हिंडेनबर्ग ‘रिसर्च’ पर अडाणी का 18 पेजी जवाब ‘मिथ्स ऑफ शार्ट सेलर’

हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट पर अडाणी ग्रुप का जवाब:अमेरिकी शॉर्ट सेलर के आरोपों को बताया गलत, अडाणी ने कहा-रिपोर्ट का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं
मुम्बई 29 जनवरी। हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर अब अडाणी ग्रुप का जवाब सामने आया है। अडाणी एंटरप्राइजेज ने 27 जनवरी (शुक्रवार) को हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अडाणी ग्रुप के रिस्पांस को कवर करते हुए एक प्रेजेंटेशन दिया। जिसका टाइटल ‘मिथ्स ऑफ शॉर्ट सेलर’ रखा गया। इसमें अडाणी ग्रुप ने अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को गलत बताया है।

अडाणी ग्रुप ने हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को बोगस बताते हुए कहा कि इस रिपोर्ट का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है। यह जानकारी अडानी एग्जेक्यूटिव्स के कांफ्रेंस कॉल में हिस्सा लेने वाले बॉन्डहोल्डर्स ने दी है। अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को लेकर बॉन्डहोल्डर्स के साथ एक कॉल कांफ्रेंसिंग की थी।

इस इंवेस्टर कॉल को बार्सलेज, ड्यूश बैंक एजी, मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंसिंग एल ग्रुप और स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने आयोजित किया था। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों पर मार्केट मैनिपुलेशन और फर्जीवाड़े का आरोप लगाया था। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने अब अपने बिजनेस पोर्टफोलियो की एक स्पष्ट तस्वीर देकर रिपोर्ट का जवाब दिया है।

‘मिथ्स ऑफ शॉर्ट सेलर’ में हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर दिया जवाब
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के कुछ मुद्दों को लेकर अडाणी ग्रुप ने कॉल कांफ्रेंसिंग पर जवाब दिया है। इस कॉल कांफ्रेंसिंग में ‘मिथ्स ऑफ शॉर्ट सेलर’ के रूप में 18 पेज का एक प्रेजेंटेशन पेश किया गया। ग्रुप का कहना है कि इस मामले में वह जवाब के रूप में शुक्रवार को 100 पेज का एक डोजियर जारी करेगा। अडानी ग्रुप ने निवेशकों से कहा कि अकाउंटिंग फ्रॉड सिर्फ तथ्यों को नजरअंदाज करने के चलते दिख रहा है।

अडाणी ग्रुप के प्रेजेंटेशन के अनुसार, हिंडनबर्ग ने टोटल 89 सवाल पूछे हैं। जबकि इनमें से कुछ सवाल ग्रुप के रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन, DRI (डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) और कोर्ट केसेस के संबंध में हैं। हालांकि, कुल मिलाकर 21 सवाल ऐसे हैं, जिनके बारे में 2 साल के समय में किसी भी रिसर्च का रिजल्ट होने का दावा नहीं किया जा सकता है। क्योंकि उनके बारे में 2015 के बाद से कई पब्लिक डाक्यूमेंट्स में खुलासा किया गया था।

ग्रुप की 9 लिस्टेड कंपनियों में से 8 के पास 6 बड़े ऑडिटर
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, प्रेजेंटेशन में जानकारी दी गई कि अडाणी ग्रुप की 9 लिस्टेड कंपनियों में से 8 के पास डेलॉइट हास्किन्स एंड सेल्स, एसआरबीसी एंड कंपनी (EV) और धर्मेश पारिख एंड कंपनी (जॉइंट ऑडिटर), शाह धनधरिया एंड कंपनी, अर्न्स्ट एंड यंग, पीकेएफ, वॉकर चंदिओक एंड कंपनी और के एस राव एंड कंपनी जैसे 6 बड़े ऑडिटर हैं।

लीवरेज के मुद्दे पर अडाणी ग्रुप ने क्या कहा?
इसके अलावा लीवरेज के मुद्दे पर अडाणी ग्रुप ने बताया कि उसकी विभिन्न कंपनियों में से 100 को रेटिंग दी गई है (ये उसके EBITDA का लगभग 100% है)। इसके अलावा रेवेन्यू और बैलेंस शीट को आर्टिफिशियल रूप से बढ़ाए जाने या मैनेज करने के संबंध में अडाणी पोर्टफोलियो में 9 लिस्टेड कंपनियों में से 6 कंपनियां रेवेन्यू, कॉस्ट और कैपेक्स के लिए स्पेसिफिक सेक्टर रेगुलेटरी रिव्यू के अधीन हैं।

गवर्नेंस के मामले में 4 बड़ी कंपनियां पीयर ग्रुप में शामिल
इस बीच गवर्नेंस के मामले में अडाणी की 4 बड़ी कंपनियां उभरते बाजारों, सेक्टर और दुनिया में टॉप 7% पीयर ग्रुप में हैं। LAS पोजिशन पर अडाणी ने कहा, ‘ओवरऑल प्रमोटर लीवरेज प्रमोटर होल्डिंग के 4% से कम है।’

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडाणी ग्रुप के शेयरों में आई गिरावट
फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की वजह से पिछले 2 कारोबारी सेशन में अडाणी की सभी कंपनियों के शेयरों में 19% से लेकर 27% तक की गिरावट देखने को मिली। वहीं अडाणी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 27 जनवरी को 4 लाख करोड़ रुपए घटकर 15 लाख करोड़ रुपए रह गया है। 24 जनवरी को ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 19 लाख करोड़ रुपए था। इस बीच पिछले 2 कारोबारी सेशन में बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स BSE सेंसेक्स भी 1,647 अंक या 2.70% गिरकर 59,330.90 पर आ गया।

हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप के शेयर्स को बताया 85% ओवरवैल्यूड
अमेरिका के हिंडेनबर्ग रिसर्च एलएलसी ने बुधवार (25 जनवरी) को अपनी रिपोर्ट में बताया कि अडाणी ग्रुप की सभी प्रमुख लिस्टेड कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज है। इसके साथ ही हिंडनबर्ग ने ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयरों को 85% से ज्यादा ओवरवैल्यूड भी बताया।

मार्केट मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप भी लगाया
इतना ही नहीं फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग करने का भी आरोप लगाया है। शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कहा कि वो यूएस-ट्रेडेड बांड और नॉन इंडियन ट्रेडेड डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए अडाणी ग्रुप के शेयरों में शॉर्ट पोजीशंस रखेगी।

2 दिन में गौतम अडाणी की नेटवर्थ 10% कम हुई
रिपोर्ट के कारण गौतम अडाणी की 2 दिन में लगभग 10% नेटवर्थ भी कम हो गई है। फोर्ब्स के मुताबिक, अडाणी को नेटवर्थ में 1.32 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं अमीरों की लिस्ट में अडाणी चौथे नंबर से खिसकर 7वें पर आ गए हैं। 25 जनवरी को उनकी नेटवर्थ 9.20 लाख करोड़ थी, जो शुक्रवार को 7.88 लाख करोड़ रुपए पर आ गई है।

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