यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर बस खाई में, मप्र के 26 यात्रियों की मौत की पुष्टि

Uttarakhand Bus Accident: यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर दुर्घटना, अब तक 30 में से 26 यात्रियों की मौत की पुष्टि

देहरादून 05 जून। यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर डामटा रिखाऊं खड्ड के पास दर्दनाक दुर्घटना हुई है। अनियंत्रित होकर एक बस खाई में जा गिरी। बताया जा रहा है कि बस में 30 यात्री सवार थे। अभी तक 26 शव बरामद किए गए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे हैं। उन्होंने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।

बस(यूके-04 1541) हरिद्वार से चली थी। ड्राइवर और कंडक्टर की सीट को छोड़कर बस में 28 यात्री बैठ सकते थे। सभी यात्री मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया की 26 शव निकाले जा चुके हैं। जिनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है।

जिला आपदा प्रबंधन केंद्र का दावा- बस में 27 से 28 लोग सवार थे

बस सवार उदय सिंह और उसकी पत्नी हकी राजा को रेस्क्यू किया गया है। हकी राजा को डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और बाद में मैक्स अस्पताल भर्ती करवाया गया है जिसे गंभीर चोटें आई हैं। उदय सिंह को हल्की चोटें हैं। हालांकि, जिला आपदा प्रबंधन केंद्र का दावा है कि बस में 27 से 28 लोग सवार थे।

जमीन पर पड़ीं लाशें देख सिहर उठे लोग

डामटा में बस के खाई में गिरते ही अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई। जिसने भी इस दर्दनाक हादसे के बारे में सुना, दौड़ा चला आया। दुर्घटना का शिकार हुई बस के परखच्चे उड़ गए। वहीं, जमीन शवों से पट गई। दृृश्य देख लोगों की आत्मा कांप गई।

मुआवजे का एलान

इस दुुुर्घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जताया है। कहा कि उत्तराखंड में हुआ बस दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मैं अपनी शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार की देख-रेख में स्थानीय प्रशासन मौके पर हरसंभव सहायता में जुटा है। प्रधानमंत्री ने मुआवजे की घोषणा की  है। दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ की ओर से दो-दो लाख और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

26 यात्रियों के शव बरामद

थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने बताया कि वह स्वयं घटना स्थल पर हैं। बस डेढ़ सौ से दो सौ मीटर गहरी खाई में गिरी, जिसके परखच्चे उड़ गए। 26 यात्रियों के शव ढूंढ लिये गये है। बस में कुल 28 यात्री थे। गहरी खाई और अंधेरे की वजह से शवों को सड़क तक पहुंचाने में दिक्कत हो रही है। अभी सिर्फ दो शव ही सड़क तक पहुंचाए गए हैं।

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा के पास चारधाम यात्रियों की एक बस खाई में गिर गई। दुर्घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा और बर्नीगाड के बीच हुई है। बस में मध्‍य प्रदेश के तीर्थयात्री और ड्राइवर सहित 30 लोग सवार थे।

डामटा और बर्नीगाड के बीच हुई है दुर्घटना

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा के पास चारधाम यात्रियों की एक बस खाई में गिर गई। बस में मध्‍य प्रदेश के तीर्थयात्री और ड्राइवर सहित 30 लोग सवार थे। दुर्घटना यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डामटा और बर्नीगाड के बीच हुई है। रविवार शाम करीब सवा सात बजे यमुनोत्री धाम से 70 किलोमीटर पहले डामटा के पास यह हादसा हुआ।

अब तक 24 तीर्थ यात्रियों के शवों को निकाला

अब तक 24 तीर्थ यात्रियों के शवों को निकाला गया है। दो घायलों को हायर सेंटर मैक्स हॉस्पिटल देहरादून रैफर किया गया। अन्‍य घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए डामटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया है। दुर्घटना की प्रारंभिक वजह चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। बताया गया कि दुर्घटनाग्रस्त बस का बिना रुके यह तीसरा ट्रिप था।

प्रधानमंत्री ने किया मुआवजे का एलान

 

परिवहन विभाग ने भी किया मुआवजे का एलान

वहीं उत्‍तराखंड परिवहन विभाग ने दुर्घटना में मृतकों को एक-एक लाख रुपये और गंभीर घायलों को 40 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।

राष्‍ट्रपति ने जताया शोक

मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने दुर्घटना पर दुख जताने के साथ ही अधिकारियों को घायलों को समुचित उपचार देने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  दुर्घटना की जानकारी को सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। दुर्घटना और राहत व बचाव कार्यों की जानकारी ले  मुख्यमंत्री ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन को तेजी से राहत व बचाव कार्य करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित उपचार की व्यवस्था को भी कहा। बताया गया है कि एसडीएम, तहसीलदार बडकोट, एसडीआरएफ, पुलिस और एंबुलेंस तैनात है। रेस्क्यू कार्य गतिमान है।

अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की बात

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तरकाशी में खाई में गिरे 28 तीर्थयात्रियों को लेकर बस के संबंध में बात की है। उन्‍होंने ट्वीट किया है कि स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। एनडीआरएफ की टीम जल्द पहुंचेगी।

प्रधानमंत्री  मोदी ने किया ट्विट

 

शिवराज सिंह चौहान ने किया ट्विट

मैं और मेरी टीम उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है।
घायलों के इलाज और मृतकों के शव को मध्यप्रदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। https://t.co/8aYTgvXHrq

— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 5, 2022

एनडीआरएफ को भी रवाना करने के निर्देश

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थ यात्रियों की बस हरिद्वार से रविवार सुबह 10:00 बजे चली थी। घायलों का रेस्क्यू किया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने डाक्टरों एवं एम्बुलेंस को घटना स्थल पर रवाना करने के निर्देश दिए।

साथ ही सीएमओ को पीएचसी डामटा एवं सीएचसी नौगांव में घायलों के उपचार करने हेतु पर्याप्त संसाधन तैयार रखने के निर्देश दिए गए।  एनडीआरएफ और आपदा क्यूआरटी व राजस्व टीम भेज कर जिलाधिकारी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं।

वाहन नंबर यूके 04 पीए 1541 कुमाऊं मंडल की गाड़ी है, जो यातायात पर्यटन एवं विकास सहकारी संघ लिमिटेड कंपनी की ओर से हरिद्वार भेजी गई थी। बस में 28 लोग मध्य प्रदेश के सवार थे। इस बस को एआरटीओ ऋषिकेश कार्यालय की ओर से 15 मई से 15 नवंबर तक का ग्रीन कार्ड जारी किया गया है। आज रविवार को इस बस को ट्रिप कार्ड जारी किया गया था। शाम 6:40 पर डामटा चेक पोस्ट पर इस वाहन की जांच भी हुई थी।

– अरविंद कुमार पांडे, एआरटीओ, प्रशासन, ऋषिकेश

यात्रियों की सूची:

यात्रा मार्ग पर बिना रुके बस का था तीसरा ट्रिप,चेक पोस्ट पर उठे सवाल-जांच टीम गठित

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यात्रा रूट पर बिना रुके बस का था तीसरा ट्रिप था। जांच के आदेश हुए हैं।

उत्तरकाशी जिले में डामटा के निकट दुर्घटनाग्रस्त बस के दस्तावेज तो पूरे थे लेकिन सफर बिना रुके ही कर रही थी। परिवहन अधिकारियों के अनुसार, बस की यात्रा मार्ग पर बिना रुके यह लगातार तीसरी ट्रिप थी। देर शाम परिवहन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। संपर्क करने पर परिवहन उपायुक्त सनत कुमार सिंह ने बताया कि वाहन के दस्तावेज की प्रारम्भिक जांच कर ली गई है।

वहां का ट्रिप कार्ड और ग्रीन कार्ड बना हुआ है। ट्रिप कार्ड के अनुसार यात्रा के वक्त बस में 27 लोग सवार थे। राहत एवं बचाव कार्य के बाद दुर्घटना के कारण की जांच की जाएगी। गंभीर घायलों को चालीस हजार की राहत दी जा रही है। यह राहत अन्य मदों से प्रदान की गई राहत से अलग होगी।

मृतकों के परिजनों को परिवहन विभाग की दुर्घटना राहत निधि से एक एक लाख का मुवावजा दिया जाएगा।

शाम करीब पौने सात बजे डामटा के पास रिखाऊ खड्ड के पास अचानक अनियंत्रित होकर 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी।

पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि बस में चालक समेत 30 लोग सवार थे। घटना में 26 लोगों की मौत हुई है, जबकि चार लोग गंभीर घायल हुए हैं। मौके पर मौजूद पुरोला के थानाध्यक्ष ने बताया कि, 8 शवों को खाई से निकाला जा रहा है।

यमुनोत्री हाईवे पर क्रेश बेरियर न होने से हो रही दुर्घटनायें

यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर अधिकांश जगाहों पर क्रेश बेरियर न होना भी दुर्घटनायें का बड़ा कारण माना जा रहा है। लेकिन एनएच बड़कोट उसके बाद भी यात्रा मार्ग पर क्रेश बेरियर नही लगा पा रहा है। कुछ यही कारण रविवार सांय को भी देखने को मिला। जहां पर क्रेश बैरियर न होने के कारण मध्य प्रदेश के तीर्थयात्रियों की एक बस सीधे खाई में जा गिरी।

यात्रा प्रारंभ से पहले सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने जब नैनबाग से डामटा से जानकी चट्टी तक मार्ग का निरीक्षण किया तो उन्होंने यात्रा मार्ग पर संकरी रोड़ व मोडों पर क्रेश बेरियर नही पाये जिस पर उन्होंने चिंता जाहिर की और क्रेश बेरियर न होने की रिपोर्ट शासन को दी।

वहीं एनएच व यात्रा से जुड़े विभागों को सुरक्षित यात्रा के लिए क्रेश बेरियर होने अति आवश्यक बताया। लेकिन उसके बाद भी जिला प्रशासन व एनएच के अधिकारियों ने जिन स्थानों पर क्रेश बेरियर नही उन स्थानों पर क्रेश बेरियर लगाने अभी उचित नही समझे। यही कारण रहा कि गत माह भी डबरकोट के पास एक यात्री वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं दूसरी घटना रविवार सांय को डामटा के पास घटी जहां क्रेश बेरियर न होने के कारण बस सीधे खाई में जा गिरी। यदि यहां क्रेश बेरियर होता तो शायद दुर्घटना टल सकती और 26 यात्रियों की जान बच सकती थी।

परिवहन मंत्री ने जताया शोक, दुर्घटना के पीड़ितों की सहायता के निर्देश

परिवहन मंत्री चंदनराम दास ने दुुर्घटना पर गहरा शोक जताते हुए अधिकारियो को मृतक आश्रितों और घायलों की नियमानुसार सहायता के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को दुुर्घटना की वजह की जांच के लिए भी कहा है। मंत्री ने कहा की यह हादसा बेहद दुखद घटना है। अधिकारियों को यात्रा मार्ग पर नियमित पेट्रोलिंग करने और वाहनों की नियमित जांच को भी जारी रखने को कहा हैै।

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