सागर में दो एकड़ में फैला बरगद का वृक्ष रातभर में राख

 

Madhya PradeshSagar200 Years Old Walking Tree Burnt Mp Giant Banyan Tree Was Recorded In World Record
एक रात में राख बन गया 2 एकड़ में फैला MP का ‘वॉकिंग ट्री’… सागर में है यह 200 साल पुराना पेड़

200 years old walking tree burnt MP

मध्‍य प्रदेश के सागर जिले में बीती रात 200 साल पुराने बरगद के पेड़ में आग लग गई। यह पेड़ दो एकड़ में फैल गया था। इसे सागर का वॉकिंग ट्री भी कहा जाता था। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़‍ियां मौके पर पहुंची।

सागर: मध्‍य प्रदेश के सबसे विशालकाय बरगद के पेड़ में बीती रात आग लग गई। यह पेड़ सागर जिले के जैसीनगर के पड़रई गांव में है। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दमकल की गाड़ियां बुलाई गईं, लेकिन 2 एकड़ में फैले इस 200 साल पुराने वॉकिंग ट्री के बीचों बीच पानी का प्रेशर जाना मुश्किल था, साथ ही हवा के कारण आग और फैल गई। सागर नगर निगम की फायरबिग्रेड भी पहुंची और कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाने की कोशिश की।

जानकारी के अनुसार, सागर जिले के जैसीनगर क्षेत्र के पड़गई गांव के किसान ऋषिराज ठाकुर के खेत में लगभग 200 साल पुराना यह विशालकाय बरगद का वृक्ष है। जो 2 एकड़ खेत में फैला है, बीती रात करीब 2:30 बजे बरगद के पेड़ में अचानक आग लग गई थी। पेड़ में आग लगी देख लोगों ने यहां -वहां से पानी लाकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तेज हवा चलने से आग लगातार बढ़ती गई। इसके बाद सागर नगर निगम की फायरबिग्रेड भी पहुंची और कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। आग लगने के कारण की बात करें तो पास के खेत में नरवाई जलाई गई थी। इसी बीच तेज आंधी चली जिससे आग की लपटें सूखे पत्तों को जलाती हुई पेड़ तक पहुंच गईं।

200 साल पुराना है बरगद का पेड़

बता दें कि क्षेत्र का यह सबसे प्राचीन और विशालकाय बरगद का पेड़ है, किसान के पूर्वज प्रकृति प्रेमी रहे हैं। उन्होंने कभी भी बरगद के पेड़ को नुकसान नहीं पहुंचाया और यह बरगद का पेड़ दिन प्रतिदिन बढ़कर अब 2 एकड़ खेत में फैल चुका है। इससे किसान की खेतिहर ज़मीन जरूर कम हुई है, लेकिन इस बात का उन्हें कोई फिक्र नहीं है। जिसके चलते उन्होंने इस पेड़ को कभी काटने की कोशिश नहीं की। वहीं इस पेड़ की प्राचीनता की बात करे तो यह करें तीन चार पीढ़ियों से लोग इसे देखते आ रहे हैं। सैकड़ों शाखाएं जो अब ताना बुनती जा रही हैं।

आस्था का केंद्र बन गया यह पेड़

इस बरगद के वृक्ष के नीचे देव श्री ठाकुर बाबा विराजमान है। जहां पर पडरई सहित आसपास के दर्जनों गांवों से ठाकुर बाबा के दर्शनों के साथ ही विशालकाय बरगद के वृक्ष की पूजन करने के लिए आते हैं।

वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज सबसे बड़ा बरगद

विशाल बरगद का पेड़ कोलकाता के आचार्य जगदीश चंद्र बोस बॉटनिकल गार्डेन में स्थित है। 1787 में इस पेड़ को यही स्थापित किया गया था। उस दौरान इसकी उम्र करीबन 20 साल थी। पेड़ की इतनी जड़ें और बड़ी-बड़ी शाखाएं हैं, जिसकी वजह से ये हर किसी को देखने में ऐसा लगता है, जैसे कोई जंगल में आ गया हो। यह पेड़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है 250 साल पुराना है। 14,500 वर्ग मीटर में फैला ये पेड़ करीबन 24 मीटर ऊंचा है। इसकी 3 हजार से अधिक जटाएं हैं। इसे वाकिंग ट्री भी कहा जाता है।

रिपोर्ट : अमित प्रभु मिश्रा

 

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