दिल्ली में उप्र सिंचाई की जमीन रोहिंग्याओं से छुडा कर दी समतल

दिल्ली में यूपी की जमीन पर अमानतुल्ला खान ने बसाया था रोहिंग्याओं को, CM योगी ने बुलडोजर से कराया समतल

ऊपर चित्र में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (बाएँ), मदनपुर खादर में विध्वंस (दाएँ)

उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है तब से प्रदेश में अवैध कब्जे पर लगातार कार्रवाई हो रही है, मुख्यमंत्री योगी का ‘ऑपरेशन नेस्तनाबूत’ अब उत्तर प्रदेश के बाद देश की राजधानी दिल्ली पहुँच चुका है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर मदनपुर खादर में सिंचाई विभाग को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।

बुधवार (मार्च 24, 2021) सुबह, मदनपुर खादर क्षेत्र में खसरा नंबर 612 की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा किए गए । ढाँचों को ध्वस्त करने के लिए जेसीबी को भेजा गया। कई करोड़ रुपए की भूमि उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग के स्वामित्व में है, जिस पर अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों द्वारा अतिक्रमण किया गया था।

अमानतुल्ला खान ने दिल्ली के मदनपुर खादर में बसने के लिए 300 से अधिक रोहिंग्याओं की मदद की थी। आज अवैध रूप से कब्जा किए गए ढाँचों को ध्वस्त करने के लिए योगी सरकार के आदेश पर जेसीबी भेजा गया। फ़िलहाल, कई करोड़ रुपए की भूमि से अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों द्वारा किए गए अतिक्रमण को बुल्डोजर से ढहाकर समतल कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के जल विभाग के मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने विध्वंस अभियान का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के स्वामित्व वाली मदनपुर में 6 एकड़ जमीन पर वर्षों से अवैध कब्जे थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध ढाँचों को ध्वस्त कर दिया है और अब जमीन को अपने नियंत्रण में ले लिया है।

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “दिल्ली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन पर जलशक्ति-सिंचाई विभाग की भू माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई। दिल्ली के मदनपुर में सिंचाई विभाग की वर्षों से अतिक्रमित 6 एकड़ भूमि को अभियान चला कर कराया गया अतिक्रमण मुक्त।”

अमानतुल्ला खान ने मदनपुर खादर में बसने के लिए 300 से अधिक रोहिंग्याओं की मदद की थी

अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि पर 300 से अधिक रोहिंग्याओं द्वारा अतिक्रमण किया गया था, जिन्होंने इस पर अवैध निर्माण किया था। दैनिक भास्कर ने पिछले साल प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया है कि राष्ट्रीय राजधानी के मदनपुर खादर क्षेत्र में श्मशान घाट पर रोहिंग्या लोग अवैध रूप से रह रहे थे। इसके अलावा, वे उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग के स्वामित्व वाली भूमि पर बसे थे।

रिपोर्ट के अनुसार, अवैध रोहिंग्या प्रवासियों को सभी सरकारी लाभ भी मिल रहे थे। लॉकडाउन के बीच, दिल्ली सरकार और ओखला विधायक अमानतुल्ला खान पर आरोप लगाया गया था कि उन्हें भारी मात्रा में राशन मुहैया कराया जाता है। मदनपुर खादर नई दिल्ली में ओखला निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। रिपोर्ट के अनुसार, बिजली, पानी का कनेक्शन भी इन्होंने चोरी छिपे करवा लिया था, जिसका भुगतान भी ये लोग नहीं कर रहे थे।

कोरोना काल में आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने रोहिंग्याओं को राशन-पानी से लेकर जरुरत की चीजें मुहैया कराने में एड़ी-चोटी एक कर दिया था आसपास में ही रह रहे स्लम बस्तियों के लोग दाने-दाने को मोहताज थे, लेकिन इन रोहिंग्याओं को दिल्ली सरकार का विधायक आलीशान जिंदगी जीने के लिए मदद कर रहा था। हमने तब रिपोर्ट की थी कि कैसे ओखला में गरीबों ने अमानतुल्ला खान के निर्वाचन क्षेत्र में राशन वितरण में धार्मिक भेदभाव का आरोप लगाया था। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया था कि उन्हें राशन इसलिए नहीं दिया गया क्योंकि वे हिंदू थे और ‘आप’ को वोट नहीं दिया था।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि कालिंदी कुंज पुलिस स्टेशन के अधिकारी अवैध रोहिंग्याओं को मारिजुआना, स्मैक और अन्य अवैध पदार्थ बेचने के बारे में जानते थे लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करने से बचते थे। कई आरडब्ल्यूए ने दिल्ली पुलिस से अवैध निपटान को हटाने का अनुरोध किया था, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ।

10 माह पहले भास्कर में छपी खबर

सुरक्षा में सेंध:मदनपुर खादर में 5.2 एकड़ जमीन पर रोहिंग्याओं ने किया कब्जा

दिल्ली पुलिस बेफिक्र, केंद्र ने बताया था रोहिंग्या को खतरा
रोहिंग्याओं की इस बस्ती में 300 से ज्यादा लोगों को सुविधाएं भी मिल रही हैं
आरोप: स्थानीय आप विधायक की मदद से बनवा लिए आधार-वोटर कार्ड

(तोषी शर्मा) भारत में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमान किस तरह पूरे देश में पैर पसारते जा रहे हैं इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इससे राजधानी दिल्ली भी अछूती नहीं है। दिल्ली पुलिस की नाक के नीचे मदनपुर खादर श्मशान घाट के सामने अवैध रूप से ये रह रहे हैं। यह अवैध बस्ती उत्तरप्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन पर बसाई गई है। हैरत की बात है कि इन्हें बाकायदा सभी सरकारी सुविधाएं भी मिल रही हैं। लॉकडाउन में इन कैंपों में दिल्ली सरकार और ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान की ओर से भरपूर राशन सामग्री मुहैया करवाई जा रही है। इस रोहिंग्या कैंप में चोरी की लाइट के साथ-साथ पानी के लिए अवैध तरीके से बोरिंग तक करवाया गया है।
वहीं दूसरी ओर यहां आसपास की झुग्गियों में रह रहे प्रवासी मजदूरों के परिवार राशन को तरस रहे हैं। बता दें कि खुद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि रोहिंग्या मुसलमान भारत की सुरक्षा के लिए खतरा है और इन्हें सरकार देश से बाहर करना चाहती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस अवैध कैंप से कालिंदी कुंज थाना पुलिस की मिली भगत से अवैध रूप से गांजा, स्मैक और अन्य मादक पदार्थों का धंधा चल रहा है। कई आरडब्ल्यूए दिल्ली पुलिस से इस अवैध बस्ती को हटाने के लिए गुहार लगा चुका है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जिस जमीन पर अवैध रोहिंग्याओं का कब्जा है वो करीब 5.2 एकड़ जमीन है। खसरा नंबर 612 की इस जमीन की कीमत अरबों रुपए है। जिस पर योजनाबद्ध तरीके से पुलिस संरक्षण के कारण अवैध रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों ने कब्जा कर रखा है।

योजनाबद्द तरीके से यूपी की जमीन पर बसाया: स्थानीय लोग

यूपी सिंचाई विभाग के आगरा कैनाल की जमीन पर ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान पर योजनाबद्ध तरीके से बसाने का स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है। कंचन-कुंज के लोगों ने आरोप लगाया कि यहां अवैध तरीके से रह रहे रोहिंग्या पहले कंचन-कुंज में एक मुस्लिम नेता के खाली प्लाट में रह रहे थे। जहां 17 अप्रैल 2018 को साजिश के तहत झुग्गियों में आग लगाई गई। जिसके बाद इन्हें दिल्ली के बाहर यूपी सिंचाई की जमीन पर अवैध कब्जा करवाया गया है। इसके कैंप के आसपास अवैध बांग्लादेशियों को भी बसाया जा रहा है। ये रोहिंग्या इस इलाके में कई वर्षों से रह रहे हैं। यमुना किनारे श्मशान घाट के किनारे कैंप में रह रहे अवैध रोहिंग्याओं की दिल्ली सरकार और स्थानीय विधायक अमानतुल्लाह खान की ओर से पूरी मदद करने का आरोप स्थानीय लोगों ने लगाया है। लोगों का आरोप है कि इस कैंप में करीब 300 से ज्यादा लोग रहते हैं। जो बिजली और पानी की चोरी करते हैं।

सरिता विहार एसीपी बोले- रोहिंग्या बैठे हैं तो क्या हुआ

इस बारे में भास्कर ने सरिता विहार एसीपी ढाल सिंह से भी बात की। उनका जवाब हैरान करने वाला था। जब उनसे पूछा गया कि यहां रोहिंग्या अवैध तरीके रह रहे हैं। इस बारे में स्थानीय लोग कई बार इन्हें हटाने के मांग कर चुके हैं। लेकिन दिल्ली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर एसीपी ढाल सिंह ने कहा कि रोहिंग्या रह रहे हैं तो क्या हुआ। इधर, यहां अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं को हटाने के लिए स्थानीय पार्षद संतोष देवी दिनेश टांक ने बताया कि दिल्ली पुलिस, पूर्व सांसद महेश गिरी, मौजूदा बीजेपी सांसद गौतम गंभीर और यूपी की योगी सरकार को लिखित में शिकायत दे चुकी हैं। लेकिन पुलिस और सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है।

पूर्व सांसद गिरी बोले-नहीं मिला था पुलिस का सहयोग

दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली से पूर्व भाजपा सांसद महेश गिरी ने इन रोहिंग्याओं को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस को लिखा था। लेकिन आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने उस समय विरोध किया था। पूर्व सांसद महेश गिरी से भास्कर ने इस बारे में जानकारी के लिए फोन पर संपर्क किया। लेकिन उनके निजी सचिव से बात हुई। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय विधायक अमानतुल्लाह खान के संरक्षण में रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को इस इलाके में योजनाबद्ध तरीके से बसाया जा रहा है। यहां तक कि इन रोहिंग्याओं के अमानतुल्लाह खान ने अपने लेटर हैड के जरिए आधार और वोटर कार्ड भी बनवाए हैं। मदनपुर खादर ईस्ट में रह रहे जानकारों ने भास्कर से बताया कि कुछ रोहिंग्या परिवार सबसे पहले मदनपुर खादर एक्सटेंशन पार्ट वन में एक मुस्लिम व्यक्ति के घर में हॉल में रह रहे थे। फिर धीरे-धीरे अपने और लोगों को बुलाते रहे। जिसके बाद ये एक स्थानीय मुस्लिम नेता के विवादित खाली प्लाट में झुग्गियां बनाकर रहने लगे।

हां, यहां पर रोहिंग्या अवैध तरीके से रह रहे हैं। लेकिन कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता हूं। ये मेरे अधिकार क्षेत्र से बाहर है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए डीसीपी से बात कीजिए। – संजय सिन्हा, एसएचओ, कालिंदी कुंज
मेरी जानकारी में नहीं है, मैं पता करवाता हूं। जानकारी मिलने पर इस विषय में नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। -चिन्मय बिस्वाल,डीसीपी, दक्षिणी पूर्वी दिल्ली
विभाग की जमीन से रोहिंग्याओं का कब्जा हटाने के लिए कार्ययोजना बनाकर लखनऊ भेजा जा चुका है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस के असहयोग के रवैये को लेकर गृह मंत्रालय को भी लिखा गया है। सरकार जमीन खाली करवाएगी।-देवेंद्र ठाकुर, एक्सईएन, हेडवर्क खंड आगरा नहर ओखला

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