राममंदिर:11दिन में 25 लाख श्रद्धालु,11 करोड़ रुपए चढ़ावा

राम मंदिर में भक्‍तों का तांता…दान का लग रहा ढेर, जानें 11 दिन का कलेक्‍शन
सालों के इंतजार के बाद अयोध्‍या के राम मंदिर में विराजे रामलला के दर्शन करने के लिए पूरे देश से श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. हाल यह है कि प्राण प्रतिष्‍ठा के बाद 11 दिन में ही 25 लाख श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं.

Offerings in Ram Mandir: अयोध्‍या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा हुए अभी 11 दिन ही हुए हैं और यहां पहुंचने वाले भक्‍तों की संख्‍या रोज रिकॉर्ड तोड़ रही है. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्‍ठा के बाद 23 जनवरी से मंदि को आम श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था. इसके बाद से 11 दिन में राम मंदिर में 25 लाख से ज्‍यादा श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने आ चुके हैं. इतना ही नहीं अपने आराध्‍य प्रभु राम के लिए भक्‍तगण खुले हाथों से चढ़ावा भी चढ़ा रहे हैं.

11 दिन में 11 करोड़ रुपए

रामलला के दर्शन करने आए भक्‍त खुलकर दान दे रहे हैं. 11 दिन में ही राम मंदिर ट्रस्‍ट को चढ़ावे के रूप में भक्‍तों से 11 करोड़ रुपए मिल चुके हैं. इस तरह देखें तो राम मंदिर में औसतन 1 करोड़ रुपए का चढ़ावा रामलला को चढ़ाया जा रहा है.राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुताबिक पिछले 10 दिनों में दान पेटियों में करीब 8 करोड़ रुपये जमा हुए हैं और करीब 3.50 करोड़ रुपये ऑनलाइन प्राप्त हुए हैं.

दान के रुपए गिन रहे कर्मचारी

मंदिर ट्रस्ट ने दान में आए धन को गिनने के लिए कई कर्मचारी लगाए हैं. रामभक्‍तों के लिए चढ़ावा चढ़ाने को मंदिर में अलग-अलग जगहों पर दान पेटियां रखी गई हैं. गर्भगृह के सामने दर्शन पथ के पास ही 4 बड़े आकार की दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें श्रद्धालु दान कर रहे हैं. इसके अलावा 10 कम्प्यूटरीकृत काउंटर भी बनाए गए हैं, जहां पर श्रद्धालु ऑनलाइन दान कर रहे हैं. इन दान काउंटर्स पर मंदिर ट्रस्‍ट के कर्मचारी मौजूद रहते हैं. साथ ही मंदिर में रखी गईं दान पेटियों के रुपये गिनने को बैंक कर्मचारियों की भी मदद ली जाती है. यह सारी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होती है.

बता दें कि कड़ाके की ठंड के बावजूद रामलला के दर्शन के लिए अयोध्‍या आ रहे श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं हो रही है. रोजाना सुबह 7 बजे से मंदिर को भक्तों के दर्शन को खोल दिया जाता है और दोपहर में ढाई घंटे विश्राम के बाद रात 10 बजे तक मंदिर में भक्‍त दर्शन करते हैं.

14 कर्मचारी करते हैं चढ़ावे की गिनती

प्रभु रामलला को होने वाले चढ़ावे की गिनती को लेकर बड़ा दावा किया गया है। 14 कर्मचारियों की एक टीम चार दान पेटियों में आए चढ़ावे की गिनती करती है। इसमें 11 बैंक कर्मचारी और तीन मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी शामिल हैं। ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि दान राशि जमा करने से लेकर उसकी गिनती तक सब कुछ सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में किया जाता है।

स्टेशनों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था
डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले पुलिसकर्मियों को सॉफ्ट स्किल्स का विशेष प्रशिक्षण दिलाया गया था। रेलवे स्टेशन पर उतरते ही बैगेज स्कैनर से यात्रियों के सामान की जांच की जाती है। डीएफएमडी, डॉग स्क्वॉड, लाउड हेलर की व्यवस्था है। आरपीएफ व जीआरपी के 500-500 जवान तैनात हैं।अयोध्या के सभी चारों स्टेशनों पर आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरे लगाए गए हैं। स्पेशल ट्रेनों के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। यात्रियों से संवाद बनाए रखने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के कर्मचारी लगाए गए हैं।

बिजौलिया पत्थरों से बनाए जा रहे मार्ग

अयोध्या के मार्गों को बिजोलिया पत्थरों से तैयार किया जा रहा है। विशेषज्ञों का दावा है कि करीब पांच लाख वर्ग फीट में बिछाए गए बिजोलिया पत्थरों पर मौसम चाहे कोई भी हो, श्रद्धालु आराम से चल सकेंगे। यह क्षेत्र परिक्रमा क्षेत्र और कुबेर टीला को कवर करेगा।

पत्थर विशेषज्ञ दीक्षा जैन ने बताया कि राजस्थान का यह बिजोलिया पत्थर अपनी गुणवत्ता में बहुत खास है। यह न तो गर्मियों में ज्यादा गर्म होता है और न ही सर्दियों में ज्यादा ठंडा होता है। यह पत्थर लगभग 1000 वर्षों तक खराब नहीं होता है, जबकि इसमें पानी सोखने की क्षमता अन्य पत्थरों की तुलना में अधिक है।

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