उठीं। पिता, भाई और परिजन दहाडें मार रोने लगे। अंतिम यात्रा में जिले के डीसी रविशंकर शुक्ला और एसपी अंबर लकड़ भी मौजूद रहे। लोग इससे भी गुस्से में हैं कि अंकिता अस्पताल में जिंदगी-मौत से जूझ रही थी, तो सरकार के किसी नुमाइंदे ने उसकी और परिजनों की सुध नहीं ली।

अंकिता पर दोस्ती करने को दबाव बना रहा था शाहरुख: मृतक की बहन

अंकिता की बहन ने बताया कि पिछले 10-15 दिनों से शाहरुख कुछ ज्यादा ही उग्र हो गया था। वह हाथ धोकर अंकिता के पीछे लगा था। वह बार-बार बात करने और दोस्ती करने को दबाव बना रहा था। इस पर अंकिता ने कहा कि तुम अलग धर्म से हो इसलिए हमारी दोस्ती नहीं हो सकती है।

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