अंकिता हत्या में चार के मजिस्ट्रेटी बयान, छानबीन -पूछताछ पूरी, आरोपपत्र महीने के पहले ही

Ankita Murder Case: एड‍िशनल डीजीपी बोले- हत्या के कारणों से उठा पर्दा, आरोपितों के विरुद्ध है पर्याप्त सबूत
Ankita Murder case: अंकिता हत्याकांड में एसआइटी ने आरोपितों के विरुद्ध काफी सुबूत जुटा लिए हैं।
Ankita Murder case अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरुगेशन ने बताया कि आरोपितों की रिमांड के दौरान हत्या के कारणों से पर्दा उठ गया है। सीसीटीवी रिकार्डिंग मोबाइल फोन समेत अन्य इलेक्ट्रानिक साक्ष्य हाथ लगने से केस मजबूत हुआ है।

देहरादून 03 अक्टूबर: अंकिता हत्याकांड में एसआइटी ने आरोपितों के विरुद्ध काफी सुबूत जुटा लिए हैं। इनके आधार पर आरोपितों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग, मोबाइल फोन समेत अन्य इलेक्ट्रानिक साक्ष्य हाथ लगने से केस मजबूत हुआ है।

PULKIT WAS AFRAID THAT ANKITA BHANDARI WOULD EXPOSE THE UNETHICAL ACTIVITIES GOING ON IN THE RESORT THAT IS WHY SHE WAS MURDERED
Ankita हत्याकांड:पुलकित को था डर,अंकिता रिजॉर्ट के गलत धंधों के खोल देगी राज,800 मोबाइल नंबर भी रडार पर

उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) की जांच कर रही एसआईटी को हत्यारों को सजा दिलाने के लिए पर्याप्त सबूत मिल गए हैं. पुलिस चार महत्वपूर्ण गवाहों के कोर्ट में 164 के तहत बयान भी दर्ज करा चुकी है. इसके अलावा पुलिस को हत्या का पुख्ता मोटिव भी मिल गया है.
अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. एसआईटी की जांच (SIT investigation in ankita case) में हत्या का मोटिव साफ (murder motive of ankita bhandari) हो गया है.पुलकित आर्य और उसके दोनों मैनेजर सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता ने रिसॉर्ट और अपने राज दबाने को अंकिता को मौत के घाट उतारा था.इसकी पुष्टि एसआईटी जांच के आधार पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने की है.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन (ADG Law Order V Murugation) ने बताया कि अंकिता भंडारी को मारने का मुख्य उद्देश्य यही था कि रिजॉर्ट में उस पर पुलकित आर्य ‘अनैतिक काम’ करने का दबाव बना रहा था और अंकिता प्रतिरोध के साथ काम छोड़ने और रिजोर्ट में चल रही गतिविधियों की पोल खोलने की धमकी दे रही थी.अनैतिक काम के नाम पर वीआईपी गेस्ट को ‘स्पेशल सर्विस’ दी जा रही थी, जिसके लिए पुलकित ने अंकिता भंडारी को भी कहा था. अंकिता ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया था साथ ही अंकिता ने इसकी जानकारी अपने दोस्त पुष्प को भी दी थी.

जानकारी देते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन.

पोल खुलने का था डर

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक पुलकित को डर था कि अंकिता भंडारी वहां से नौकरी छोड़ने वाली है और वो रिजॉर्ट में हो रहे सभी अनैतिक कामों की पोल खोल देगी.इसीसे पुलकित ने अपने दोनों मैनेजरों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता का रास्ते हटा दिया, ताकि उनका राज बाहर न आ सके.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन के मुताबिक, एसआईटी को इसके पक्के सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर ये साबित हो चुका है कि अंकिता पर गलत काम करने को दवाब बनाया जा रहा था. इसके अलावा इन आरोपों को पुख्ता करने को चार महत्वपूर्ण गवाहों के कोर्ट में 164 में बयान दर्ज किए हैं. ऐसे में जल्द से जल्द आरोपितों को कोर्ट से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.

अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा था

SIT जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि रिजॉर्ट को प्रॉफिट में चलाने में चलाने को पुलकित अनैतिक कार्यों को बढ़ावा दे रहा था. इसके लिए पुलकिल लंबे समय से अपने कर्मचारियों पर मानसिक और शारीरिक रूप से दबाव बना रहा था. पुलकित कर्मचारियों की सैलरी भी नहीं दे रहा था. इसी वजह से कर्मचारी एक – दो महीने के अंदर ही काम छोड़कर जा रहे थे. अंकिता भी काम छोड़ने का मन बना चुकी थी.

घाटे में चल रहा था रिजॉर्ट

जांच में ये भी सामने आया है कि पुलकित ने पहले ये रिजॉर्ट किसी को दिया था,लेकिन वो व्यक्ति भी इसे सही ढंग से नहीं चला पाया.इसके बाद पुलकित ने खुद ही इस रिजॉर्ट का संचालन शुरू किया और उसे प्रॉफिट में लाने के लिए वहां पर अनैतिक काम करने लगा.अनैतिक कामों के लिए उसने अंकिता भी दबाव बनाया था.

पुलकित की वजह से कई कर्मचारियों ने छोड़ा रिजॉर्ट

SIT जांच में इस तरह की बातें भी निकलकर सामने आई हैं कि पुलकित अंकिता के अलावा अन्य महिला कर्मचारियों पर इस तरह के दबाव बना चुका है, लेकिन उन्होंने भी उसका साथ नहीं दिया और नौकरी छोड़कर चली गईं.

800 मोबाइल नंबर एसआईटी की रडार पर

अंकिता हत्याकांड से पहले रिजॉर्ट के आसपास करीब 800 मोबाइल नंबर एक्टिव थे, जिनका संपर्क पुलकित से हुआ था. एसआईटी ने इन 800 मोबाइल नंबरों को अपने रडार पर लिया है, ताकि इस बात की पुख्ता जानकारी मिल सके कि अनैतिक क्रियाकलापों और स्पेशल सर्विस के नाम पर रिजॉर्ट में आखिर चल क्या रहा था.

आरोपितों के लिए 400 सवालों की लिस्ट

एसआईटी ने जब तीनों आरोपितों को पुलिस रिमांड पर लिया तो उनके लिए 400 सवालों की लिस्ट तैयारी की गई थी. पुलिस ने न सिर्फ बारी-बारी से आरोपितों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की, बल्कि क्राइम सीन रीक्रिएट कर उनको पुख्ता भी किया.

अक्टूबर में होनी थी बड़ी पार्टी

एसआईटी को जानकारी मिली थी कि अक्टूबर में ही रिजॉर्ट के अंदर एक बड़ी पार्टी आयोजित होनी थी. ये पार्टी दिल्ली के किसी व्यक्ति ने बुक कराई थी. एसआईटी ने पार्टी की बुकिंग कराने वाले लोगों से भी पूछताछ की है. इसके साथ ही एसआईटी ने रिजॉर्ट में पहले से ठहरे कुछ महमानों से भी पूछताछ की है, जिनके बयानों को चार्जशीट में गवाही माना जाएगा.बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी पौड़ी जिले की रहने वाली थी, जो जिले के ही यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी, जिसकी 18 सितंबर को वनंत्रा रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने अपने दो मैनेजरों सौरभ भास्कर और अंकिता गुप्ता के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. अंकिता का शव 24 सितंबर सुबह ऋषिकेश के पास चीला नहर से मिला था.

एक माह के भीतर दाखिल करेंगे आरोपपत्र

आरोपितों को रिमांड पर लेने के बाद हुई पूछताछ में हत्या के कारणों का भी पता लग चुका है। यह जानकारी अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय में दी। उन्होंने कहा कि मामले में एक माह के भीतर अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया जाएगा।

आरोपितों से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली

अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन ने कहा कि घटना की कड़ियों को जोड़ने के लिए आरोपितों को रिमांड पर लिया गया था। इस दौरान आरोपितों से कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की गईं। हत्या का उद्देश्य और आरोपितों के बयान का मिलान भी कर लिया गया है।
अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा आरोपितों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की जाएगी।

सभी के बयान दर्ज

अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि घटना में अब तक जो भी गवाह सामने आए हैं, सभी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। चार मुख्य गवाहों के बयान कोर्ट के समक्ष भी दर्ज कराए जा चुके हैं, ताकि बाद में वह अपने बयान से मुकर न जाएं।

उन्होंने बताया कि इस समय जांच का फोकस हत्या के साक्ष्य मिटाने की दिशा में है। रिसार्ट पर बुलडोजर किसने चलवाया, इसकी जांच की जा रही है। साक्ष्य मिलने पर संबंधित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

वेबसाइट और वाट्सएप से होती थी बुकिंग

अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि रिसार्ट में वेबसाइट और वाट्सएप के माध्यम से बुकिंग होती थी। अंकिता की हत्या से 10 दिन पहले तक और हत्या के बाद जिन लोगों ने रिसार्ट में बुकिंग कराई, उन सभी को पूछताछ के लिए बुलाया गया हैं। इनमें से कुछ के बयान दर्ज भी किए जा चुके हैं।

इसमें जो भी संदिग्ध पाया जाएगा, उसकी गंभीरता से जांच करवाई जाएगी।
रिमांड में आरोपितों से पूछे 400 से ज्यादा सवाल
अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या और उसके साथियों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता को तीन दिन की रिमांड पर लेने से पहले एसआइटी ने उनके लिए 400 सवालों की सूची तैयार की थी। हालांकि, रिमांड के दौरान आरोपितों से 400 से ज्यादा सवाल पूछे गए।
तीनों आरोपितों को बारी-बारी से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई।
क्राइम सीन रीक्रिएट कर पूरे घटनाक्रम का मिलान किया गया।

वीआइपी गेस्ट कौन, नहीं उठा पर्दा

जिन वीआइपी गेस्ट को स्पेशल सर्विस देने के लिए अंकिता पर दबाव डाला जा रहा था, उनके बारे में एसआइटी को अब तक पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है। अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इसके लिए रिसार्ट में ठहरने वाले मेहमानों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। खासकर जो मेहमान 17 और 18 सितंबर को रिसार्ट में आए थे, उनके बयान दर्ज किए गए हैं। उनकी काल डिटेल और विभिन्न सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।

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