विपक्षी बयानबाजी सुरंग दुर्घटना प्रभावितों और एजेंसियों का मनोबल तोड़ने को: महेन्द्र भट्ट

विपक्ष की गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी, प्रभावितों और एजेंसियों का मनोबल तोड़ने वाली : भट्ट

श्रमिकों की सुरक्षा प्राथमिकता, विशेषज्ञों के निर्देशों पर चल रहा बचाव

देहरादून 17 नवंबर । भाजपा ने टनल दुर्घटना में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने को प्राथमिकता बताते हुए कांग्रेस पर असंवेदनशील बयानबाजी करने का आरोप लगाया है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट घटना स्थल पर मंत्रियों के नही पहुंचने के आरोपों पर पलटवार कर कहा कि
जिन विशेषज्ञों और आपदा प्रबंधन टीम की वहां सबसे अधिक जरूरत है वो वहां मौजूद हैं। उन्होंने सोशल मीडिया आधारित विपक्ष के तकनीकी ज्ञान पर कटाक्ष पर करते हुए कहा कि ग्राउंड जीरो पर जुटे विशेषज्ञ टीम के अनुभव पर सर्वश्रेष्ठ बचाव प्रयास किए जा रहे हैं।

सिलक्यारा टनल दुर्घटना को लेकर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री भट्ट ने कहा, सरकार की प्राथमिकता फंसे सभी श्रमिक भाइयों को सुरक्षित निकलने की है । ये हम सबके लिए सौभाग्य की बात है कि वे सभी सकुशल हैं और उन तक दवाई, खाना पानी, आक्सीजन आदि सभी जरूरी मदद पहुंचाई जा रही है । स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौके पर जाकर स्थितियों का मूल्यांकन किया और बचाव कार्य की लगातार मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं । उनके स्पष्ट निर्देश हैं कि जिस तरह की तकनीकी या अन्य आवश्यकता की पूर्ति जरूरी हो उसे तत्काल अमल में लाया जाए । विदेशी इंजीनियर भी बुलाए गए हैं और एयरफोर्स की मदद से सर्वश्रेष्ठ ड्रिलिंग मशीन वहां लाई गई है जो लगातार वहां काम कर रही है । उन्होंने कहा, कि पीड़ित परिवारों का चिंतित होना स्वाभाविक है, साथ ही उम्मीद जताई कि कल तक सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा ।

श्री भट्ट ने मुख्यमंत्री के चुनावी दौरे और मंत्रियों के दुर्घटनास्थल पर नही जाने के कांग्रेसी आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, जिनकी वहां सबसे अधिक जरूरत है वे सभी विशेषज्ञ और आपदा प्रबंधन टीम वहां प्रयासों में जुटी है । जहां तक सवाल है सरकार का तो मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, स्थानीय सांसद विधायक सभी वहां बचाव कार्यों का जायजा लेने गए हैं और स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी दो बार मुख्यमंत्री से हालात की जानकारी ले चुके हैं । उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा कि वे इस गंभीर विषय पर भी संवेदनहीन राजनीति कर रहे हैं । उन्होंने कटाक्ष किया कि हम भी कह सकते हैं, चार दिन बाद ही उन्हे वहां की खबर लेने की सुध आई है । उन्होंने व्यंग्य किया कि विपक्ष के नेताओं के आपदा प्रबंधन एवं तकनीकी ज्ञान से अधिक जानकारी और अनुभव ग्राउंड जीरो पर बचाव कार्य में लगे विशेषज्ञों एवं बचाव टीम को होगा । उनकी निगरानी और निर्देश अनुशार वहां बचाव अभियान चलाया जा रहा है और सभी जरूरी बदलाव उसमें किए जा रहे हैं । लेकिन सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से सामने आ रही अपुष्ट जानकारियों के आधार पर शेखी बघारने वाली बयानबाजी देकर, विपक्ष प्रभावित परिजनों और बचाव अभियान में रात-दिन जुटी एजेंसियों का मनोबल  तोड़ने का प्रयास कर रहा है । उनका यह बेहद असंवेदनशील और गैरजिम्मेदाराना रवैया प्रदेश की जनता देख रही है ।

 

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