उत्तराखण्ड में लैंडस्लाइड जोन मेंटेनेंस को दिया 726 करोड़: गडकरी

*सदन में भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्य सभा नरेश बंसल ने उठाया उत्तराखंड के पहाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन,दुर्घटनाओं व क्रेश बैरियर का विषय।*

**केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने जवाब में आश्वासन दिया कि दस साल की जिम्मेदारी निर्माण व डिजाइन ऐजेंसी व कांट्रैक्टर की होगी साथ ही विदेश टेक्नोलॉजीज का उपयोग कर हिमालय की संरचना को ध्यान में मे रख कर इसका पूर्ण उपचार किया जाएगा**

नई दिल्ली 21 दिसंबर।भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व राज्यसभा सासंद नरेश बंसल  ने सदन में राष्ट्रीय राजमार्गो विशेष रुप से उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं व उससे होने वाली जान माल की हानि का विषय उठाया।

नरेश बंसल उत्तराखंड से संबंधित जनहित के विषय अलग-अलग माध्यम से सदन में उठाते रहते हैं ।इसी क्रम में उन्होंने तारांकित प्रश्न में यह गंभीर विषय उठाया।
बंसल ने सदन में सड़क एवं परिवहन मंत्री से अपने प्रश्न में आंकड़ा मांगा कि मानवीय चूक एवं प्राकृतिक आपदा से उत्तराखंड समेत देशभर में कितनी मौतें हुई व कितने लोग घायल हुए । उत्तराखंड समेत देश में राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऐसे ब्लेक प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं जो दुर्घटनाओं की दृष्टि से संवेदनशील है व सड़क दुर्घटनाएं रोकने को सरकार क्या कर रही है? सासंद बंसल ने सप्लीमेंट्री प्रश्न में यह भी पूछा कि सरकार वाहनों को अंतर्राष्ट्रीय मानक का बनाने व मजबूती प्रदान करने को क्या कदम उठा रही है?
नरेश बंसल ने पूछा कि उत्तराखंड के राष्ट्रीय राजमार्ग पर जो मलबा आने के ब्लैक प्वाइंट चिन्हित हैं उनके उपचार के लिए क्या किया जा रहा है व क्रेश बैरियर कितने राजमार्ग पर पूरे लग चुके हैं व कितनी जगह नही लगे व कब तक लग जायेंगे?
इन प्रश्नों के जवाब में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले तीन वर्षो की दुर्घटनाओं का ब्योरा दिया व अपने जवाब में बताया कि उत्तराखंड समेत देश भर के राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले नागरिकों की सुरक्षा को सरकार प्रतिबद्ध है व समय – समय पर इस पर नागरिकों को सड़क सुरक्षा सप्ताह के माध्यम से जागरूक करने का काम होता है । अब मंत्रालय ने शिक्षा, इंजिनियरिंग, प्रवर्तन और आपातकालीन देखभाल पर आधारित सड़क सुरक्षा नीति तैयार की है व देशभर में 5803 व 49 उत्तराखंड में चिन्हित हैं जिन मे से 42 पर कार्य हो गया है व कुछ पर बाकी है ।
मंत्री गडकरी ने अपने जवाब में कहा कि केंद्र-राज्य सरकार भी उत्तराखंड में भारी वर्षा व प्राकृतिक आपदा से राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं व नुकसान से चिन्तित है । सरकार इस और गंभीर होकर विचार कर रही है । सरकार ने इस पर तय किया है कि अंतर्राष्ट्रीय मानक व टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके व्यापक रूप से इस समस्या से निपटने की तैयारी है व सरकार अब निर्माण कम्पनी की दस साल की जिम्मेदारी इस और निश्चित करने पर विचार कर रही है ,जो जल्द ही की जाएगी। जो डिजाइन देंगें वो भी अंतरराष्ट्रीय मानक पर होगा व उनकी भी दस साल की जिम्मेदारी तय होगी।
मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि उत्तराखंड को अभी तक 726 करोड का फंड लैंडस्लाइड जोन मेंटेनेंस को जारी किया गया है। चीन बार्डर तक रोड निर्माण व विश्व स्तर की टेक्नोलॉजीज का उपयोग कर भूस्खलन व पहाड़ से मलबा आने को रोकना व क्रेश बैरियर का शीघ्र निर्माण सभी राष्ट्रीय राजमार्ग पर होगा विशेष रुप से चमोली व रुद्रप्रयाग जिला की चिंता की जा रही है । केंद्रीय मंत्री  नितिन गडकरी ने विश्वास दिलाया कि जल्द ही देश-विदेश की बेहतरीन टेक्नोलॉजीज का प्रयोग कर इससे निपटा जाएगा व इसे रोका जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *