हरदोई: यादव परिवार के अतिक्रमण पर बुलडोजर फैसला सुरक्षित

Deoria Murder Case: प्रेमचंद यादव के अवैध निर्माण पर चलेगा प्रशासन का बुलडोजर? कोर्ट में फैसला सुरक्षित
Deoria Murder Case फतेहपुर गांव के अभयपुर टोले में खलिहान नवीन परती वन व मानस इंटर कालेज की भूमि पर बने दबंग प्रेमचंद का अवैध निर्माण ढहाया जाएगा। तहसीलदार रुद्रपुर की कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई पूरी करते हुए फैसला सुरक्षित कर लिया है। सुनवाई के दौरान तहसील परिसर में पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा। शाम को पुलिस ने प्रेमचंद के समर्थकों व सपाइयों को परिसर से बाहर किया।

प्रेमचंद यादव के अवैध निर्माण को ढहाने का जारी होगा आदेश, फैसला सुरक्षित

देवरिया 11 अक्टूबर। फतेहपुर गांव के अभयपुर टोले में खलिहान, नवीन परती, वन व मानस इंटर कालेज की भूमि पर बने दबंग प्रेमचंद का अवैध निर्माण ढहाया जाएगा। तहसीलदार रुद्रपुर की कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई पूरी करते हुए फैसला सुरक्षित कर लिया है।

सुनवाई के दौरान तहसील परिसर में पूरे दिन गहमागहमी का माहौल रहा। शाम को पुलिस ने प्रेमचंद के समर्थकों व सपाइयों को परिसर से बाहर किया। फतेहपुर के लेहड़ा टोले के रहने सत्यप्रकाश दुबे के भाई ज्ञानप्रकाश दुबे के हक-हिस्से की संपूर्ण भूमि प्रेमचंद व उसके भाई आरोपित रामजी यादव ने बैनामा कराया था जिसकी कानूनी लड़ाई सत्यप्रकाश दुबे लड़ रहे थे।
सत्यप्रकाश दुबे लड़ रहे थे अवैध कब्जे के खिलाफ लड़ाई

साथ ही खलिहान, नवीन परती, वन व मानस इंटर कालेज की भूमि पर प्रेमचंद व उसके स्वजन का अवैध कब्जा होने के मामले की लड़ाई भी वह लड़ रहे थे। भूमि विवाद में दो अक्टूबर की सुबह लेहड़ा टोले में प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई। जिसके प्रतिशोध में प्रेमचंद के स्वजन व उसके समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटी व एक बेटे की लाठी-डंडे, धारदार हथियार व गोली मारकर हत्या कर दी।

सामूहिक नरसंहार के बाद प्रशासन की नींद टूटी। तीन अक्टूबर को राजस्वकर्मियों ने सरकारी भूमि की पैमाइश की तो प्रेमचंद के पिता रामभवन यादव, चाचा परमहंस यादव व गोरख यादव का अवैध कब्जा पाया गया।

दोबारा कराई गई भूमि पैमाइश

आरोपितों के अवैध कब्जे ढहाने को रुद्रपुर तहसीलदार कोर्ट में उत्तर प्रदेश  राजस्व संहिता 2006 की धारा-67 में पांच मुकदमे दाखिल किए गए, जिसमें शनिवार को सुनवाई की गई। आरोपित रामजी यादव की पत्नी किरन देवी ने पैमाइश को गलत बताते हुए आपत्ति जताई जिसके बाद सोमवार को फतेहपुर गांव में तहसीलदार अरुण यादव ने कोर्ट लगाया और दोबारा भूमि की पैमाइश कराई।

प्रेमचंद के पिता रामभवन ने खलिहान की पांच डिसमिल, वन व नवीन परती की डेढ़-डेढ़ डिसमिल भूमि पर कब्जा किया है। साढ़े छह डिसमिल पर मकान बना है और शेष भूमि उनके कब्जे में है।

प्रेमचंद के चाचा का भी है अवैध कब्जा

प्रेमचंद के चाचा गोरख यादव ने खलिहान की डेढ़ डिसमिल व परमहंस यादव ने खलिहान की दो डिसमिल भूमि पर अवैध निर्माण कराया है। तहसीलदार अरुण यादव ने मंगलवार को तारीख निर्धारित की थी।

किरन देवी ने अपने अधिवक्ता गोपी यादव के माध्यम से फिर आपत्ति दी। तहसीलदार ने सुनवाई पूरी करते हुए आदेश सुरक्षित रखा है। उम्मीद है कि जल्द ही अवैध निर्माण ढहाने का आदेश सार्वजनिक होगा।

अवैध निर्माण के मामले में तहसीलदार रुद्रपुर ने मंगलवार को सुनवाई पूरी कर ली है। फैसला सुरक्षित कर लिया है। जल्द ही बेदखली का आदेश जारी होगारजनीश राय, मुख्य राजस्व अधिकारी

देवरिया में बच्चे खींच लाई दुबे परिवार पर हमलावर  भीड़ और मार दिया: पड़ोसी ने उकसाया था, प्रेमचंद यादव की पत्नी का झूठ भी आया सामने

पुलिस ने बताया है कि मृतक प्रेमचन्द यादव की पत्नी झूठा दावा कर रही थी। (चित्र साभार: दैनिक हिंट)

उत्तर प्रदेश के देवरिया में हुए जघन्य हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में आरोपित पक्ष के प्रेमचन्द यादव की पत्नी ने पाँच लोगों की हत्या के आरोपितों को बचाने के लिए पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की है। वहीं, जाँच में यह भी खुलासा हुआ है कि रामायण पाल ने उग्र भीड़ को हमले के लिए उकसाया था। बच्चों को एक जगह घसीट कर लाया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई।

प्रेमचंद यादव की पत्नी शीला यादव ने कहा था कि जब वह 2 अक्टूबर 2023 को सुबह चाय लेकर पहुँची तो उनके पति प्रेमचन्द यादव के फोन पर किसी का कॉल आया। इसके बाद वे उठकर चले गए। अब पुलिस जाँच में सामने आया है कि कथित समय पर प्रेमचन्द को कोई फ़ोन नहीं आया था। मृतक की पत्नी झूठ बोल रही हैं।

पुलिस ने इस दावे की पड़ताल के लिए प्रेमचन्द यादव के नम्बर की CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकलवाया है। इसमें यह स्पष्ट हो गया कि प्रेमचन्द यादव के फ़ोन पर 1 अक्टूबर 2023 की रात से 2 अक्टूबर 2023 की सुबह तक कोई फ़ोन नहीं आया था। पुलिस ने प्रेमचन्द का फोन अभी बरामद नहीं किया है, नम्बर की जाँच में यह जानकारी सामने आई है।

पड़ोसी रामायण ने उकसाया,बच्चों को घसीट लाए

जाँच में यह बात भी सामने आई है कि सत्य प्रकाश दुबे के पड़ोसी रामायण पाल के ललकारने पर आरोपित उग्र हुए थे और घर में घुसकर सत्य प्रकाश और उनके परिवार की हत्या की थी। नरसंहार के मुख्य आरोपित फतेहपुर के टोला अभयपुर के रहने वाले नवनाथ मिश्रा ने पुलिस को यह जानकारी दी है।

सत्यप्रकाश के घर पहुँची भीड़ ने पूरे परिवार पर ईंट-पत्थर और धारदार हथियारों से हमला किया था। मृतकों में सत्य प्रकाश दुबे,उनका बेटा गाँधी,बेटी सलोनी,बेटी नंदिनी और पत्नी किरण शामिल है। सत्य प्रकाश के पुत्र अनमोल को भीड़ ने मरा समझ कर छोड़ दिया था। अभी उसका इलाज चल रहा है।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर प्रेमचंद यादव क्या करने गया था,यह अभी स्पष्ट नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेमचंद की हत्या के बाद पड़ोसी रामायण ने फोन करके अभयपुर के लोगों को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद भारी संख्या में पहुँचे लोग सत्य प्रकाश दुबे के घर पर पहुँचे और शव देखकर 15 मिनट तक रोते रहे।

इसी दौरान पड़ोसी रामायण पाल ने ललकारा कि ‘क्या रो रहे हो,दुबे परिवार के सभी आरोपित घर में ही छिपे हैं’। इतना सुन भड़के लोग सत्य प्रकाश के मकान पर पथराव और तोड़फोड़ के बाद घर में घुसकर दुबे के परिजनों की हत्या करने लगे। बच्चों ने छिपने का प्रयास किया तो उन्हें खींच एक जगह ला कर मार दिया गया।

क्या है मामला

गौरतलब है कि 2 अक्टूबर को देवरिया जनपद के रुद्रपुर के फतेहपुर लेहड़ा गाँव में हत्याकांड में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या हो गई थी।  हत्या दबंग पक्ष ने जमीन विवाद में की थी। इसके पहले दबंग परिवार में एक हत्या हो गई थी। इस तरह पूरी घटना में कुल 6 लोग मारे गए।

जानकारी के अनुसार,दबंग पक्ष प्रेमचन्द यादव और पीड़ित परिवार सत्य प्रकाश दुबे में लम्बे समय से जमीन का विवाद चल रहा था। प्रेमचन्द 2 अक्टूबर को सुबह सत्य प्रकाश के घर पहुँचा, दोनों के बीच कहासुनी, मारपीट हुई और फिर हत्या की बात कही जा रही है।

प्रेमचन्द की हत्या की खबर सुनकर उनका छोटा भाई रामजी यादव,पिता रामभवन यादव और ड्राईवर नवनाथ मिश्रा उर्फ़ पट्टू समेत बड़ी संख्या में भीड़ सत्य प्रकाश के घर पर पहुँच गई थी। नवनाथ मिश्रा ने दुबे की गोली मारकर हत्या कर दी। मिश्रा ने दुबे की बेटी सलोनी को भी गोली मारी जिससे उसकी मौत हो गई।

हत्याकांड के बाद पुलिस ने मामला दर्ज करके 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार होने वालों में मृतक प्रेमचन्द यादव का छोटा भाई रामजी यादव,उसका पिता रामभवन यादव और ड्राइवर एवं हत्याकांड का मुख्य आरोपित नवनाथ मिश्रा भी शामिल हैं।

इस कांड के बाद प्रेमचन्द यादव की दबंगई की बातें सामने आई थीं। यह भी  कि उनका घर जमीन पर कब्जा करके बनवाया गया है। प्रेमचन्द यादव का घर बुलडोजर से गिराने की माँग की गई थी। इसको लेकर पुलिस और राजस्व विभाग ने उसके घर की दो बार पैमाइश भी की थी।

इस पैमाइश का सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध भी किया। सपा कार्यकर्ताओं के इस विरोध के कारण पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा था। इस घटना के बाद अब फतेहपुरा गाँव में जिलाधिकारी गौरव श्रीवास्तव ने धारा 144 लागू कर दी है।

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